झालावाड़. जिले में मिश्रोली कस्बे के राजकीय महात्मा गांधी स्कूल में बाल गोपाल योजना के तहत बच्चों को प्रतिदिन पिलाए जाने वाले दूध में लापरवाही सामने आई है. स्कूल में बच्चों को एक्सपायर डेट वाले पैकेट का दूध पिलाया जा रहा था, जबकि राज्य सरकार की ओर से एक्सपायरी डेट वाले दूध के पैकेट को तुरंत निस्तारण करने के निर्देश दिए गए हैं. बावजूद इसके विद्यालय प्रशासन की ओर से बच्चों को दूध का नियमित सेवन कराया जा रहा था. अब पूरे मामले में ब्लॉक शिक्षा अधिकारी दामोदरमल ने जांच करवा कर उचित कार्रवाई की बात कही है.
रोज 100 बच्चें पी रहे दूध : बता दें कि राजकीय महात्मा गांधी विद्यालय में 165 से अधिक विद्यार्थी अध्ययनरत है जिनमें कक्षा 1 से 8 तक के लगभग 100 से अधिक बच्चों को रोजाना दूध का सेवन करवाया जाता है. विद्यालय में मौजूद मिल्क पाउडर के पैकेट कुछ अप्रैल व जून माह में एक्सपायर हो गए हैं. फिर भी इन पैकेट्स का अभी तक निस्तारण नहीं किया गया. स्कूल में दूसरे मिल्क पाउडर के पैकेट भी उपलब्ध है. इसके बावजूद बच्चों को एक्सपायरी पैकेट वाला दूध पिलाया जा रहा था. राज्य सरकार की ओर से बजट सत्र में की गई घोषणा में अब समस्त राजकीय विद्यालय में कक्षा 1 से 8 तक के बच्चों को 1 जुलाई से प्रतिदिन दूध का सेवन करवाए जाने का प्रावधान रखा गया है.
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प्रधानाचार्य बोले- स्टाफ की गलती : इधर, मामले में कार्यवाहक प्रधानाचार्य विनोद कुमार ने कहा कि विद्यालय के नए शिक्षण सत्र में नए शिक्षक को पोषाहार प्रभारी बनाया गया है. ऐसे में बच्चों के दूध के वितरण में स्कूल स्टाफ से यह गलती हो गई है. आगे से ऐसी गलती नहीं होगी और एक्सपायरी डेट वाले दूध के पैकेट को अलग रखवा दिया जाएगा.
बता दें कि बाल गोपाल योजना के तहत पहले सरकारी विद्यालयों में कक्षा एक से आठवीं तक के बच्चों को सप्ताह में दो दिन दूध मिलता था. वहीं बदलाव के बाद अब सप्ताह में सोमवार से शनिवार तक दूध बच्चों को पिलाया जा रहा है.