रायपुर: आमानाका थाना इलाके में 24 मई को टाटीबंध स्थित जेपी गार्डन के पास नाले से एक अज्ञात लाश पुलिस को मिली थी. पुलिस ने मामला दर्ज कर डेडबॉडी को पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया था. घटना स्थल पर लगे सीसीटीवी फुटेज और एविडेंस के आधार पर गुरुवार को ब्लाइंड मर्डर की इस गुत्थी को पुलिस ने सुलझा लिया. इस मामले में आमानाका पुलिस ने मृतक की पत्नी, बेटा सहित 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. जिसमें तीन आरोपी नाबालिक हैं. पुलिस ने हत्या के मामले में पकड़े गए आरोपियों के खिलाफ धारा 302 के तहत कार्रवाई की है.
हत्या के पीछे चरित्र शंका रही मुख्य वजह: पुलिस की जांच में इस बात का खुलासा हुआ कि मृतक अपनी पत्नी और साली पर शक कहता था. इस बात को लेकर कई बार विवाद भी हुआ था. हत्या से पहले भी मृतक का इस बात को लेकर विवाद हुआ था.
"अज्ञात लाश की सूचना मिलने पर पुलिस ने इस मामले में मर्ग पंचनामा की कार्रवाई करने के बाद डेड बॉडी को पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया था. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद पत्थर और चाकू से हत्या करना पाया गया. मृतक टाटीबंध स्थित मुरूगन ट्रांसपोर्ट कंपनी में चौकीदार के पद पर काम करता था. मृतक अपनी पत्नी और साली के चरित्र पर शंका करता था और इसी वजह से उसकी हत्या कर शव को नाले में फेंक दिया गया. पुलिस ने घटनास्थल पर लगे सीसीटीवी फुटेज और लोगों के बयान के आधार पर हत्या के मामले में 1 महिला 3 नाबालिक सहित 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है." - दीपेश जायसवाल, थाना प्रभारी, आमानाका
हत्याकांड में नाबालिक भी शामिल: आमानाका पुलिस के मुताबिक मृतक की साली के बेटे से पहले विवाद हुआ था. विवाद इतना बढ़ा कि हत्या तक बात पहुंच गई. हत्या की वारदात को अंजाम देने के लिए भिलाई के खुर्सीपार से दो नाबालिकों को भी बुलाया गया था. हत्या के लिए बाकायदा उनको पैसे भी दिए गए थे.