लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री बीएल संतोष के डर के दूसरे दिन मीडिया और सोशल मीडिया की टीमों से मुलाकात के साथ ही उन्होंने यूपी के दलित वर्ग से आने वाले मंत्रियों से भी भेंट की. लोकसभा चुनाव 2024 में जिस तरह से भारतीय जनता पार्टी को अनुसूचित जाति का वोट नहीं मिला. आश्चर्यजनक तरीके से पहली बार बहुजन समाज पार्टी से कट कर यह वोट समाजवादी पार्टी और कांग्रेस की ओर चला गया, ऐसा आखिर क्यों हुआ यह सवाल मंत्रियों से पूछा गया और उन्होंने इस संबंध में अपने तर्क प्रस्तुत किए.
फिलहाल बीएल संतोष की बैठकों का फोकस सबसे ज्यादा इस पर बात पर रहा कि आने वाले समय में करीब 10 विधानसभा क्षेत्र के लिए होने वाले उपचुनाव में बीजेपी एक तरफ जीत कैसे दर्ज कर सकती है. सभी बैठकों में बीएल संतोष ने पदाधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्रों में जुटने को कहा. साथ ही जो भी कमियां रह गई हैं, उनको दूर करने के लिए जरूरी उपाय सुझाए. लोकसभा चुनाव खत्म होने के बाद अब यूपी में विधानसभा की 10 सीटों पर उपचुनाव होने वाले हैं.
ऐसे में बीजेपी की कोशिश इस बार विपक्ष के विजय अभियान को रोकने की होगी. आपसी मतभेद भूलकर हर सीट जीतने की रणनीति बीजेपी बना रही है. इसी चुनाव पर नजर रखते हुए यूपी बीजेपी की कोर कमेटी की एक बैठक की गई थी. आमतौर पर यूपी सरकार की कोर कमेटी की मीटिंग मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के घर पर होती है, लेकिन इस बार ये बैठक पार्टी के ऑफिस में की गई.
संगठन महामंत्री बीएल संतोष 2 दिन के लिए लखनऊ के दौरे पर थे. लोकसभा चुनाव में पार्टी के खराब प्रदर्शन के बाद ही यूपी में घमासान मचा हुआ है. यूपी में बीजेपी के कुछ सीनियर नेताओं में आपसी बोलचाल तक बंद है. ऐसे हालात में सब ने मिलकर तय किया कि उपचुनाव में इस बार जान लगा देनी है. इस बार नेताओं की नजर 10 सीटें जीतने पर होगी. इस बार के लोकसभा चुनाव में दलित वोटरों का एक बड़ा हिस्सा इंडिया गठबंधन के साथ चला गया, लेकिन इस बार बीजेपी कुछ बड़ा कर सकती है.
मीडिया विभाग और सोशल मीडिया की बैठक के बाद में उत्तर प्रदेश सरकार के समाज कल्याण मंत्री असीम अरुण और माध्यमिक शिक्षा मंत्री गुलाब देवी के अतिरिक्त कुछ अन्य दलित वर्ग से आने वाले नेता यहां पहुंचे. जिनकी अलग से बैठक भी बीएल संतोष ने ली. उनसे दलित वोटों के इंडी गठबंधन में जाने को लेकर सवाल पूछा. उनके जवाबों के आधार पर अब आने वाले समय में दलित वोट बैंक बढ़ाने की रणनीति भारतीय जनता पार्टी बना सकती है.