सिरमौर: नेशनल हाईवे 907-ए नाहन-कुमारहट्टी का सफर अब और भी मजेदार हो जाएगा. जल्द ही इंटरमीडिएट स्तर के इस हाईवे को डबललेन किया जाएगा. ये हाईवे जिला सिरमौर के दो उपमंडलों नाहन-पच्छाद और सोलन के एक उपमंडल से होकर गुजरेगा. एलाइनमेंट प्रस्ताव तैयार कर विभागीय स्तर पर इसके निर्माण को लेकर बैठकों का दौर शुरू हो चुका है, जिसमें एनएच से सटी पंचायतों और इसकी जद में आने वाली लोगों की जमीनों को लेकर आपत्तियां और सुझाव मांगे जा रहे हैं. पहले चरण की बैठक नाहन में सम्पन्न हो चुकी है.
अब प्रशासन ने पच्छाद के सराहां में बैठक बुलाई है, जिसमें हाईवे निर्माण को लेकर तैयार की गई एलाइनमेंट को लेकर लोगों से परामर्श लिया जाएगा. साथ ही आपत्तियां भी दर्ज होंगी. तीसरे चरण की बैठक इसी माह सोलन जिला में आयोजित होगी. दरअसल डीपीआर तैयार करने वाली कंसल्टेंट कम्पनी ने हाईवे के निर्माण के लिए एक एलाइनमेंट तैयार की है. इसके बाद एनएचएआई नाहन मंडल की ओर से गत 5 दिसम्बर को दोसड़का (शिमला) के एक निजी होटल में पहले चरण की बैठक हो चुकी है. इस बैठक में प्रस्तावित एलाइनमेंट पर नाहन उपमंडल के लोगों की आपत्तियां दर्ज की गई हैं.
अब पच्छाद उपमंडल प्रशासन की तरफ से हाईवे के चौड़ीकरण के मद्देनजर 16 दिसम्बर को सुबह 11 बजे सराहां के ब्ल्यूज होटल नजदीक बस स्टैंड में दूसरी बैठक बुलाई गई है. इस बैठक में तहसीलदार, बीडीओ पच्छाद, पंचायत प्रतिनिधि और संबंधित ग्रामीण राजस्व अधिकारी भी हिस्सा लेंगे. प्रशासन ने उपमंडल पच्छाद के अधिकार क्षेत्र में आने वाले समस्त नागरिकों से आग्रह किया है कि वो इस बैठक में भाग लेकर अपनी-अपनी आपत्तियां और परामर्श दर्ज करवाएं.
73 किलोमीटर का होगा निर्माण
विभाग के मुताबिक उक्त एनएच का प्रारंभिक बिंदु दोसड़का (कालाअम्ब) है, लेकिन निर्माण कार्य बनोग से शुरू किया जाएगा. इसके तहत 73 किलोमीटर के हाईवे को डबललेन किया जाएगा. हालांकि प्रारंभिक बिंदु से कुमारहट्टी तक की दूरी 78 किलोमीटर है. वर्तमान में यह मार्ग एक इंटरमीडिएट हाईवे है, जिसे करीब 5 वर्षों पहले नेशनल हाईवे घोषित किया गया था.
इस सूरत में एक वर्ष में शुरू होगा निर्माण
बताया जा रहा है कि निर्माण से पहले की सभी औपचारिकताएं कंसल्टेंसी कम्पनी पूरी करेगी. यदि सब कुछ योजना के अनुसार चला, तो एक वर्ष के भीतर सड़क के चौड़ीकरण का कार्य शुरू हो सकता है. डबललेन होने से नाहन से कुमारहट्टी के बीच यात्रा सुगम हो जाएगी. साथ ही चंडीगढ़, देहरादून और शिमला जैसे प्रमुख शहरों के साथ बेहतर सड़क सम्पर्क स्थापित होने से व्यापार, पर्यटन और स्थानीय विकास को भी बढ़ावा मिलेगा.
क्या होता है इंटरमिडिए रोड
वर्तमान में ये सड़क इंटरमीडिएट रोड है, जिसे मध्यम दर्जे की सड़क या मध्यम सड़क कहा जा सकता है. यह सड़कें आम तौर पर नेशनल हाईवेज और स्थानीय सड़क नेटवर्क के बीच की कड़ी होती हैं, जो शहरों, कस्बों और ग्रामीण क्षेत्रों को जोड़ती हैं. इन सड़कों की चौड़ाई और गुणवत्ता सामान्यतः उच्च प्राथमिकता वाली सड़कों से कम होती है, लेकिन ये फिर भी यात्रा के लिए काफी महत्वपूर्ण रहती है.
एसडीएम पच्छाद डॉ प्रियंका चंद्रा ने कहा कि, 'हाईवे का चौड़ीकरण किया जाना है. लिहाजा जिन पंचायतों का क्षेत्र संबंधित हाईवे के साथ लगता है या क्षेत्र के जिन लोगों की निजी भूमि इस हाईवे के साथ लगती है, उनसे आपत्तियां और परामर्श लिए जाएंगे. इसके लिए 16 दिसम्बर को सराहां में बैठक बुलाई गई है. संबंधित क्षेत्रों के लोग इस बैठक में भाग लेकर अपनी-अपनी आपत्तियां और परामर्श अवश्य दर्ज करवाएं.'
एनएचएआई के अधीक्षण अभियंता ने राकेश खंडूजा ने कहा कि, ' नाहन-कुमारहट्टी हाईवे को डबललेन किया जाना है. इसके तहत एलाइनमेंट प्रस्ताव तैयार कर चौड़ीकरण के कार्य को लेकर लोगों से आपत्तियां और सुझाव मांगे जा रहे हैं. सराहां के बाद जिला सोलन में इसी माह बैठक बुलाई जानी है. इस प्रक्रिया से स्थानीय जनता को अपनी राय देने का मौका मिलेगा, ताकि परियोजना की योजना और कार्यान्वयन में जनता की भागीदारी सुनिश्चित हो सके.'
ये भी पढ़ें: हिमाचल के इस पावर प्रोजेक्ट में गिरा बिजली उत्पादन, जानिए क्या है वजह