उज्जैन: उज्जैन के निरंजनी अखाड़ा के महामंडलेश्वर डॉ. सुमनानंद गिरि महाराज ने प्रयागराज कुंभ में मुस्लिम समाज की भागीदारी को लेकर आपत्ति जताई है. मंगलनाथ रोड स्थित गंगाघाट श्री मौन तीर्थ पीठ के पीठाधीश्वर एवं निरंजनी अखाड़ा के महामंडलेश्वर ने कहा "जब हिंदुओं को हज यात्रा में प्रवेश नहीं मिलता, तो मुस्लिम समाज को भी कुंभ में शामिल नहीं होना चाहिए."
'उज्जैन धर्म की पवित्रता और शुद्धता बनाए रखना अत्यंत आवश्यक'
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि उनके परिचित मुस्लिम समाज के लोगों को भी वह धार्मिक आयोजनों में भाग लेने के लिए मना कर चुके हैं. निरंजनी अखाड़ा के महामंडलेश्वर ने कहा "उज्जैन धर्म की पवित्रता और शुद्धता बनाए रखना अत्यंत आवश्यक है." उन्होंने मुस्लिम समाज से कुंभ जैसे आयोजनों में स्वतः ही शामिल न होने का आग्रह किया. उनके अनुसार, धार्मिक आयोजनों में अन्य धर्मों का हस्तक्षेप नहीं होना चाहिए.
प्रयागराज से भेजे गए उर्दू में लिखे एक पत्र में 18 दिसंबर को महामंडलेश्वर को जान से मारने की धमकी दी गई थी. इसके बाद महाराज डॉ. सुमनानंद गिरि ने अपनी जान की सुरक्षा की मांग की थी.
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'मुस्लिम अगर सही में सनातन धर्म को अपनाना चाहते हैं, तो उनका स्वागत है'
प्रयागराज में आयोजित धार्मिक अनुष्ठान को लेकर डॉ. सुमनानंद ने कहा "वे जल्द ही वहां जाकर अपना कार्यक्रम आयोजित करेंगे." साथ ही उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि उनके आयोजनों में अन्य धर्म के लोगों की भागीदारी न हो. उनका कहना है कि यह निर्णय धार्मिक शुद्धता को बनाए रखने के लिए है. उन्होंने मुस्लिम समाज से आग्रह किया कि यदि वे सच में सनातन धर्म को अपनाना चाहते हैं, तो उनका स्वागत है. अन्यथा वे ऐसे आयोजनों में भाग न लें.