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'स्मार्ट मीटर वापस लेना ही होगा' नीतीश के गृह जिले नालंदा से कांग्रेस ने शुरू किया आंदोलन - CONGRESS AGITATION

CONGRESS AGITATION AGAINST SMART METERS: आरजेडी के बाद कांग्रेस ने भी स्मार्ट मीटर के खिलाफ जन आंदोलन शुरू किया. पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह ने सीएम नीतीश के गृह जिले नालंदा से इसकी शुरुआत की और कहा कि सरकार को हर हाल में स्मार्ट मीटर वापस लेना ही होगा. पढ़िये पूरी खबर

स्मार्ट मीटर के खिलाफ आंदोलन की शुरुआत
स्मार्ट मीटर के खिलाफ आंदोलन की शुरुआत (ETV BHARAT)
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By ETV Bharat Bihar Team

Published : Oct 2, 2024, 7:14 PM IST

नालंदाः बिहार की सियासत में स्मार्ट मीटर का मुद्दा बड़ा बनता जा रहा है. पहले आरजेडी ने स्मार्ट मीटर उखाड़ फेंको अभियान शुरू किया तो अब कांग्रेस ने भी गांधी जयंती के मौके पर स्मार्ट मीटर के खिलाफ जन आंदोलन का आगाज किया. कांग्रेस ने सीएम के गृह जिले नालंदा से इसकी शुरुआत की, जहां पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद ने सरकार पर उद्योगपतियों के सामने झुकने का आरोप लगाया

'उद्योगपतियों के दबाव में लिया फैसला': स्मार्ट मीटर के खिलाफ जन-आंदोलन की शुरुआत करते हुए कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह ने कहा कि नालंदा ऐतिहासिक स्थल है और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का गृह क्षेत्र माना जाता है, इसलिए यहां से आंदोलन की शुरुआत की गई है.

वापस लेना होगा स्मार्ट मीटर- कांग्रेस (ETV BAHRAT)

"पहले बिजली का बिल 1000 रुपए आता था, लेकिन जब से स्मार्ट मीटर घरों में लगाया गया है तब से 4 से 5 गुना अधिक बिजली बिल आ रहा है. सरकार ने उद्योगपतियों के दबाव में आकर स्मार्ट मीटर लगाने का फैसला लिया है जो कि पूरी तरह गरीब विरोधी है इसलिए कांग्रेस ने सरकार की जनविरोधी नीति के खिलाफ आज से आंदोलन शुरू किया है." -अखिलेश प्रसाद सिंह, प्रदेश अध्यक्ष, कांग्रेस

'वापस लेना होगा फैसला': स्मार्ट मीटर के खिलाफ कांग्रेस के आंदोलन की शुरुआत के मौके पर पार्टी के कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहे. पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा ने भी नीतीश सरकार पर निशाना साधा और इसे उद्योगपतियों को फायदा पहुंचाने वाला फैसला बताया.

"किसी बड़े उद्योगपति के दबाव में सरकार भूमि सर्वेक्षण हो या फिर स्मार्ट मीटर लगाने का तो फैसला कर लेती है, लेकिन जब जनता का दबाव होता है तो फिर उसे वापस लेती है. भूमि सर्वेक्षण की तर्ज पर स्मार्ट मीटर का फैसला भी सरकार को वापस लेना होगा."- मदन मोहन झा, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष, कांग्रेस

प्रशांत किशोर की दीं शुभकामनाएंः वहीं अखिलेश प्रसाद सिंह ने प्रशांत किशोर को उनकी नयी पार्टी के गठन पर शुभकामनाएं दी. अखिलेश सिंह ने कहा कि सियासत में सबको पार्टी का गठन करने और चुनाव लड़ने का अधिकार है. मैं प्रशांत किशोर को नयी पार्टी के गठन के लिए शुभकामनाएं देता हूं, लेकिन अभी तो उन्होंने पार्टी ही बनाई है. देखते हैं आगे क्या होता है.

