नर्मदापुरम। रायसेन वनमंडल के एक आदमखोर नर बाघ को सतपुड़ा टाइगर रिजर्व क्षेत्र के बोरी अभ्यारण में छोड़ दिया गया है. आदमखोर बाघ करीब तीन माह से रहवासी क्षेत्र में घूम रहा था. इस दौरान बाघ ने रायसेन के ग्राम नीमखेड़ा निवासी एक व्यक्ति को तेंदुपत्ता तोड़ने के दौरान हमला कर मार दिया गया था. बाघ द्वारा वनक्षेत्र के निकट स्थित ग्रामों के 12 से अधिक पालतु पशुओं का शिकार किया जा चुका था. जिसे गुरुवार को पांच हाथियों की मदद से रेस्क्यू कर एसटीआर में छोड़ दिया गया है.
रायसेन में बाघ ने बुजुर्ग को बनाया शिकार, क्षेत्र में दहशत
सतपुड़ा टाइगर रिजर्व की डिप्टी डायरेक्टर पूजा नागले के अनुसार, करीब तीन माह पहले रायसेन के रहवासी क्षेत्र में एक आदमखोर बाघ लगातार देखा जा रहा था. इस बाघ ने रायसेन के ग्राम नीमखेड़ा के बुजुर्ग पर भी हमला कर उसे मार दिया था. बाघ ने आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में पालतू पशुओं का शिकार भी किया था. लगातार बाघ का मूवमेंट शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र में होने के चलते रायसेन जिले के गांव के लोगों में भय का माहौल बना हुआ था.
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हाथियों की मदद से पकड़ा गया आदमखोर बाघ
वन विभाग के लगातार प्रयास के बाद भी बाघ को पकड़ा नहीं जा सका. हालांकि शुक्रवार को पन्ना के टाइगर रिजर्व से आए पांच हाथियों की मदद से एक सैकड़ा वन कर्मचारियों ने आदमखोर बाघ को ढूंढ निकाला. फिर उसे ट्रेंकुलाइज करके पकड़ा गया, जिसे गुरुवार रात को सतपुड़ा टाइगर रिजर्व के बोरी अभ्यारण में छोड़ दिया गया.