वाराणसी : अखिल भारतीय कुश्ती संघ के प्रयासों से बुधवार को वाराणसी में नेशनल फेडरेशन कप की शुरुआत हुई. फ्री स्टाइल टूर्नामेंट के पहले दिन रात लगभग 8:00 बजे तक फाइनल पूरा होने के बाद गुरुवार को विमेंस कुश्ती होगी. 26 अप्रैल तक यह कॉम्पटीशन होंगे. इसमें 25 राज्यों से आए लगभग 500 खिलाड़ी हिस्सा ले रहे हैं.
बुधवार को अखिल भारतीय कुश्ती संघ ने पहली बार एथलीट कमीशन का चुनाव भी वाराणसी में संपन्न कर दिया. इस एथलीट कमीशन के चुनाव का मकसद अखिल भारतीय कुश्ती संघ और खिलाड़ियों के बीच एक महत्वपूर्ण पुल के रूप में स्थापित करना है. यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग के निर्देश पर इस प्रक्रिया को पूरा किया गया.
एमफी थियेटर ग्राउंड पर टूर्नामेंट आयोजित : वाराणसी के काशी हिंदू विश्वविद्यालय स्थित एमफी थियेटर ग्राउंड पर हो रहे नेशनल फेडरेशन कप प्रतियोगिता के पहले दिन फ्री स्टाइल टूर्नामेंट हुआ. इस बारे में अखिल भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष संजय सिंह बबलू का कहना है कि यह आयोजन पूर्वांचल के पहलवानों के लिए एक बड़ा सूत्रधार साबित होने जा रहा है, क्योंकि कुश्ती में पूर्वांचल कहीं न कहीं से काफी पीछे रहा है.
इस तरह के नेशनल लेवल के आयोजन से उत्तर प्रदेश और पूर्वांचल के पहलवानों को बल मिलेगा. जब बड़े पहलवान आपके प्रदेश और आपके शहर में लड़ने के लिए पहुंचते हैं, तो उनको कुश्ती लड़ता हुआ देखकर नए पहलवान काफी उत्साहित होते हैं और कहीं न कहीं से उन्हें भी कुश्ती में आगे बढ़ने का बल मिलता है. यही वजह है कि इस तरह की प्रतियोगिता से नए पहलवान भी आगे आएंगे और नेशनल इंटरनेशनल लेवल पर अब और पूर्वांचल का नाम रोशन होगा.
वाराणसी के एक होटल में संपन्न हुई प्रक्रिया : कुश्ती संघ के अध्यक्ष संजय सिंह का कहना है कि लंबे वक्त तक विवादों में रहने वाली कुश्ती को अब नए सिरे से आगे बढ़ाने का काम किया जा रहा है. यही वजह है कि यूडब्ल्यूडब्ल्यू यानी यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग के निर्देश पर पहली बार उत्तर प्रदेश में ही एथलीट कमीशन का चुनाव भी पूरा किया गया है. यह प्रक्रिया वाराणसी के एक होटल में संपन्न हुई.
इस प्रक्रिया में कुल आठ बड़े पहलवानों व कुश्ती से जुड़े लोगों ने हिस्सा लिया था. इसमें उत्तर प्रदेश से भारती बघेल, गुजरात से खुशबू एस पवार, महाराष्ट्र से नरसिंह यादव, हरियाणा से निक्की, झारखंड से राजीव रंजन, दिल्ली से साहिल, केरल से स्मिता और पश्चिम बंगाल से श्वेता दुबे कमीशन के चुनाव में खड़े हुए थे. इनमें 25 राज्यों के कुल 50 खिलाड़ियों ने वोटिंग की है. यह प्रक्रिया बुधवार को पूरी हुई. इसमें झारखंड के राजीव रंजन को छोड़कर बाकी सभी ने जीत हासिल की.
अध्यक्ष की नियुक्ति की जाएगी : उन्होंने कहा कि अब इन्हीं में से कमीशन के लिए एक अध्यक्ष की नियुक्ति की जाएगी. उसके बाद हर राज्य में तैनात यह लोग खिलाड़ियों के साथ सामंजस्य रखते हुए कुश्ती को आगे बढ़ने का काम करेंगे. किसी भी खिलाड़ी को किसी तरह की कोई समस्या होती है या कोई जरूरत है तो वह एथलीट कमीशन के इन चुने हुए लोगों से बातचीत करेगा. यह लोग अखिल भारतीय कुश्ती संघ तक अपनी बातों को पहुंचाएंगे. इसके बाद उस पर निर्णय होगा कि क्या करना है. इससे हमारे और खिलाड़ियों के बीच एक मजबूत पुल का निर्माण होगा.
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