गोरखपुर : निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय निषाद योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री हैं. संजय निषाद के बेटे प्रवीण निषाद संत कबीर नगर से सांसद हैं और चुनाव भी लड़ रहे हैं. वहीं छोटा बेटा भी चौरी चौरा से विधायक है. संजय खुद को निषाद समाज का गॉडफादर बताते हैं. वह कहते हैं कि निषादों को आरक्षण का लाभ दिलाने से लेकर हर वह अधिकार जो निषादों को मिलना चाहिए प्रदेश और केंद्र की सरकार से दिलाकर ही रहेंगे. मगर चुनाव में वह भारतीय जनता पार्टी के के सिंबल पर न अपने प्रत्याशियों को लड़ाते हैं, इस पर उनके विरोधी हमेशा से उन पर हमला बोलते हैं. इस पर संजय न सिर्फ सपा पर हमला बोलते हैं, बल्कि कारण भी बताते हैं. जानिए ईटीवी भारत से संजय निषाद ने अपनी रणनीति और विरोधियों को लेकर क्या कहा.
बेटे को जीत दिलाने के लिए संत कबीर नगर लोकसभा क्षेत्र में संजय निषाद पूरी ताकत लगाए हुए हैं. बेटे को भाजपा के सिंबल पर चुनाव लड़ाने के सवाल पर संजय निषाद कहते हैं- देखिए भगवान राम ही निषाद राज हैं और निषाद राज ही भगवान राम हैं. बीजेपी- निषाद पार्टी का गठबंधन जनता का गठबंधन है. चुनाव लड़ना अलग बात है. जीत कर सदन में पहुंचना सबसे जरूरी है. जब सदन में जीतकर पहुंचेंगे तभी अपने दल और समाज की वकालत कर पाएंगे. मछुआ समाज जान रहा है कि जीत के समीकरण को बदलने के लिए ही उनके नेता भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं. नहीं तो पहले कुछ दल मछुआ समाज के लोगों को चुनाव लड़ाकर हरा दिया करते, उनकी राजनीति खत्म कर दिए. लेकिन अब निषाद समाज चुनाव जीतने की लड़ाई लड़ रहा है, तभी समाज की मजबूती होगी.
डॉ. संजय निषाद ने सपा पर हमला बोला. कहा कि समाजवादी पार्टी अपने दल और गिरेबान में झांके, जो मुसलमानों की हत्या पर राजनीति करती है. मुसलमानों की हत्या कराकर वह राजनीतिक सफलता पाना चाहती है. कई कांड इसके बड़े उदाहरण हैं. उन्होंने कहा कि मुजफ्फरनगर का दंगा देखिए, कैराना का पलायन देखिए, सच्चर कमेटी की रिपोर्ट देखिए. मुसलमान समाज की दशा कितनी खराब है, लेकिन जब यह लोग सरकार में आते हैं तो कई तरह के आरक्षण खत्म कर देते हैं. बसपा नाम बदलने में ही इंटरेस्ट रखती है. यह लोग देश और समाज का भला नहीं बल्कि अपने दल की भलाई के लिए काम करते हैं. निषाद पार्टी, भारतीय जनता पार्टी के साथ आज इसलिए खड़ी है क्योंकि दोनों की चाहत राष्ट्र को बदलने और समाज के उत्थान की है. इसलिए हम साथ-साथ हैं.