आज़मगढ़/लखनऊ/रायबरेली : निर्बल इंडियन शोषित हमारा आम दल 'निषाद पार्टी' के तत्वावधान में 30 नवंबर 2024 को सहारनपुर से संवैधानिक अधिकार यात्रा निकाली गई. पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व कैबिनेट मंत्री डॉ. संजय निषाद के नेतृत्व में शुक्रवार को यात्रा आजमगढ़ पहुंची. इस दौरान मीडिया से बातचीत करते हुए उनका दर्द छलका. दरअसल, डॉ. संजय निषाद जब अपनी यात्रा पर रवाना हो रहे थे तो डीआईजी आवास पर तैनात सुरक्षा कर्मियों से विवाद हो गया. इस दौरान मंत्री एक एसआई पर भड़कते नजर आए. काफी देर बाद मामला शांत होने पर वह आगे बढ़े.
आजमगढ़ में कैबिनेट मंत्री डॉ संजय निषाद ने कहा कि यह यात्रा 27 जिलों से होते हुए आज 28वें जिले में प्रवेश की है. जिसका उद्देश्य मछुआ समाज को संविधान में प्राप्त अधिकारों के प्रति जागरूक करना है और ऐसे लोगों से सावधान करना है जो संविधान की किताब लिए घूम रहे हैं. उन्होंने कहा कि मछुआ समाज को अनुसूचित जनजाति के तहत आरक्षण का लाभ दिलाने के लिए उनकी लड़ाई अभी जारी है. समाज को अभी तक आरक्षण का लाभ नहीं मिला है, यही कारण है कि यह समाज 2024 के लोकसभा चुनाव में 'इंडिया' गठबंधन के साथ चला गया था, जिसका खामियाजा भारतीय जनता पार्टी को उठाना पड़ा.
इस दौरान उन्होंने कहा कि भाजपा को मछुआ समाज को आरक्षण का लाभ दिलाना होगा. कैबिनेट मंत्री आशीष निषाद के बगावती तेवर का संजय निषाद ने समर्थन किया. उन्होंने कहा कि कुछ अधिकारी ऐसे हैं जो छवि खराब करने का काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि निषाद पार्टी जिसके साथ रहती है, मजबूती के साथ खड़ी रहती है. जब समाजवादी पार्टी ने दरवाजा बंद कर दिया, तब हम भारतीय जनता पार्टी के साथ आए, लेकिन भाजपा में सब कुछ सही नहीं चल रहा है. लोकसभा चुनाव के दौरान संत कबीर नगर सीट से प्रवीण निषाद को हराने में भारतीय जनता पार्टी के लोगों का हाथ रहा. उन पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है. मझवा से उनके विधायक को तोड़कर भारतीय जनता पार्टी ने अपना प्रत्याशी बनाया. हमें ना तो सिंबल दिया जा रहा है और ना ही हमें सीट दी जा रही है. यही कारण रहा है कि 2024 के लोकसभा चुनाव में मछुआ समाज पीडीए के साथ चला गया.
कैबिनेट मंत्री संजय निषाद ने कहा कि अतरौलिया विधानसभा में हमें सबसे ज्यादा मत मिला था. इस बार भी हम अतरौलिया विधानसभा सीट पर चुनाव लड़ेंगे, हालांकि एनडीए की सहयोगी दल सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी की नजर भी अतरौलिया सीट पर है. उन्होंने मुख्यमंत्री की तारीफ करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री अच्छे हैं, हमारे मार्गदर्शक हैं, लेकिन कुछ अधिकारी ऐसे हैं जो लगातार ऐसा काम कर रहे हैं जिससे वोटर नाराज हो जाए. जनता नाराज हो जाए और सहयोगी दल के नेता नाराज हो जाएं. यह अधिकारी सरकार की छवि को खराब कर रहे हैं और विपक्ष को लाभ पहुंचने का काम कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में कुछ ऐसे राजनीतिक दल हैं तो जातीय और धार्मिक संघर्ष कराके ही जिंदा रह सकते हैं. संभल हिंसा पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि जो भी सर्वे हो रहा है वह पुरातत्व विभाग कर रहा है उसमें सरकार का लेना देना नहीं है. पिछली सरकारों में पुरातत्व विभाग को सही तरीके से काम नहीं करने दिया जाता था. उन्होंने कहा कि संभल में जो हिंसा हुई वह जांच का विषय है जांच में दूध का दूध पानी का पानी हो जाएगा.
