कोरबा: सरकारी टेलीकॉम कंपनी बीएसएनएल पर एक बार फिर लोग भरोसा जता रहे हैं. हाल ही में निजी टेलीकॉम कंपनियों ने प्लान महंगा कर दिया. बीते कुछ दिनों में सभी टेलीकॉम कंपनियों ने अपने डेटा और कॉलिंग वाले प्लांन के रेट में इजाफा कर दिया है. महंगाई के दौर में लोगों की जेब पर असर पड़ा है. बिना इंटरनेट के लोगों का काम भी नहीं चलता. दरों के महंगा होने के बाद लोग सस्ता विकल्प ढूंढ रहे हैं. उन्हें BSNL एक अच्छे विकल्प के तौर पर मिल रहा है.
नेटवर्क विस्तार का दावा कर रहे अधिकारी: बीएसएनएल के कई ऐसे प्लान हैं, जो काफी सस्ते दरों पर कॉलिंग और डाटा उपलब्ध करा रहा है. लोगों की मानें तो दाम बढ़ाने के बाद वह अपना सिम पोर्ट करने की सोच रहे हैं. पोर्ट कर भी रहे हैं, जबकि बीएसएनएल के अधिकारी इसे अभूतपूर्व उपलब्धि मानते हुए अवसर के तौर पर देख रहे हैं. हजारों के तादाद में लोग रोज बीएसएनल का नया कनेक्शन ले रहे हैं और इसमें कन्वर्ट हो रहे हैं. पिछले 1 महीने में ही राज्य भर में लगभग 80,000 नए कस्टमर BSNL से जुड़ चुके हैं. अधकरियों का दावा है कि आने वाले समय में इसकी संख्या और बढ़ेगी. बीएसएनएल के नेटवर्क विस्तार का दावा भी अधिकारी कर रहे हैं.
रेट बढ़ना लोगों को इस्तेमाल करने जैसा: मोबाइल फोन का इस्तेमाल कर इंटरनेट यूज कर रहे युवा साहिल कहते हैं, "शुरू में जब निजी टेलीफोन कंपनियों ने अपना प्लान लॉन्च किया. तब वह पूरी तरह से नि:शुल्क था. धीरे से इसका दाम डेढ़ सौ रुपया हुआ फिर 300 और अब ₹50 से लेकर 150 रुपए तक प्रति रिचार्ज में दाम बढ़ा दिया गया है. कुछ लोग इसे एडजस्ट कर लेते हैं, जबकि कुछ लोग एडजस्ट नहीं कर पा रहे हैं. बड़ी तादाद में लोग अपना सिम पोर्ट कर रहे हैं. सभी कंपनियां अपने व्यापार पर आश्रित रहती हैं. अब निजी टेलीफोन कंपनियों के मालिक भी व्यापार बढ़ाने के लिए ही इसके दाम को बढ़ा दिए हैं. लोगों के जेब पर इसका असर पड़ा है."
बीएसएनल को करना होगा नेटवर्क का विस्तार: मोबाइल फोन और सिम का कारोबार करने वाले रिटेलर राजेश जायसवाल कहते हैं, "मेरी दुकान से रोजाना औसतन पांच लोग अपना सिम अन्य नेटवर्क से बीएसएनएल में पोर्ट कर रहे हैं. लेकिन बीएसएनल को अपने नेटवर्क का भी विस्तार करना होगा. वर्तमान में जिओ का नेटवर्क गांव-गांव तक पहुंच चुका है. उसकी तुलना में बीएसएनल का नेटवर्क उतना सशक्त नहीं है. इसलिए लोग पोर्ट तो कर रहे हैं, लेकिन इसके साथ ही बीएसएनल को भी अपने नेटवर्क को अपडेट करना होगा. टैरिफ महंगे होने के बाद लोगों का रुझान बीएसएनल की तरफ बढ़ा तो है."
तेजी से लोग लौट रहे बीएसएनएल की ओर: बीएसएनएल के कोरबा कार्यालय में पदस्थ उपमंडल अभियंता नीलेश अग्रवाल का कहना है, "बीएसएनएल में लोग तेजी से वापस लौट रहे हैं. हमारे यहां 200 रुपए में ही महीने भर का प्लान है, जिसमें 2GB डाटा प्रतिदिन के लिए मिलता है. लगातार लोग बीएसएनएल की तरफ लौट रहे हैं. बीएसएनएल का टायअप टीसीएस के साथ हुआ है. कोरबा में भी जल्द ही नए टावर और मशीन लगेंगे. 4G नेटवर्क हमारे पास है. टेलीकॉम मंत्री में ने हाल ही में 5G कॉलिंग की शुरुआत की है, जिसकी टेस्टिंग सफल रही है. हमारी नई मशीनें 5G कंपैटिबल हैं."
पूरे छत्तीसगढ़ में जुलाई माह में 78 हजार नए कनेक्शन दिए गए हैं. इसमें बिलासपुर जोन में सर्वाधिक 20000 कस्टमर जुड़े हैं. कोरबा में भी औसतन रोज 100 से 500 लोग बीएसएनल का सिम खरीद रहे हैं या पोर्ट कर रहे हैं. आने वाले समय में यह संख्या और भी बढ़ने की संभावना है.