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Good News! विकसित होगा 'नया गाजियाबाद', जानिए- दिल्लीवालों को क्या-क्या होंगे फायदे - NEW GHAZIABAD TOWNSHIP

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By ETV Bharat Delhi Team

Published : Jul 25, 2024, 9:52 PM IST

Updated : Jul 26, 2024, 11:08 AM IST

गाजियाबाद विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष अतुल वक्त ने बताया मुख्यमंत्री शहरी विस्तारीकरण/ नए शहर प्रोत्साहन योजना के तहत नई टाउनशिप विकसित की जाएगी. आरआरटीएस कॉरिडोर के आसपास गाजियाबाद विकास प्राधिकरण द्वारा नई टाउनशिप विकसित करने का प्रयास किया जा रहा है.

"नया गाजियाबाद" होगी विकसित
"नया गाजियाबाद" होगी विकसित (Etv Bharat)

नई दिल्ली: दिल्ली-एनसीआर में आबादी लगातार बढ़ रही है. देश के विभिन्न हिस्सों से रोजगार की तलाश में लोग एनसीआर में आकर बस रहे हैं. दिल्ली एनसीआर में जमीनों के दाम भी आसमान छू रहे हैं. मध्यमवर्गीय परिवार के मकान के सपने को साकार करने के लिए गाजियाबाद विकास प्राधिकरण नई टाउनशिप विकसित कर रहा है. विकास प्राधिकरण द्वारा नया गाजियाबाद के बाद के नाम से नई टाउनशिप विकसित की जाएगी. योजना को धरातल पर उतारने के लिए प्राधिकरण तेजी से काम कर रहा है. 3 अगस्त को बोर्ड की बैठक में इस प्रस्ताव को रखा जाएगा.

गाजियाबाद विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष अतुल वत्स के मुताबिक, शासन के द्वारा मुख्यमंत्री शहरी विस्तारीकरण/ नए शहर प्रोत्साहन योजना लाई गई थी. जिसके तहत यूपी के सभी विकास प्राधिकरण को लैंड बैंक स्थापित करने और नई टाउनशिप लाने के लिए सीड कैपिटल की फंडिंग की जा रही है. मुरादाबाद, गोरखपुर, अलीगढ़, बुलंदशहर आदि प्राधिकरणों द्वारा शासन को प्रस्ताव भेजे गए. गाजियाबाद विकास प्राधिकरण द्वारा एक नई टाउनशिप 'नया गाजियाबाद' के नाम से लाई जा रही है.

500 हेक्टेयर जमीन पर बसेगी टाउनशिपः प्राधिकरण 4 से 5 चरणों में इस टाउनशिप को लाने का प्रयास कर रहा है. नया गाजियाबाद टाउनशिप में एडू सिटी, स्पोर्ट्स सिटी, मेडिसिटी, साइबर सिटी आदि को प्राथमिकता दी गई है. बताया जा रहा है कि 500 हेक्टेयर एरिया में विकसित होने वाले इस नए शहर की योजना आवासीय के साथ ही साथ कमर्शियल भी होगी. इस योजना के लिए जीडीए 6 गांवों की जमीन लेगा. इनमें अटौर नंगला, फिरोजपुर, मोहनपुर, भोवापुर, शाहपुर और शमशेर गांव शामिल हैं. यहां की अधिकांश जमीन कृषि योग्य हैं.

आधा पैसा देगी राज्य सरकारः बताया जा रहा है कि इस टाउनशिप के लिए जमीन अधिग्रहण में करीब 5 हजार करोड़ रुपये खर्च होंगे. इसमें 50 फीसदी खर्च राज्य सरकार देगी. यानी करीब 2500 करोड़ रुपये लैंडबैंक बनाने के लिए जीडीए को मिलेगा. बाकी पैसे का इंतजाम जीडीए खुद करना होगा. सूचना है कि मधुबन बापूधाम आवासीय योजना और इंदिरापुरम के भूखंडों को बेचकर प्राधिकरण पैसा जुटाएगा. इसके अलावा लोन भी लेने का भी विकल्प है.

ये भी पढ़ें: AI और Sattelite Image से पता लगेगी अवैध कॉलोनियां, जनता की कमाई नहीं हड़प सकेंगे भूमाफिया

कनेक्टविटी होगी शानदारः अधिकारियों का कहना है कि नई टाउनशिप के पास से पब्लिक को बेहतर कनेक्टिविटी मिलेगी. अतुल वत्स के मुताबिक, नई टाउनशिप रैपिड रेल कॉरिडोर, ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेसवे, ईटर्न ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर को ध्यान में रखते हुए विकसित की जाएगी. नई टाउनशिप यहां से तकरीबन तीन से चार किलोमीटर की दूरी पर विकसित की जाएगी. यहां से नई टाउनशिप की दूरी तकरीबन 10 से 15 मिनट की होगी. उनका कहना है कि यदि नया गाजियाबाद योजना बोर्ड बैठक में पास होती है तो इसका प्रस्ताव शासन को भेजा जाएगा.

