राजसमंद: जिले के नए कलेक्टर बालमुकुंद असावा ने कमान संभालते ही रूटीन ढर्रे पर चल रहे तमाम विभागीय अफसर व कार्मिकों में खलबली मचा दी. अक्सर साप्ताहिक अवकाश में घर पर सुस्ताने वाले अफसर, कार्मिक शनिवार को झाड़ू, तगारी, पोंछा थामे दिखाई दिए. कलेक्टर ने खुद कार्मिकों के साथ तगारी उठाई, झाड़ू चलाया, बल्कि कलेक्ट्रेट के साथ ही जिला परिषद, वन विभाग, कृषि विभाग, पंचायत समिति व समस्त सरकारी कार्यालयों में साफ-सफाई करते दिखाई दिए.
जिला कलेक्टर बालमुकुंद असावा ने ज्वाइनिंग के साथ ही साफ-सफाई को लेकर माय ऑफिस, क्लीन ऑफिस साप्ताहिक अभियान का प्लान तैयार किया. फिर सभी विभागीय अधिकारियों की बैठक बुलाकर शनिवार को सभी सरकारी दफ्तर खोलकर अपने-अपने दफ्तरों में सफाई करने के निर्देश दिए. इसके तहत कलेक्टर भी अल सुबह दफ्तर पहुंच गए और कलेक्ट्री के कार्मिकों के साथ सफाई में जुट गए. कलेक्ट्री में फाइलों को व्यवस्थित किया. साथ ही कलेक्ट्री के बाहर उद्यान में व्याप्त गदंगी को साफ करने के लिए झाड़ू चलाना शुरू किया.
अतिरिक्त जिला कलेक्टर नरेश बुनकर, उपखंड अधिकारी ब्रजेश गुप्ता भी कार्मिकों के साथ हाथ बंटाते दिखाई दिए. नगरपरिषद आयुक्त ब्रजेश राय, अधीक्षण अभियंता तरूण बायती भी पहुंच गए, जिन्होंने कलेक्टर के साथ फावड़े से कचरे को तगारी में भरकर कचरा संग्रह वाहनों में भरा. उधर, जिला परिषद कार्यालय में सीईओ ब्रजमोहन बैरवा ने अपने कक्ष की सफाई खुद की. सभी ड्राॅ में फाइलें व्यवस्थित की और उसके बाद स्वयं की टेबल, मैज पर पोंछा भी खुद ने ही घुमाया. साथ ही जिला परिषद के अन्य अधिकारी व कार्मिकों को अपने-अपने कक्ष की सफाई की. शौचालय के साथ पूरे दफ्तर में पानी डालकर पोंछे लगाए. पंचायत समिति कार्यालय राजसमंद, नगरपरिषद कार्यालय, कृषि विभाग, जल संसाधन विभाग में भी साफ सफाई का नजारा ऐसा ही देखा गया.
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कलक्टर बोले-स्वच्छता कार्मिकों की कार्यक्षमता बढ़ाएगा: जिला कलेक्टर ने कहा कि स्वच्छ कार्यालय न केवल कर्मचारियों की कार्यक्षमता को बढ़ाता है, बल्कि जनता के लिए एक सकारात्मक अनुभव भी तैयार करता है. कलेक्टर ने कहा कि आने वाले दिनों में सरकारी दफ्तरों के बाद सार्वजनिक स्थलों पर साफ-सफाई की मुहिम चलाएंगे, जिसमें जनप्रतिनिधियों से भी अनुरोध करेंगे और आमजन को शामिल करेंगे, ताकि स्थायी तौर पर स्वच्छता कायम हो सके.