रांची: महाराष्ट्र में चल रही एनसीपी की घड़ी झारखंड में कमल से अलग हो गई है. विधानसभा चुनाव से ठीक पहले एनडीए के अंदर एनसीपी अजित पवार गुप ने बड़ा फैसला लेते हुए झारखंड की सभी 81 सीटों पर चुनाव लड़ने का फैसला लिया है.
2019 के विधानसभा चुनाव में हुसैनाबाद से एनसीपी को सफलता मिली थी. मगर हाल ही में एनसीपी विधायक कमलेश सिंह ने पार्टी के सभी प्रमुख नेताओं के साथ भाजपा का दामन थाम लिया था. जिसके बाद एक बार फिर से पार्टी को खड़ा करने की जिम्मेदारी राष्ट्रीय सचिव सचिदानंद सिंह को बतौर प्रदेश अध्यक्ष के रुप में दी गई है.
इन सबके बीच आज 19 अक्टूबर को एनसीपी अजित पवार गुट की बैठक हुई. जिसमें न केवल सभी 81 सीटों पर चुनाव लड़ने का निर्णय लिया गया बल्कि पहले चरण के होने वाले चुनाव के लिए 17 प्रत्याशियों के नामों की घोषणा की गई. पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री और प्रमुख राष्ट्रीय प्रवक्ता बृजमोहन श्रीवास्तव की मौजूदगी में प्रदेश अध्यक्ष सच्चिदानंद सिंह ने प्रत्याशी के नाम की घोषणा की.
एनसीपी अजित पवार गुट की प्रत्याशियों की लिस्ट
एनसीपी ने झारखंड विधानसभा चुनाव के पहले चरण के चुनाव के लिए 17 प्रत्याशियों के नामों की घोषणा कर दी है. इस लिस्ट के तहत घोषित प्रत्याशियों में, पूर्वी जमशेदपुर से डॉ. पवन पांडे, चाईबासा से कमल नीमा सोरेन, जुगसलाई से सृष्टि भुइयां, पश्चिम जमशेदपुर से सौरव ओझा, बहरागोड़ा से अशोक महतो को टिकट दिया गया है. इसी प्रकार इचागढ़ से मोहम्मद रिजवान, पोटका से निरुप हांसदा, मनोहरपुर से सुनीता लुगुन, जगन्नाथपुर से राजेश जॉन, पांकी से सुमित यादव, लातेहार से शिवनाथ रजक, सरायकेला से सुखलाल शांडिल्य, सिल्ली से अमित महतो, हटिया से आदर्श कुमार सिंह, हजारीबाग से प्रदीप कुमार पांडे, मांडू से मोहम्मद अब्दुल्ला और बरही से महेश ठाकुर इस लिस्ट में शामिल हैं.
भाजपा की चुनौती हमें स्वीकार- एनसीपी
कार्यकर्ताओं और नेताओं से राय जानने के बाद चुनाव मैदान में उतरने की तैयारी में जुटा एनसीपी ने भाजपा को चुनौती देते हुए कहा है कि चुनाव में जनता तय करेगी कि हम कितने मजबूत हैं. पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री बृजमोहन श्रीवास्तव ने कहा कि झारखंड में हम काफी मजबूत स्थिति में है और पार्टी हमेशा से जल जंगल जमीन की लड़ाई लड़ी है. आदिवासी मूलवासी दलित शोषित पिछड़ों की लड़ाई लड़ने का हमारा इतिहास रहा है. ये हमारे राजनीतिक संघर्ष का ही परिणाम था कि पिछले चुनाव में हुसैनाबाद में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी को जीत मिली थी.
इस बार भी हम मजबूती के साथ चुनाव मैदान में उतरने को तैयार हैं. कार्यकर्ताओं की भावना के अनुरूप पार्टी ने सभी 81 सीटों पर चुनाव लड़ने का फैसला लिया है. एक सवाल का जवाब देते हुए एनसीपी नेता बृजमोहन श्रीवास्तव ने कहा कि कमलेश सिंह के पार्टी छोड़ने से कोई असर नहीं पड़ेगा. अगर हम एनडीए के साथ चुनाव लड़ते तो हमें एक या दो सीट मिलती, मगर अभी हम सभी 81 सीटों पर प्रत्याशी देने की स्थिति में है.
एनसीपी नेता ने कहा कि अब जनता को फैसला करना है कि हमारे प्रति क्या सोच है. हाल ही में एनसीपी प्रदेश अध्यक्ष के रूप में जिम्मेदारी संभालने वाले सच्चिदानंद सिंह कहते हैं कि मेरे लिए यह फूलों का ताज नहीं है बल्कि कांटो भरी सेज है. जिसे हम चुनौतीपूर्ण ढंग से ले रहे हैं और झारखंड में पार्टी को एक बार फिर मजबूती और विश्वास के साथ खड़ा करने का काम करेंगे.
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