ये भी पढ़ें: दिल्ली-NCR में रैपिड रेल कॉरिडोर के पास विकसित होगी नई टाउनशिप, बनेगी साइबर सिटी

नई दिल्ली: दिल्ली-एनसीआर में आबादी लगातार बढ़ रही है. देश के विभिन्न हिस्सों से रोजगार की तलाश में लोग एनसीआर में आकर बस रहे हैं. दिल्ली एनसीआर में जमीनों के दाम भी आसमान छू रहे हैं. मध्यमवर्गीय परिवार के मकान के सपने को साकार करने के लिए गाजियाबाद विकास प्राधिकरण नई टाउनशिप विकसित कर रहा है. विकास प्राधिकरण द्वारा नया गाजियाबाद के बाद के नाम से नई टाउनशिप विकसित की जाएगी. योजना को धरातल पर उतारने के लिए प्राधिकरण तेजी से काम कर रहा है. 3 अगस्त को बोर्ड की बैठक में इस प्रस्ताव को रखा जाएगा.

गाजियाबाद विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष अतुल वत्स के मुताबिक, शासन के द्वारा मुख्यमंत्री शहरी विस्तारीकरण/ नए शहर प्रोत्साहन योजना लाई गई थी. जिसके तहत यूपी के सभी विकास प्राधिकरण को लैंड बैंक स्थापित करने और नई टाउनशिप लाने के लिए सीड कैपिटल की फंडिंग की जा रही है. मुरादाबाद, गोरखपुर, अलीगढ़, बुलंदशहर आदि प्राधिकरणों द्वारा शासन को प्रस्ताव भेजे गए. गाजियाबाद विकास प्राधिकरण द्वारा एक नई टाउनशिप 'नया गाजियाबाद' के नाम से लाई जा रही है.

500 हेक्टेयर जमीन पर बसेगी टाउनशिपः प्राधिकरण 4 से 5 चरणों में इस टाउनशिप को लाने का प्रयास कर रहा है. नया गाजियाबाद टाउनशिप में एडू सिटी, स्पोर्ट्स सिटी, मेडिसिटी, साइबर सिटी आदि को प्राथमिकता दी गई है. बताया जा रहा है कि 500 हेक्टेयर एरिया में विकसित होने वाले इस नए शहर की योजना आवासीय के साथ ही साथ कमर्शियल भी होगी. इस योजना के लिए जीडीए 6 गांवों की जमीन लेगा. इनमें अटौर नंगला, फिरोजपुर, मोहनपुर, भोवापुर, शाहपुर और शमशेर गांव शामिल हैं. यहां की अधिकांश जमीन कृषि योग्य हैं.

आधा पैसा देगी राज्य सरकारः बताया जा रहा है कि इस टाउनशिप के लिए जमीन अधिग्रहण में करीब 5 हजार करोड़ रुपये खर्च होंगे. इसमें 50 फीसदी खर्च राज्य सरकार देगी. यानी करीब 2500 करोड़ रुपये लैंडबैंक बनाने के लिए जीडीए को मिलेगा. बाकी पैसे का इंतजाम जीडीए खुद करना होगा. सूचना है कि मधुबन बापूधाम आवासीय योजना और इंदिरापुरम के भूखंडों को बेचकर प्राधिकरण पैसा जुटाएगा. इसके अलावा लोन भी लेने का भी विकल्प है.

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कनेक्टविटी होगी शानदारः अधिकारियों का कहना है कि नई टाउनशिप के पास से पब्लिक को बेहतर कनेक्टिविटी मिलेगी. अतुल वत्स के मुताबिक, नई टाउनशिप रैपिड रेल कॉरिडोर, ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेसवे, ईटर्न ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर को ध्यान में रखते हुए विकसित की जाएगी. नई टाउनशिप यहां से तकरीबन तीन से चार किलोमीटर की दूरी पर विकसित की जाएगी. यहां से नई टाउनशिप की दूरी तकरीबन 10 से 15 मिनट की होगी. उनका कहना है कि यदि नया गाजियाबाद योजना बोर्ड बैठक में पास होती है तो इसका प्रस्ताव शासन को भेजा जाएगा.

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Last Updated : Jul 26, 2024, 11:08 AM IST
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