पटना: पटना का रंगमंच से पुराना नाता रहा है. विलुप्त होते थिएटर को पुनर्जन्म देने की कोशिश बिहार की राजधानी पटना में शुरू की गई है. गुरुवार को हाउस आफ वैराइटी में एक दिवसीय आर्ट एग्जिबिशन और वर्कशॉप का आयोजन किया गया. यह नियॉन आर्ट पेंटिंग का पहला एग्जीबिशन है. इसमें 8 प्रतिभागी पार्टिसिपेट किया है. जिसमें कुछ आर्ट कॉलेज के छात्र हैं और कुछ विभिन्न जिलों से आए हुए आर्टिस्ट हैं.
बच्चे अपने कला को निखारे: हाउस ऑफ वैराइटी के संस्थापक सुमन सिन्हा ने कहा कि यह वर्कशॉप का आयोजन का मकसद साफ है कि हमारे जो बिहार में पले बड़े बच्चे हैं,जिनके हाथ में इतनी सुंदर हुनर होने के बावजूद भी वह शर्माते हैं पब्लिक के सामने नहीं आते हैं. उनको आगे बढ़ाने और निखारने के मकसद से हाउस आफ वैराइटी ने कदम उठाया है. थिएटर में रंगमंच के अलावा आर्ट, म्यूजिक योग में भी बच्चे ट्रेनिंग ले सकते हैं और अपने कला को निखार सकते हैं.
"नियॉन थीम पर हमने पेंटिंग्स बनाया है. हमारे पेंटिंग में विष्णु जी को दिखाया गया है जो एक सीरीज का रूप है. महाभारत में द्रोपदी के साथ चीरहरण हुआ था और उसकी झलक हमारे पेंटिंग में देखने को मिलेगी. लोग हमारे पेंटिंग को देखते हैं, वह देखते रह जाते हैं क्योंकि यह नियॉन आर्ट है." - कौशिक कुमार
इंडिया का पहला एग्जिबिशन बिहार में होगा: इस प्रदर्शनी में आर्ट कॉलेज के छात्रों के साथ-साथ बिहार के अलग-अलग कोने से आए आर्टिस्ट की पेंटिंग्स प्रदर्शनी लगाई गई है. हाउस वैराइटी के साथ एमओयू करके नियॉन आर्ट वर्कशॉप आयोजन किया जा रहा है. यह बिहार का पहला आर्ट वर्कशॉप का आयोजन राजधानी में किया जा रहा है. आने वाले समय में नियॉन एग्जिबिशन भी लगाया जाएगा जो इंडिया का पहला एग्जिबिशन बिहार में होगा. यह अप्रैल होगा.
"यह बिहार का पहला आर्ट वर्कशॉप का आयोजन राजधानी में किया जा रहा है. नियॉन एग्जिबिशन भी लगाया जाएगा जो इंडिया का पहला एग्जिबिशन बिहार में होगा. यह अप्रैल महीने में किया जाएगा. नियॉन आर्ट के जरिए हम वैसे आर्टिस्ट को आगे बढ़ना चाहते हैं. जिनको हाथ में काला है और उनको मौका नहीं मिल रहा है." -अंकिता
नियॉन चित्रकला प्रदर्शनी : पटना आर्ट कॉलेज की छात्रा पल्लवी ठाकुर ने कहा कि पेंटिंग्स मैंने नियॉन में क्रिएट किया है. एक सप्ताह में इस पेंटिंग को हमने तैयार किया है. हम लोगों का मकसद होता है कि पढ़ाई और अपनी चित्रकारी को लोगों को दिखाएं. बिहार में ना तो प्रतिभा की कमी है और ना आर्ट की कोई कमी है. हर लोग कुछ अलग करना चाहते हैं. आर्ट से लोगों के हाथ के हुनर को पहचान मिलती है. यह नियॉन आर्ट एक अद्भुत कला है.
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