नर्मदापुरम: सिवनी मालवा वन परिक्षेत्र में पदस्थ वन रक्षक की मौत हो गई. उसकी मौत अचानक तबीयत खराब होने की वजह से हुई. इसके बाद गुस्साए स्टाफ के कर्मचारी फॉरेस्ट वन रेंजर अधिकारी के आवास पर एकत्रित हो गए. उन्होंने वन परिक्षेत्र अधिकारी (रेंजर) पर स्टाफ के कर्मचारियों को प्रताड़ित करने का आरोप लगाया. उन्होंने अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की मांग भी की है. आरोपों की जांच के लिए मुख्य वन संरक्षक अधिकारी ने तुरंत एक टीम का गठन कर दिया है. टीम घटना के अगले ही दिन से जांच शुरू कर देगी.
हॉस्पिटल ले जाते समय हुई वन रक्षक की मौत
मृतक मंगल पाण्डेय सिवनी मालवा वन परिक्षेत्र के ढेकना सर्कल के नोनिया बीट में पदस्थ था. गुरूवार की रात अचानक उसकी तबीयत खराब हो गई. उपचार के लिए एक निजी अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने जिला अस्पताल रेफर कर दिया. हास्पिटल जाते हुए रास्ते में ही उसकी मौत हो गई. वन रक्षक की मौत के बाद स्टाफ के कर्मचारी आक्रोशित हो गए. सभी कर्मचारी वन परिक्षेत्र कार्यालय में एकत्रित हो गए. आक्रोशित कर्मचारियों ने वन परिक्षेत्र अधिकारी वंदना मेहतो पर कर्मचारियों को प्रताड़ित करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि, रेंजर कई दिनों से मंगल पाण्डेय को घर खाली करने को लेकर नोटिस दे रही थी. उन्हें तमाम तरीकों से प्रताड़ित भी कर रही थी.
मृतक कर्मचारी को दी गई श्रद्धांजलि
कर्मचारी की मौत की सूचना पर थाना प्रभारी उषा मरावी भी रेंजर के आवास पर पहुंच गए. कर्मचारियों और पुलिस के आने के बाद वंदना मेहतो घर के बरामदे में जमीन पर लोटने लगी. रोते हुए उन्होंने कहा इसमें मेरी कोई गलती नहीं है. मृतक उत्तर प्रदेश के बलिया जिले का रहने वाला था. सूचना मिलने पर शाम तक परिजन पहुंच गए. परिजन की मांग पर मृतक के पोस्टमार्टम की वीडियोग्राफी भी कराई गई. पोस्टमार्टम के बाद मृतक को वन अधिकारियों और कर्मचारियों द्वारा श्रद्धांजलि भी दी गई.
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मामले की जांच करने के टीम गठित
डीएफओ मयंक गुर्जर ने बताया, "हमारे वन रक्षक मंगल पाण्डेय की मृत्यु हो गई है. अभी जो सामने आया है की उनको बुखार था. अभी पोस्टमार्टम रिपोर्ट आना बाकी है, उसके बाद ही कारण का पता चल सकेगा. यहां के कर्मचारी बता रहे हैं कि वन परिक्षेत्र अधिकारी द्वारा उनको परेशान किया जाता था. मामले को संज्ञान में लेते हुए मुख्य वनसंरक्षक अधिकारी ने जांच करने के लिए टीम का गठन कर दिया है. जांच दल कल सिवनी मालवा आकर जांच शुरू कर देगा. इसके बाद उचित कार्रवाई की जाएगी.