डीआईजी आवास पर तैनात सुरक्षा कर्मियों से विवाद: जिले में सर्किट हाउस में ठहरे कैबिनेट मंत्री डा. संजय निषाद जब अपनी यात्रा पर रवाना हो रहे थे तो डीआईजी आवास पर तैनात सुरक्षा कर्मियों से विवाद हो गया. इस दौरान मंत्री एक एसआई पर भड़कते नजर आए. मंत्री डा. संजय निषाद ने कहा कि मैं शुरू से कहते आया हूं, आज भी कह रहा हूं कि कुछ अधिकारी और कर्मचारी पूर्व की सरकारों से प्रेरित हैं. निषाद समाज को आगे बढ़ते हुए देख सभी के पेट में दर्द हो रहा है कि कैसे आज निषाद का बेटा आगे बढ़ रहा है. इसलिए जानबूझकर उनके द्वारा यात्रा रोकने के लिए व्यवधान डाला जा रहा है, जिस प्रकार ऋषि मुनि जब यज्ञ करते थे तो दानव किसी ना किसी प्रकार से हवन को रोकने का कार्य करते थे. ठीक उसी प्रकार मछुआ आरक्षण को लेकर निकाली जा रही रथ यात्रा के चलते कई लोग परेशान हैं और किसी ना किसी प्रकार से यात्रा को रोकना चाहते हैं. कहा कि उक्त प्रकरण की जांच को लेकर प्रमुख सचिव गृह और डीजीपी से शिकायत की जाएगी.
मंत्री के बयान पर कांग्रेस का तंज : अपना दल के नेता व कैबिनेट मंत्री प्राविधिक शिक्षा आशीष पटेल के बयान के बाद अब विपक्ष योगी सरकार पर हमलावर हो गई है. उत्तर प्रदेश कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता अंशु अवस्थी ने कहा कि सरकार के इंजन आपस में लड़ रहे हैं. प्रदेश के युवाओं, आम आदमी, दलितों व किसानों का नुकसान हो रहा है. भारतीय जनता पार्टी उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री एक तरफ बड़ी-बड़ी बातें कर रहे हैं, लेकिन उनके स्वयं के मंत्री आशीष पटेल के बयान आए हैं उससे यह पता चलता है कि सरकार के अंदर खाने में कितना असंतोष है? एक आईएएस अधिकारी को लेकर मंत्री ने हमला बोला है कि जितनी चाबी भरी जा रही उतना चल रहे हैं. यह कहकर आशीष पटेल उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री पर सीधे तौर पर निशाना साथ रहे हैं.
रायबरेली में राज्य मंत्री दिनेश प्रताप सिंह का बयान : उत्तर प्रदेश सरकार में राज्य मंत्री दिनेश प्रताप सिंह ने शुक्रवार को गुरु गोविंद सिंह पर्यावरणीय उद्यान में नव वर्ष पर आयोजित एक कार्यक्रम में सभी को नववर्ष की शुभकामनाएं दीं. इस मौके पर उन्होंने कहा कि भारतीय संस्कृति में जुड़ने और जोड़ने से अधिक शुभ कार्य कोई नहीं होता है. उन्होंने कहा कि एक जनवरी को इस बार अपने परिवार की तीन पीढ़ियों के साथ देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आशीर्वाद मिला. अपना दल के नेता व यूपी सरकार के मंत्री आशीष पटेल द्वारा एसटीएफ पर लगाए गए आरोप पर उन्होंने कहा कि यह शिकायत परिवार में जायज है. हो सकता है किसी को शिकायत हो, हमारा एनडीए का एक परिवार है. परिवार का सभी हिस्सा हैं. कोई नाराज होता है तो वह खुश हो जाएगा. आशीष पटेल को कोई असुविधा होगी, कोई शिकायत होगी तो परिवार में मिल बैठकर उसको निपटा लेंगे.