मेरठ: देश की पहली नमो भारत रीजनल ट्रेन जो कि दिल्ली से मेरठ के बीच प्रस्तावित है, इसका काम तेजी से चल रहा है. अभी यह ट्रेन साहिबाबाद से मोदीनगर तक कुल 34 किलोमीटर के ट्रैक पर दौड़ रही है. करीब 8 किमी तक और काम पूरा होने के बाद मेरठ दक्षिण स्टेशन भी इससे जुड़ जाएगा. मेरठ से दिल्ली तक की कुल 82 किमी की दूरी में 42 किमी तक का सफर यह ट्रेन अगले माह जुलाई तक तय करने लगेगी. इससे मेरठ के साथ ही आसपास के इलाकों की बड़ी आबादी को राहत मिलेगी और काम पूरा होने के बाद ढाई घंटे का सफर 50-55 मिनट में ही पूरा हो जाएगा. आइए जानते हैं, नमो भारत को लेकर क्या कुछ चल रहा है.
NCRTC यानी नेशनल कैपिटल रीजन ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन लगातार तीव्र गति से कार्य कर रहा है. देश की पहली रीजनल रेल सेवा दिल्ली से पश्चिमी यूपी के प्रमुख शहर मेरठ तक पहुंच जाएगी. रिजनल रैपिड ट्रांसिट सिस्टम के तहत दो सेक्शन अब तक पूर्ण हो चुके हैं, जबकि तीसरे सेक्शन पर तीव्र गति से कार्य हो रहा. इस सेक्शन के चालू होने के बाद मेरठ समेत उत्तराखंड, मुजफ्फरनगर और सहारनपुर जनपद के हजारों लोगों को अपने गंतव्य से देश की राजधानी तक का सफर आसान हो जाएगा. अभी मेरठ से दिल्ली के सफर में 2-3 घंटे तक लग जाता है.
मेरठ जिले में नमो भारत के ठहराव के लिए पहला स्टेशन मेरठ दक्षिण है. मेरठ में नमो भारत कॉरीडोर के अंतर्गत 13 स्टेशन हैं. नमो भारत को लेकर ताजा अपडेट यह है, कि मेट्रो रेल सेफ्टी कमिश्नर (CMRS) की तरफ से पिछले दिनों नमो भारत कॉरीडोर के तीसरे सेक्शन प्रपोजल के लिए मंजूरी दे दी गई थी. जिसके बाद अब मोदीनगर से मेरठ साउथ के बीच नमो भारत के शीघ्र ही संचालन की उम्मीद भी बढ़ गई है.
नमो भारत को लेकर मेरठ में हर वर्ग में क्रेज है, लोग मानते हैं, कि जहां घंटों जाम में सुबह शाम लोगों को काफी मशक्कत के बाद मेरठ से दिल्ली का सफर तय करना होता है. ऐसे में अब जब मेरठ साऊथ तक नमो का संचालन जल्द ही होने जा रहा है, तो इसके बाद जहां अभी तक 34 किलोमीटर के सेक्शन पर नमो का संचालन हो रहा है. मेरठ दक्षिण स्टेशन साहिबाबाद से लगभग 42 किलोमीटर की दूरी पर है. जिसको लेकर युद्धस्तर पर कार्य जारी है. हालांकि, काम तो पूरे 82 किलोमीटर के कॉरिडोर पर जारी है. लेकिन, मेरठ दक्षिण तक इसके आने के बाद लगभग आधे कॉरिडोर पर संचालन शुरु हो जाएगा.
बता दें, कि मेरठ में एशिया का सबसे बड़ा बुलियन बाजार है, जहां हर दिन देशभर से अनेकों सर्राफा व्यापारी भी मेरठ आते हैं. उसके अलावा देश की राजधानी और उससे सटे एनसीआर क्षेत्र के शहरों में भी पढ़ाई और रोजगार के लिए लोग हर दिन आवाजाही करते हैं. ऐसे में मेरठ दक्षिण तक संचालन होने से निश्चित ही स्टूडेंट्स और रोजाना के ट्रैवलर्स को बड़ा फायदा मिलने वाला है. मोदीनगर से मेरठ दक्षिण तक जिस रूट पर अब संचालन को लेकर जिस सेगमेंट पर कार्य हो रहा है, उस रूट की लंबाई 8 किमी है.
गौरतलब है, कि मेरठ दक्षिण तक नमो के पहुंचने के बाद अगला पड़ाव मेरठ के मोदीपुरम तक होगा. वहीं दूसरी ओर साहिबाबाद से दिल्ली के सराय काले खां तक रैपिड रेल के संचालन की योजना पर भी कार्य चल रहा है. NCRTC के जिम्मेदारों का दावा है, कि मेरठ साउथ तक संचालन शुरू करने की अब लगभग हर तैयारी पूरी है. मेरठ दक्षिण (भूड़ बराल ) स्टेशन क्षेत्र के चारों ओर सर्विस लेन के निर्माण के साथ-साथ प्रवेश और निकास द्वार के पास पार्किंग की सुविधा भी यहां मिलेगी.
वर्तमान की बात करें, तो नमो भारत साहिबाबाद से मोदीनगर नॉर्थ के बीच 34 किमी. के खंड में संचालन हो रहा है. इस सेक्शन में आठ स्टेशन हैं, जिनमें साहिबाबाद समेत गाजियाबाद, गुलधर, दुहाई, दुहाई डिपो, मुरादनगर, मोदीनगर साउथ और मोदीनगर नॉर्थ हैं. कुल 82 किलोमीटर लंबे कॉरीडोर पर जून-2025 तक नमो भारत संचालन का लक्ष्य रखा गया है. हालांकि, यहां गौर करने वाली बात यह है कि मेरठ साऊथ तक ग्राउंड, कॉनकोर्स, प्लेटफॉर्म और फर्श का काम पूरा होने को है तकनीकी कमरे पहले ही तैयार किये जा चुके हैं. प्री-फैब्रिकेटेड स्टेशन की छत स्थापित करने के प्रयासों के साथ-साथ उपकरण स्थापना की जा रही है.
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