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दर्द से कराह रही गर्भवती को अस्पताल से निकाला, खुली सड़क पर हुआ बच्चे का जन्म - woman birth to child on road

नीमच जिला अस्पताल से स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है. डिलीवरी कराने अस्पताल पहुंची महिला को स्टाफ ने अस्पताल से बाहर निकाल दिया. इसके बाद पीड़िता अस्पताल के बाहर पहुंची तो वो प्रसव पीड़ा से कराहने लगी. परिवार के लोगों ने उसे सड़क पर ही लिटा दिया, इस दौरान महिला ने सड़क पर ही बच्चे को जन्म दे दिया.

woman birth to child on road in neemuch
नीमच में सड़क पर शिशु का जन्म (Getty Image)
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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : May 23, 2024, 7:34 AM IST

Updated : May 23, 2024, 9:22 AM IST

गर्भवती को अस्पताल से निकाला, सड़क पर बच्चे का जन्म (ETV BHARAT)

नीमच। 'रेफर' के नाम से पहचाने जाने वाले नीमच जिला चिकित्सालय से स्वास्थ्य सुविधाओं की पोल खोलती घटना सामने आई है. प्रसव पीड़ा से तड़प रही महिला ने सड़क पर नवजात शिशु को जन्म दिया है. दरअसल महिला जिला अस्पताल में परिजनों के साथ डिलीवरी के लिए आई थी. डॉक्टर ने महिला को अस्पताल से बाहर निकाल दिया. जिसके बाद महिला ने बीच सड़क पर नवजात शिशु को जन्म दिया. डॉक्टर ने बताया कि ब्लड प्रेशर ज्यादा है, प्रसव नहीं हो सकता है इतना कहकर प्रसूता को वहां से निकाल दिया.

जिला अस्पताल की लापरवाही का वीडियो आया सामने

जिला चिकित्सालय में जो दृश्य सामने आया वह नीमच के जनप्रतिनिधियों और प्रशासन को शर्मिंदा करने वाला है. जिला चिकित्सालय के मुख्य सड़क पर दोपहर भरी गर्मी में एक महिला की डिलीवरी हो गई. गनीमत रही कि जच्चा-बच्चा स्वस्थ हैं. मामले में जो वीडियो सामने आया है वह भी दिल दहलाने वाला है. रोते हुए महिला के पति ने जो घटनाक्रम बताया जिसे सुनकर हर कोई दंग रह गया.

ब्लड प्रेशर ज्यादा है कहकर कर दिया रेफर

आपबीती बताते हुए प्रसूता के पति दिनेश सिलावट ने बताया कि हम लोग राजस्थान के चित्तौड़गढ़ जिले के गंगरार के रहने वाले हैं. हम लोग कंबल बेचकर मजदूरी का काम करते हैं. हम लोग कुछ दिनों से नीमच के मालखेड़ा में रह रहे थे. पत्नी गर्भवती थी, बुधवार दोपहर लगभग 2:30 बजे जब उसे प्रसव पीड़ा हुई तो जिला चिकित्सालय लेकर आए. जहां पर डॉक्टरों ने यह कहते हुए महिला को रेफर कर दिया कि महिला का ब्लड प्रेशर ज्यादा है, आप इसे उदयपुर ले जाओ. पति ने डॉक्टरों के सामने मन्नतें की कि आप देख लीजिए, डिलीवरी होने वाली है. लेकिन वहां मौजूद महिला स्टाफ ने किसी की नहीं सुनी और दंपत्ति को वहां से जाने को कह दिया.

Also Read:

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20 मिनट का रास्ता दो घंटे में भी तय नहीं कर सकी MP सरकार की जननी, खुले आसमान के नीचे बच्चे का जन्म

भरी गर्मी में सड़क पर डिलीवरी

करीब 4 बजे जब वह अस्पताल के रोड पर पहुंचे, वाहन में बैठने से पहले ही अचानक बच्चा महिला के शहरी से बाहर आने लगा. तब आसपास मौके पर मौजूद कुछ समझदार जागरूक ग्रामीणों ने अपनी धोती और वस्त्र देकर महिला को चारों तरफ से घेरा और फिर मौजूद बुजुर्ग महिलाओं ने प्रसूता की डिलीवरी करवाई. इसके बाद अंदर महिला स्टाफ को सूचना दी गई. तब जाकर महिला स्टाफ ने सड़क पर पहुंचकर जच्चा-बच्चा को अस्पताल में भर्ती किया.
जाएगी.

