रांचीः झारखंड की सभी 14 सीटों को जीतने के संकल्प के साथ एनडीए ने चुनाव मैदान में उतरने का फैसला लिया है. रांची में भाजपा प्रदेश कार्यालय में मंगलवार 2 अप्रैल को बीजेपी आजसू नेताओं की बैठक हुई. जिसमें समन्वय बनाकर झारखंड की सभी सीटों को जीतने की रणनीति बनाई गयी.
रांची के प्रदेश कार्यालय में डेढ़ घंटे तक चली इस बैठक में एनडीए ने जहां विरोधियों के गढ़ में मजबूती के साथ चुनाव लड़ने के लिए कार्य योजना बनाई है. वहीं प्रत्याशी को लेकर चल रही नाराजगी को दूर करने की कोशिश इस बैठक के जरिए की गई. लोकसभा चुनाव को लेकर एनडीए की इस पहली बैठक में गांडेय विधानसभा उपचुनाव पर भी खुल कर चर्चा हुई. बीजेपी के सहयोगी दल आजसू के द्वारा दावेदारी एक बार फिर बैठक में देखने को मिली.
भविष्य का रोडमैप तय करेगा यह चुनाव- बाबूलाल मरांडी
रांची में एनडीए की बैठक को सफल बताते हुए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा है कि भविष्य का रोड मैप तय करने के लिए यह चुनाव काफी महत्वपूर्ण है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 2047 तक विकसित भारत के संकल्प को पूरा करने के लिए झारखंड की सभी 14 सीटों पर कमल फूल खिलेगा और देश में 400 सीटों को पार करने में हम जरुर सफल होंगे.
इस मौके पर एनडीए घटक दल आजसू पार्टी के प्रमुख सुदेश महतो ने कहा कि स्थानीय मुद्दे को लेकर जनता के बीच पूरी ताकत के साथ एनडीए चुनाव मैदान में उतरेगा. उन्होंने कहा कि हमारा उद्देश्य साफ है कि झारखंड की स्थानीय समस्या को राष्ट्रीय स्तर पर समाधान कराने का इस दिशा में हमारा प्रयास जारी रहेगा.
एनडीए के बैठक से कई बीजेपी नेता रहे नदारद
लोकसभा चुनाव को लेकर बुलाई गयी एनडीए की बैठक में कई नेता अनुपस्थित रहे. दुमका लोकसभा सीट पर चुनाव मैदान में उतरने से पहले टिकट कटने से नाराज सुनील सोरेन, जयंत सिन्हा जैसे नेता इस बैठक से दूर रहे. हालांकि टिकट कटने के बावजूद उदास मन से बैठक में चतरा सांसद सुनील सिंह, धनबाद सांसद पीएन सिंह और लोहरदगा सांसद सुदर्शन भगत बैठक में मौजूद रहे. इसके अलावा गोड्डा सांसद और पार्टी प्रत्याशी निशिकांत दूबे, हजारीबाग विधायक और पार्टी प्रत्याशी मनीष जायसवाल भी बैठक में शामिल नहीं हुए.
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