बीजापुर : बीजापुर में सरकार की नियद नेल्लानार योजना यानी चलो गांव की ओर के तहत धुर नक्सल क्षेत्र में नया सुरक्षा कैंप जिडपल्ली 2 खोला गया.आपको बता दें कि इस जगह को नक्सलियों का सबसे सुरक्षित ठिकाना माना जाता है.लेकिन अब यहां फोर्स का कैंप खुलने से नक्सली गतिविधियों पर लगाम लगेगी.इस कैंप का उद्देश्य नक्सलियों के खिलाफ त्वरित कार्रवाई करना और ग्रामीणों को विकासात्मक कार्यों से जोड़ना है.साथ ही साथ कैंप के जरिए ग्रामीणों को मूलभूत सुविधाएं भी दी जाएंगी.
लोगों को मिलेंगी मूलभूत सुविधाएं : जिडपल्ली क्षेत्र में सड़क मार्ग का विस्तार और पुलों का निर्माण किया जाएगा ताकि आम जनता को आवागमन में सुविधा मिले. क्षेत्र में बिजली और पानी की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी ताकि लोगों को इन मूलभूत सुविधाओं का लाभ मिले सके.आपको बता दें कि क्षेत्र में स्वास्थ्य सुविधाओं का भी तेजी से विस्तार किया जाएगा ताकि लोगों को अच्छी स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकें. इसके साथ ही नई पीडीएस दुकानें खुलेंगी,ताकि सही समय पर उन्हें राशन मिल सके.
शिक्षा के क्षेत्र में भी काम : जिडपल्ली नक्सल प्रभावित होने के कारण यहां के बच्चों की शिक्षा में रुकावट थी.लेकिन कैंप खुलने के बाद सबसे पहला काम यहां के बच्चों को शिक्षा उपलब्ध कराना होगा.जिससे आने वाली पीढ़ियों को ये समझ आए कि शिक्षा से ही सारी बाधाओं को दूर किया जा सकता है. मोबाइल कनेक्टिविटी का काम भी इस क्षेत्र में तेजी से करवाने के लिए फोर्स प्रतिबद्ध है.क्योंकि नेटवर्क आने से फोर्स के लिए गांवों के अंदर कमिन्यूकेशन करना आसान होगा.यदि कहीं नक्सल मूवमेंट होता है तो उसकी जानकारी भी तेजी से कैंप तक पहुंचेगी.
इस नए सुरक्षा शिविर की स्थापना से नक्सल तत्वों के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई हो सकेगी, उनके नेटवर्क को बाधित किया जा सकेगा और स्थानीय आबादी में सुरक्षा की भावना आएगी। शिविर की उपस्थिति से क्षेत्र में सरकारी कल्याणकारी योजनाओं और बुनियादी सुविधाओं का लाभ मिलने की उम्मीद है- पी सुंदरराज, आईजी, बस्तर रेंज
सीएम साय भी कर चुके हैं तारीफ : इससे पहले 4 दिसंबर को, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने नक्सलवाद से निपटने के लिए राज्य की प्रतिबद्धता की पुष्टि करते हुए कहा था कि उनकी सरकार के सत्ता में आने के बाद से सुरक्षा बल इस खतरे के खिलाफ मजबूती से लड़ रहे हैं.बस्तर क्षेत्र में शांति स्थापित करने की दिशा में हुई प्रगति पर प्रकाश डालते हुए साय ने कहा था कि ''पूरा देश जानता है कि जब से हम सत्ता में आए हैं, हमारे सुरक्षा बल नक्सलवाद के खिलाफ मजबूती से लड़ रहे हैं. हम बस्तर में शांति स्थापित करने में सफल हो रहे हैं, समीक्षा बैठकें कर रहे हैं इस संबंध में समय-समय पर बैठकें होती रहती हैं.
नक्सलियों ने कैंप पर किया था हमला : आपको बता दें कि कैंप स्थापना के समय सुरक्षा बलों के आउटर कॉर्डन पर बीजीएल दागे थे. जिसका जवाब जवानों ने दिया था.इसके बाद नक्सली मोर्चा छोड़कर भाग गए. वहीं कैम्प स्थापना के दौरान फेंगल तूफान भी आया,लेकिन तुफान भी जवानों के हौंसले को डगमगा नहीं सका.