नारायणपुर : नक्सल प्रभावित नारायणपुर जिले में आज पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर एक नक्सली ने सरेंडर किया है. आत्मसमर्पित नक्सली बुधराम उर्फ बुधु पोयाम प्रतिबंधित माओवादी संगठन कुतुल एरिया कमेटी अन्तर्गत आलबेड़ा मिलिशिया सेक्शन डिप्टी कमाण्डर के पद पर तैनात था. उसने गुरुवार को पुलिस अधीक्षक कार्यालय नारायणपुर में एसपी और अन्य अधिकारियों के समक्ष आत्मसमर्पण किया.
मिलिशिया सेक्शन डिप्टी कमाण्डर ने किया सरेंडर : छत्तीसगढ़ शासन की नक्सल उन्मूलन नीति 'नियद नेल्लानार' का भी क्षेत्र में जोर शोर से प्रचार प्रसार किया जा रहा है. सरकार की पुनर्वास नीति का व्यापक प्रभाव भी दिखाई दे रहा है. इस साल सैकड़ों नक्सलियों ने सरकार की नीतियों से प्रभावित होकर सरेंडर किया है. इसी कड़ी में आज भी एक नक्सली ने नारायणपुर एसपी दफ्तर पहुंचकर सरेंडर किया है. आत्मसमर्पित नक्सली को शासन की नक्सल उन्मूलन नीति के तहत 25 हजार रूपये प्रोत्साहन राशि का चेक प्रदान किया गया है.
नक्सलियों का संगठन से हो रहा मोह भंग : नक्सल प्रभावित क्षेत्र के युवा-युवतियों को नक्सली शासन-प्रशासन के विरूद्ध भड़काते हैं. जल- जंगल-जमीन के नाम पर भोले-भाले आदिवासियों को बहकाकर उन्हें नक्सली बनाते हैं. नक्सल संगठन में नहीं जुड़ने पर गांव से भगाने की धमकी देकर जबरन संगठन में शामिल किया जाता है और उनका शोषण किया जाता रहा है. जिसके चलते नक्सलियों का संगठन से मोह भंग हो रहा है.
माड़ बचाव अभियान से सहमे नक्सली : नारायणपुर पुलिस माओवादी की खोखली विचारधारा से ग्रामीणों को मुक्त कराने और क्षेत्र में विकास करने के उद्देश्य से ‘‘माड़ बचाव’’ अभियान चला रही है. जिसके तहत क्षेत्र में लगातार सघन नक्सल विरोधी अभियान संचालित किया जा रहा है. माड़ क्षेत्र में नवीन कैम्प स्थापित होने से विकास कार्याें में तेजी आई है. साथ ही नक्सवलियों में भय का माहौल बना हुआ है.
एसपी की नक्सलियों से सरेंडर करने की अपील : पुलिस अधीक्षक नारायणपुर प्रभात कुमार ने नक्सल संगठन से जुड़े युवाओं से सरेंडर करने की अपील की है. आत्मसमर्पित नक्सलियों को शासन की ''नक्सल उन्मूलन नीति'' के तहत सभी प्रकार की सुविधाएं प्रदान की जायेगी. बस्तर के अंदरूनी क्षेत्र में पुलिस कैम्प खुलने और लगातार नक्सल विरोधी अभियान से क्षेत्र के ग्रामीणों में पुलिस के प्रति विश्वास बढ़ा है.