जोधपुर. जोधपुर ग्रामीण जिले के बालसेर थाना क्षेत्र में गत वर्ष 22 नवंबर को एक घर में हुई लाखों की चोरी का पुलिस ने पर्दाफाश किया है. चार माह तक पुलिस की टीमें इस मामले को सुलझाने में लगी रही, तब कहीं जाकर सफलता मिली. आरोपी पीड़ित परिवार का पड़ोसी युवक निकला. उसने चोरी के बाद कई दिनों तक माल को छुपाए रखा. बाद में धीरे धीरे इस्तेमाल करना शुरू किया. शक के आधार पर उसे दस्तायब कर पूछताछ की तो उसने चोरी करना कबूल कर लिया. साथ में यह भी बताया कि उस पर ऑनलाइन गेमिंग के चलते कर्जा हो गया था. इसके लिए उसने चोरियां करनी शुरू कर दी थी.
जोधपुर ग्रामीण के जिला पुलिस अधीक्षक धर्मेंन्द्र सिंह ने बताया कि पुलिस थाना बालेसर में मालियां का बेरा निवासी अशोक कुमार ने गत वर्ष 22 नवंबर को रिपोर्ट दी थी कि उसके घर से दोपहर में 27 तोला सोना व चार लाख रुपए नकदी चोरी हो गई.एफआईआर दर्ज होने के बाद पुलिस ने टीम गठित कर चोरों की तलाश शुरू की. घटनास्थल व आसपास के क्षेत्र में लगे सीसीटीवी कैमरों एवं तकनीकी डाटा को खंगाला गया. क्षेत्र में मुखबिर तंत्र सक्रिय किया गया. इसकी जानकारी के आधार पर मंगलवार को ताराराम पुत्र छोटूराम माली को पकड़ कर उससे पूछताछ की तो उसने चोरी करना कबूल लिया.
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ताराराम ने पुलिस को बताया कि उसे ऑनलाइन गेम खेलने में काफी आर्थिक नुकसान हो गया था. इसके लिए पत्नी के गहने बेच दिए, लेकिन ऑनलान गेम की लत नहीं छूटी. बाद में उसने आस पास छोटी चोरियां करनी शुरू कर दी. फिर बड़ी चोरी का प्लान तैयार किया. मोहल्ले में एक शादी होने से उसके पड़ोसी अशोक कुमार के घर कोई नहीं था. वह घर के पीछे से छत पर चढ़कर घर के अन्दर घुसा और वहां से 27 तोला सोना व 4 लाख रुपए लेकर फरार हो गया.
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नदी के पास छुपाई नकदी और सोना: एसपी ने बताया कि आरोपी ताराराम ने होशियारी दिखाते हुए चोरी का माल गांव के नदी के पास जमीन में गाड़ दिया, जिससे उस पर कोई शक नहीं कर सके. उसने अपनी पत्नी को मायके भेज दिया. चोरी की बात ठंडी पडने पर उसने धीरे धीरे सोना निकाल कर बेचना शुरू किया, जिससे उस पर शक नहीं हो. उसके बाद उसने नकदी भी धीरे धीरे खर्च करनी शुरू कर दी. इस दौरान पुलिस के मुखबिर को उसके रहन सहन का स्तर बदलने पर शक हुआ. कई दिनों तक उस पर नजर रखने के बाद पुलिस ने पकड़ लिया.