कोंडागांव :आकांक्षी जिला एवं ब्लॉक के लिए शिक्षा, स्वास्थ्य, पोषण, रोजगार एवं कृषि के क्षेत्र में निर्धारित मानकों के लक्ष्य को शत-प्रतिशत प्राप्त करने के लिए संपूर्णता अभियान का शुभारंभ गुरुवार को किया गया.कोंडागांव जिला में संपूर्णता अभियान के लिए माकड़ी ब्लॉक का चयन किया गया है. जिसमें निम्नलिखित बिंदुओं पर स्वास्थ्य विभाग, शिक्षा विभाग, कृषि विभाग, एनआरएलएम NRLM और महिला एवं बाल विकास विभाग काम करेगा.
- सभी गर्भवती महिलाओं की जांच और पोषक आहार उपलब्ध कराया जाएगा.
- सभी बच्चों के हाथों में किताबे और स्कूलों को बिजली से रोशन किया जाएगा.
- स्व-सहायता समूहों को व्यापार में विस्तार के लिए चक्रीय निधि दी जाएगी.
- खेतों की उर्वरता बढ़ाने के लिए मिट्टी की जांच होगी.
कोंडागांव जिला मुख्यालय स्थित ऑडियोरियम में अभियान का शुभारंभ करते हुए मुख्य अतिथि विधायक लता उसेंडी ने कहा कि नीति आयोग द्वारा निर्धारित लक्ष्यों को प्राप्त कर हम विकास की राह में तेजी से आगे बढ़ेंगे. प्रशासन के साथ ही समाज को भी मिल-जुलकर प्रयास करना होगा, क्योंकि कोई भी कार्य जनसहभागिता के बिना सिद्ध नहीं हो सकता.
''प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का लक्ष्य भारत को विश्व का तीसरा प्रमुख अर्थव्यवस्था बनाना है. इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए हमें नीति आयोग द्वारा निर्धारित लक्ष्यों को प्राप्त करना जरुरी है. उन्होंने कहा कि शिक्षित और स्वस्थ समाज के साथ ही अच्छा रोजगार और अच्छी कृषि के लिए नीति आयोग द्वारा लक्ष्य निर्धारित किए गए हैं तथा निश्चित तौर पर हम इन लक्ष्यों को प्राप्त कर अपने जिले को नम्बर वन बनाएंगे.''- लता उसेंडी, कोंडागांव विधायक
वहीं कलेक्टर कुणाल दुदावत ने कहा कि संपूर्णता अभियान के माध्यम से सभी गर्भवती महिलाओं की प्रथम तिमाही में स्वास्थ्य जांच सुनिश्चित की जाएगी. इससे महिलाओं में किसी भी प्रकार के जटिल रोग की जानकारी पहले ही हो जाएगी और सुरक्षित प्रसव के लिए आवश्यक उपचार भी प्रारंभ कर दिया जाएगा. इसके साथ ही सभी गर्भवती महिलाओं को टेक टू होम राशन का वितरण भी सुनिश्चित किया जाएगा, जिससे माता एवं शिशु का पोषण स्तर अच्छा बना रहे.
किसानों के लिए भी चलेगा अभियान : इस अभियान में किसानों को मृदा स्वास्थ्य कार्ड प्रदान करने से भूमि की उर्वरता एवं आवश्यकता का पता चलेगा, जिससे आवश्यकता अनुसार खेतों में उर्वरक डालकर भूमि को उपजाऊ बनाया जा सकेगा और फसल की उपज बढ़ेगी. कुपोषण मुक्त आंगनबाड़ी की कार्यकर्ता और कुपोषणमुक्त ग्राम पंचायत को सम्मानित किया जाएगा. इसके साथ ही सभी बच्चों को पाठ्य पुस्तक की उपलब्धता और स्कूलों में बिजली की उपलब्धता भी सुनिश्चित की जाएगी. निर्धारित तीन माह के भीतर इन लक्ष्यों को प्राप्त करते हुए कोंडागांव को अग्रणी जिला बनाया जाएगा.