पटना: एनआईए के पटना ब्रांच के सीनियर डीएसपी अजय प्रताप सिंह और उनके दो सहयोगियों को सीबीआई और एनआईए की टीम ने 20 लाख रुपये रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है. कुछ दिन पहले ही सीबीआई को डीएसपी की शिकायत जेडीयू के पूर्व विधान पार्षद मनोरमा देवी के बेटे रॉकी यादव ने की थी. जिसके बाद ये कार्रवाई की गई है.
20 लाख घूस लेते डीएसपी गिरफ्तार: कुछ दिन पहले रॉकी यादव की कंपनी और ठिकानों पर एनआईए ने छापेमारी की थी. इस दौरान डेढ़ करोड़ से ज्यादा की रकम बरामद हुई थी. उस केस के जांच पदाधिकारी सीनियर डीएसपी अजय प्रताप सिंह थे. इसी मामले मे वे अपने एजेंट के माध्यम से घुस ले रहे थे. जिसके बाद सीबीआई ने राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) के एक वरिष्ठ अधिकारी और उसके दो एजेंट के साथ मिलकर एक शिकायतकर्ता से कथित रूप से 20 लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार कर लिया.
CBI APPREHENDS DySP NIA AND TWO MIDDLEMEN IN A CASE OF DEMANDING AND ACCEPTING BBRIBE OF Rs 20 LAKH AND CONDUCTS SEARCHES pic.twitter.com/bvR2KDRGCd
— Central Bureau of Investigation (India) (@CBIHeadquarters) October 4, 2024
मनोरमा देवी के बेटे ने की शिकायत: दरअसल एनआईए के आधिकारिक बयान के अनुसार आरोपी की पहचान एनआईए की पटना शाखा में तैनात पुलिस उपाधीक्षक अजय प्रताप सिंह के रूप में हुई है. पूरे मामले में बताया गया कि सीबीआई को गुप्त सूचना मिली थी. रमैया कंस्ट्रक्शन के मालिक रॉकी यादव ने एनआईए की पटना शाखा के जांच अधिकारी पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया था.
डीएसपी के लिए बिछाया गया जाल: सीबीआई ने प्राप्त सूचनाओं की जांच करने के बाद एनआईए के साथ मिलकर त्वरित कार्रवाई करते हुए अधिकारी को पकड़ने के लिए जाल बिछाया. डीएसपी अजय प्रताप सिंह को उनके 2 अन्य एजेंटों के साथ रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया.
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