"अभी न तो उनको अनुभव है और न राजनीति में दक्षता प्राप्त है. न वो खुद चुनाव लड़े हैं और न किसी को लड़वाए हैं. बाहर जितनी भी बात कर लें लेकिन बिहार में उनका तो कभी कुच रहा नहीं है.आगे देखते हैं हमलोग."-अखिलेश प्रसाद सिंह, प्रदेश अध्यक्ष, कांग्रेस

ये भी पढ़ेंःस्मार्ट मीटर के खिलाफ 'हल्ला बोल', प्रखंड मुख्यालयों पर RJD कार्यकर्ता का धरना-प्रदर्शन - RJD Protest

'नहीं चलेगा गरीबों का खून चूसनेवाला मीटर', स्मार्ट मीटर के खिलाफ पटना में RJD का हल्लाबोल - RJD PROTEST

बिहार में स्मार्ट मीटर पर सियासी पारा हाई! बिजली बिल के बोझ नहीं ढो पा रहे लोग - Smart Meter

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'उद्योगपतियों के दबाव में लिया फैसला': स्मार्ट मीटर के खिलाफ जन-आंदोलन की शुरुआत करते हुए कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह ने कहा कि नालंदा ऐतिहासिक स्थल है और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का गृह क्षेत्र माना जाता है, इसलिए यहां से आंदोलन की शुरुआत की गई है.

वापस लेना होगा स्मार्ट मीटर- कांग्रेस (ETV BAHRAT)

"पहले बिजली का बिल 1000 रुपए आता था, लेकिन जब से स्मार्ट मीटर घरों में लगाया गया है तब से 4 से 5 गुना अधिक बिजली बिल आ रहा है. सरकार ने उद्योगपतियों के दबाव में आकर स्मार्ट मीटर लगाने का फैसला लिया है जो कि पूरी तरह गरीब विरोधी है इसलिए कांग्रेस ने सरकार की जनविरोधी नीति के खिलाफ आज से आंदोलन शुरू किया है." -अखिलेश प्रसाद सिंह, प्रदेश अध्यक्ष, कांग्रेस

'वापस लेना होगा फैसला': स्मार्ट मीटर के खिलाफ कांग्रेस के आंदोलन की शुरुआत के मौके पर पार्टी के कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहे. पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा ने भी नीतीश सरकार पर निशाना साधा और इसे उद्योगपतियों को फायदा पहुंचाने वाला फैसला बताया.

"किसी बड़े उद्योगपति के दबाव में सरकार भूमि सर्वेक्षण हो या फिर स्मार्ट मीटर लगाने का तो फैसला कर लेती है, लेकिन जब जनता का दबाव होता है तो फिर उसे वापस लेती है. भूमि सर्वेक्षण की तर्ज पर स्मार्ट मीटर का फैसला भी सरकार को वापस लेना होगा."- मदन मोहन झा, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष, कांग्रेस

प्रशांत किशोर की दीं शुभकामनाएंः वहीं अखिलेश प्रसाद सिंह ने प्रशांत किशोर को उनकी नयी पार्टी के गठन पर शुभकामनाएं दी. अखिलेश सिंह ने कहा कि सियासत में सबको पार्टी का गठन करने और चुनाव लड़ने का अधिकार है. मैं प्रशांत किशोर को नयी पार्टी के गठन के लिए शुभकामनाएं देता हूं, लेकिन अभी तो उन्होंने पार्टी ही बनाई है. देखते हैं आगे क्या होता है.

"अभी न तो उनको अनुभव है और न राजनीति में दक्षता प्राप्त है. न वो खुद चुनाव लड़े हैं और न किसी को लड़वाए हैं. बाहर जितनी भी बात कर लें लेकिन बिहार में उनका तो कभी कुच रहा नहीं है.आगे देखते हैं हमलोग."-अखिलेश प्रसाद सिंह, प्रदेश अध्यक्ष, कांग्रेस

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