पटनाः नीतीश कुमार अजातशत्रु हैं. विपक्ष के साथ भी उनके अच्छे संबंध हैं. अपने विरोधियों के लिए उन्होंने कभी भी कोई गलत शब्द का इस्तेमाल नहीं किया चाहे वे जिस दल के साथ भी सरकार चला रहे हों. विपक्ष भी नीतीश कुमार की व्यक्तिगत आलोचना नहीं करते हैं. नीतीश जी के मन में किसी के प्रति कोई दुर्भावना नहीं है. ये बातें राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर ने रविवार को पटना में पुस्तक विमोचन के दौरान कही.
सीएम की जीवनी पर लिखी गयी है पुस्तकः बिहार विधान सभा के ऑडिटोरियम में राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर, सांसद सह अभिनेता अरुण गोविल, बॉलीवुड सिंगर उदित नारायण, मंत्री अशोक चौधरी और सांसद शांभवी चौधरी सहित अन्य नेताओं ने पुस्तक का विमोचन किया. 'बिहार के गांधी नीतीश कुमार' पुस्तक का लोकार्पण किया गया.
राज्यपाल ने की सीएम की तारीफः राज्यपाल ने सीएम की तारीफ कहते हुए कहा कि नीतीश कुमार ने उच्च शिक्षा में राष्ट्रीय शिक्षा नीति, 2020 को लागू करने में सहयोग किया. राजभवन में राजेन्द्र भवन एवं अतिथि गृह के निर्माण के लिए भी सक्रियता दिखाई. वे सामने वाले व्यक्ति को आश्वस्त करते हैं कि वे उनके साथ हैं. उन्होंने अपने मुंह से कभी भी स्वयं को समाजवादी नहीं कहा परन्तु वे समाज के लिए लगातार काम करते रहे हैं.
"नीतीश कुमार वास्तव में विकास पुरुष हैं. बिहार के विकास के लिए समर्पित हैं. उनके मन में सामान्य जनता के लिए काफी संवेदना है. बिहार का सौभाग्य है कि वह लंबे समय से इस राज्य के मुख्यमंत्री हैं. अन्य प्रदेश के नेताओं को भी उनसे सीख लेनी चाहिए." -राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर, राज्यपाल
'कानून व्यवस्था की स्थिति बेहतर': विधानसभा अध्यक्ष नंदकिशोर यादव ने कहा कि वर्ष 2005 में नीतीश कुमार को जो बिहार मिला था उसे समय कई चुनौतियां थी. नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए सरकार ने सभी चुनौतियों का सामना किया है. सड़क और पुल पुलिया का जाल बिछा, शिक्षा स्वास्थ्य में भी काफी काम हुए. कानून व्यवस्था की स्थिति बेहतर की गई. उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि विरोधी भी नीतीश कुमार पर भ्रष्टाचार का आरोप नहीं लगा सकते हैं. नीतीश कुमार ने ही लालू प्रसाद यादव को मुख्यमंत्री बनाया और उन्हें सत्ता से बेदखल करने के लिए लंबा संघर्ष किया.
" सादा लिबास, धीमी रफ्तार, नर्म लहज़ा, लबों पर हल्की सी मुस्कुराहट और दिल-नशीन अंदाज़ में अपने बातों को कहने का सलीका", माननीय मुख्यमंत्री जी का व्यक्तित्व और उनकी विचारधारा को महज़ चंद शब्दों में समेट पाना असंभव है।
— Dr. Ashok Choudhary (@AshokChoudhaary) August 18, 2024
हमारी बिटिया और लोकसभा सांसद शाम्भवी की मदद से लिखी गई किताब… pic.twitter.com/zASY981drj
'नीतीश कुमार ने बिहार की मानसिकता बदली': रामायण सीरियल से चर्चित सांसद अरुण गोविल ने कहा कि गांधी के समक्ष यूं ही किसी को नहीं खड़ा किया जा सकता. नीतीश कुमार ना केवल बिहार का विकास किया बल्कि मानसिकता भी बदली है. गायक उदित नारायण ने कहा कि मुझे पटना से सुपौल जाने में पहले 10 घंटे लगते थे अब मैं 4 घंटे में पहुंचता हूं.
बिहार के इन नेताओं ने लिखी पुस्तकः बता दें कि इस पुस्तक को लिखने वाला कोई और नहीं बल्कि नीतीश कुमार के ही मंत्री अशोक चौधरी और उनकी बेटी सांसद शांभवी चौधरी हैं. अशोक चौधरी ने कहा कि महात्मा गांधी और नीतीश कुमार में कई समानताएं हैं. नीतीश कुमार हमेशा समाज के अंतिम व्यक्ति के बारे में सोचते हैं. महिला सशक्तिकरण को लेकर कई काम किए. सांसद शांभवी चौधरी ने कहा कि मैं बिहार को जंगल राज से जनता का राज में बदलते हुए देखा है. इसका श्रेय नीतीश कुमार को ही जाता है.
उदयकांत मिश्र ने भी लिखी थी पुस्तकः नीतीश कुमार पर पहले भी कई लोगों ने पुस्तक लिखी हैं. नीतीश कुमार के मित्र उदयकांत मिश्रा ने पिछले साल 'नीतीश कुमार अंतरंग दोस्तों की नजर से' पुस्तक का प्रकाशन किया था. अब नीतीश कुमार के नजदीकी मित्र मंत्री अशोक चौधरी और उनकी बेटी ने बिहार के गांधी नीतीश कुमार नाम से पुस्तक लिखा और विमोचन किया. इस पुस्तक में नीतीश कुमार का बिहार में किए गए कार्यों की विशेष रूप से चर्चा की गई है.
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