बीजापुर: 12 जनवरी को बंदेपारा और कोरंजेड़ के जंगलों में हुए मुठभेड़ में 5 नक्सली मारे गए. मारे गए नक्सलियों के शवों की आज पहचान पूरी कर ली गई. पुलिस ने बताया कि मारे गए नक्सलियों में महिला माओवादी भी शामिल हैं. एनकाउंटर में ढेर हुए सभी नक्सली लंबे वक्त से पश्चिम बस्तर डिवीजन में एक्टिव थे. मारे गए नक्सलियों की पहचान नेशनल पार्क एरिया कमेटी के प्लाटून नम्बर 2 के कमाण्डर DVCM रैनु हेमला, PPCM ज्योति ताती, मिलिशया प्लाटून कमांडर रमेश एचाम, मिलिशिया प्लाटून सदस्य रमेश मिच्चा के रूप में हुई है.
15 लाख के इनामी नक्सली ढेर: मारे गए माओवादियों पर सरकार ने 15 लाख का इनाम घोषित किया था. मारे गए नक्सलियों के पास से पुलिस ने 1 SLR, 12 बोर की 2 बंदूकें, सिंगल शॉट रायफल, 1 बीजीएल लॉन्चर, कंट्री मेड भरमार बंदूक बरामद की है. मौके से कारतूसों और विस्फोटकों का बड़ा जखीरा भी मिला है. घटनास्थल के पास से दवाओं और नक्सली साहित्य भी मिले हैं.
साल 2024 में नक्सल विरोधी अभियान में प्राप्त बढ़त को आगे बरकरार रखा जाएगा. साल 2025 में भी बस्तर संभाग में एंटी नक्सल ऑपरेशन तेजी से चलाया जा रहा है. परिणाम स्वरूप विगत दिनों में कुल 13 हार्डकोर माओवादियों के शव बरामद किए गए हैं. माओवादियों की तमाम साजिश और कायराना हरकतों के बावजूद भी सुरक्षा बल शांति और सुरक्षा के लिए मैदान में काम कर रहे हैं - सुंदरराज पी. बस्तर आईजी
एंटी नक्सल ऑपरेशन के दौरान 11 जनवरी को डीआरजी बीजापुर पार्टी मद्देड़ थाना इलाके में सर्चिंग के लिए गई. खबर मिली थी कि नेशनल पार्क एरिया कमेटी के माओवादी बंदेपारा और कोरंजेड़ के जंगल में हैं. अभियान के दौरान 12 जनवरी को सुबह 8 बजे घने जंगलों के बीच मुठभेड़ शुरु हुई. सुबह 8 बजे से लेकर शाम 4 बजे तक गोलीबारी जारी रही. एनकाउंट खत्म होने के बाद मौके से 2 महिला नक्सली समेत 5 माओवादियों के शव बरामद हुए - जितेंद्र यादव, एसपी
मारे गए नक्सलियों की पहचान और उनपर था इनाम
- रैनु हेमला DVCM प्लाटून नम्बर 2 की कमांडर थी. रैनु पर 8 लाख का इनाम था.
- ज्योति ताती मद्देड़ एरिया कमेटी में प्लाटून नम्बर 11 PPCM थी. ज्योति पर 5 लाख का इनाम था.
- रमेश एचाम नेशनल पार्क एरिया कमेटी में मिलिशिया प्लाटून कमांडर था. रमेश पर 1 लाख का इनाम था.
- रमेश मिच्चा नेशनल पार्क एरिया कमेटी में मिलिशिया प्लाटून सदस्य रहा. मिच्चा पर दंतेवाड़ा पुलिस ने 20 हजार का इनाम रखा था.
- मारे गए 5वें माओवादी की पहचान नहीं हो पाई है.