गोरकपुर: सीएम सिटी में रामगढ़ ताल पर्यटन के साथ वाटर स्पोर्ट्स का भी बड़ा केंद्र बन रहा है. रोमांच से भरपूर 5 दिन लोगों के लिए यादगार बनेंगे. यह आयोजन बड़े पैमाने पर होगा और इसमें देश भर से करीब 350 खिलाड़ी जुटेंगे. इसके लिए अभी से तैयारियां शुरू हो गई हैं. बता दें कि रामगढ़ ताल एक बड़े पर्यटन केंद्र के रूप में उभरा है. अब यहां इस आयोजन से इसकी अहमियत और भी ज्यादा बढ़ जाएगी.
22 से 26 अक्टूबर तक राष्ट्रीय जूनियर रोइंग प्रतियोगिता: रामगढ़ ताल में 22 से 26 अक्टूबर तक राष्ट्रीय जूनियर रोइंग प्रतियोगिता का आयोजन होने जा रहा है. जिसको रोइंग फेडरेशन ऑफ इंडिया और खेल मंत्रालय की अनुमति मिलने के बाद यहां तैयारियां शुरू कर दी गई हैं. इस प्रतियोगिता में करीब 350 खिलाड़ियों के देशभर से जुटने की उम्मीद है. इनके रहने, खाने की सुविधाओं को पूरा करने में यूपी का खेल विभाग और रोइंग एसोसियेशन जुट गया है.
कई खिलाड़ी पहुंचे, प्रैक्टिस में जुटे: इस प्रतियोगिता का हिस्सा बनने के लिए अब तक 24 से ज्यादा प्रदेशों के खिलाड़ी पहुंच गए हैं और प्रैक्टिस कर रहे हैं. ताल किनारे बने वाटर स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स के लिए जर्मनी से बोट भी मंगाई है. पिछले वर्ष खेलो इंडिया के तहत इस ताल में रोइंग की प्रतियोगिता आयोजित हुई थी. इसके बाद एसोशिएशन इसमें राष्ट्रीय प्रतियोगिता कराने में जुटा था. अब अक्टूबर को यह होने जा रही है. यूपी सरकार द्वारा रोइंग के इंटरनेशनल खिलाड़ी पुनीत बालियान को प्रशिक्षण और आयोजन सचिव की जिम्मेदारी दी गई है. इन्हें हाल ही में यूपी सरकार ने ग्रेड- 2 लेवल के अफसर की तैनाती भी दी है.
5 दिनों तक रोमांच ही रोमांच: क्रूज, फ्लोटिंग रेस्टोरेंट, लेजर लाइट शो, मोटर बोटिंग, पैरासेलिंग और लंदन आई की स्थापना रामगढ़ ताल वैसे ही लोगों के आकर्षण का केंद्र बना है. अब रोइंग प्रतियोगिता के माध्यम से खेल प्रेमियों को अपनी ओर आकर्षित करेगा. जिसका रोमांचक अक्टूबर में 5 दिनों तक लोगों के सिर पर चढ़कर बोलेगा. भारतीय नौकायन संघ के बैनर तले उत्तर प्रदेश रोइंग एसोसिएशन, खेल विभाग के सहयोग से यह प्रतियोगिता दो वर्गों में आयोजित होगी, जिसमें कुल पांच- पांच इवेंट होंगे.
500 मीटर की होंगी प्रतियोगिताएं: क्षेत्रीय खेल अधिकारी आले हैदर ने बताया है कि इसमें सिंगल स्कल्स, डबल स्कल्स, कॉक्सलेस पेयर और कॉक्सलेस स्क्लस भी शामिल है. सभी प्रतियोगिताएं सिर्फ 500 मीटर की होंगी. जबकि खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स प्रतियोगिता में 500 और 2000 मीटर की प्रतियोगिताएं हुई थीं. प्रतियोगिता से जुड़े खिलाड़ियों को रोइंग कोच गणेश निषाद के दिशा निर्देशन में अभ्यास कराया जा रहा है. इस खेल में गोरखपुर के खिलाड़ियों को भी मौका दिया जा रहा है. वहीं आयोजन सचिव की भूमिका निभा रहे हैं इंटरनेशनल खिलाड़ी और 11 गोल्ड-रजत पदक विजेता पुनीत बालियान कहते हैं कि अनुशासन इस खेल का सबसे बड़ा आधार है. जिस खिलाड़ी ने भी इसको अपनाया वह न सिर्फ सफल होगा बल्कि, अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में भी खुद को शामिल करने के योग्य तैयार कर ले जाएगा.
क्या है रोइंग खेल : रोइंग एक ऐसा खेल है जो ओलंपिक के सबसे पुराने खेलों में शामिल है. 1896 में ओलंपिक में यह शामिल हुआ था. एक नाव पर आठ व्यक्तियों की टीम इस खेल में शामिल होती है. लीडर के नेतृत्व में नाव चलाई जाती है.