कलेक्टर ने कही जांच की बात

इस मामले में नीमच कलेक्टर विनीत जैन ने बताया कि सड़क पर महिला की डिलीवरी की खबर उनके संज्ञान में आई है. इस मामले की जांच कराई जाएगी और जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.

गर्भवती को अस्पताल से निकाला, सड़क पर बच्चे का जन्म (ETV BHARAT)

नीमच। 'रेफर' के नाम से पहचाने जाने वाले नीमच जिला चिकित्सालय से स्वास्थ्य सुविधाओं की पोल खोलती घटना सामने आई है. प्रसव पीड़ा से तड़प रही महिला ने सड़क पर नवजात शिशु को जन्म दिया है. दरअसल महिला जिला अस्पताल में परिजनों के साथ डिलीवरी के लिए आई थी. डॉक्टर ने महिला को अस्पताल से बाहर निकाल दिया. जिसके बाद महिला ने बीच सड़क पर नवजात शिशु को जन्म दिया. डॉक्टर ने बताया कि ब्लड प्रेशर ज्यादा है, प्रसव नहीं हो सकता है इतना कहकर प्रसूता को वहां से निकाल दिया.

जिला अस्पताल की लापरवाही का वीडियो आया सामने

जिला चिकित्सालय में जो दृश्य सामने आया वह नीमच के जनप्रतिनिधियों और प्रशासन को शर्मिंदा करने वाला है. जिला चिकित्सालय के मुख्य सड़क पर दोपहर भरी गर्मी में एक महिला की डिलीवरी हो गई. गनीमत रही कि जच्चा-बच्चा स्वस्थ हैं. मामले में जो वीडियो सामने आया है वह भी दिल दहलाने वाला है. रोते हुए महिला के पति ने जो घटनाक्रम बताया जिसे सुनकर हर कोई दंग रह गया.

ब्लड प्रेशर ज्यादा है कहकर कर दिया रेफर

आपबीती बताते हुए प्रसूता के पति दिनेश सिलावट ने बताया कि हम लोग राजस्थान के चित्तौड़गढ़ जिले के गंगरार के रहने वाले हैं. हम लोग कंबल बेचकर मजदूरी का काम करते हैं. हम लोग कुछ दिनों से नीमच के मालखेड़ा में रह रहे थे. पत्नी गर्भवती थी, बुधवार दोपहर लगभग 2:30 बजे जब उसे प्रसव पीड़ा हुई तो जिला चिकित्सालय लेकर आए. जहां पर डॉक्टरों ने यह कहते हुए महिला को रेफर कर दिया कि महिला का ब्लड प्रेशर ज्यादा है, आप इसे उदयपुर ले जाओ. पति ने डॉक्टरों के सामने मन्नतें की कि आप देख लीजिए, डिलीवरी होने वाली है. लेकिन वहां मौजूद महिला स्टाफ ने किसी की नहीं सुनी और दंपत्ति को वहां से जाने को कह दिया.

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20 मिनट का रास्ता दो घंटे में भी तय नहीं कर सकी MP सरकार की जननी, खुले आसमान के नीचे बच्चे का जन्म

भरी गर्मी में सड़क पर डिलीवरी

करीब 4 बजे जब वह अस्पताल के रोड पर पहुंचे, वाहन में बैठने से पहले ही अचानक बच्चा महिला के शहरी से बाहर आने लगा. तब आसपास मौके पर मौजूद कुछ समझदार जागरूक ग्रामीणों ने अपनी धोती और वस्त्र देकर महिला को चारों तरफ से घेरा और फिर मौजूद बुजुर्ग महिलाओं ने प्रसूता की डिलीवरी करवाई. इसके बाद अंदर महिला स्टाफ को सूचना दी गई. तब जाकर महिला स्टाफ ने सड़क पर पहुंचकर जच्चा-बच्चा को अस्पताल में भर्ती किया.
जाएगी.

कलेक्टर ने कही जांच की बात

इस मामले में नीमच कलेक्टर विनीत जैन ने बताया कि सड़क पर महिला की डिलीवरी की खबर उनके संज्ञान में आई है. इस मामले की जांच कराई जाएगी और जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.

Last Updated : May 23, 2024, 9:22 AM IST
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