लखीमपुर खीरी: जिले का चर्चित कांड कवित्री मधुमिता शुक्ला की हत्या के बाद उनकी बहन निधि शुक्ला इंसाफ के लिए लगातार संघर्ष कर रही हैं. इस दौरान निधि शुक्ला पर लगातार हमले भी होते रहते है. फिर भी निधि शुक्ला इस केस से पीछे नहीं हटीं और लगातार इंसाफ के लिए संघर्ष कर रही है. इस बीच निधि शुक्ला ने कहा कि अमरमणि त्रिपाठी के साथ-साथ और उनके परिवार के खिलाफ हमारा संघर्ष तब-तक जारी रहेगा, जब-तक उन्हें फांसी नहीं हो जाती है और हम मरते दम तक अपनी बहन को इंसाफ दिलाने के लिए लड़ती रहूंगी.
आपको को बता दें कि लखीमपुर खीरी में 12 मार्च से अनशन पर बैठी निधि शुक्ला का अनशन शुक्रवार खत्म को कांग्रेस पार्टी के नेताओं ने समाप्त कराया था. इस दौरान निधि शुक्ला की हालत भी बिगड़ गई थी.
कांग्रेस ने मानी सभी मांगें
बता दें कि इस दौरान निधि शुक्ला के घर पहुंचकर कांग्रेस पार्टी की हाई कमान ने निधि शुक्ला से कहा कि अमरमणि त्रिपाठी के बेटे अमनमणि को महाराजगंज लोकसभा से जो टिकट दिया गया है. पार्टी ने वह टिकट काट दिया है. साथ ही आपकी सभी मांगे मान ली है. फिर निधि शुक्ला ने अपना अनशन समाप्त किया. कांग्रेस पार्टी के पदाधिकारी ने निधि को चाय नाश्ता के बाद ख़ाना खिला कर अनशन खुलवाया. कांग्रेस कार्यकारिणी के प्रदेश सचिव ने बताया पार्टी ने निधि शुक्ला की बात को गंभीरता से लेते हुए पार्टी ने यह निर्णय लिया है कि अमनमणि त्रिपाठी को टिकट न देकर. इस सीट से पार्टी से विधायक वीरेंद्र चौधरी को टिकट दिया गया है. पार्टी ने यह भी आश्वासन दिया है कि अति शीघ्र अमनमणि त्रिपाठी को पार्टी से निष्कासित किया जाएगा.