भोपाल। मध्यप्रदेश में सायबर क्राइम के मामले नहीं थम रहे हैं. वहीं, पुलिस भी लगातार लोगों को जागरूक करने के लिए एडवाइजरी जारी कर रही है. धोखाधडी होने पर सायबर हेल्प लाइन नंबर 1930 पर या नजदीकी पुलिस थाने व सायबर सेल पर लोगों से तुरंत संपर्क करने की सलाह दी जा रही है. अब सायबर ठगों ने ठगने का नया तरीका खोज निकाला है. परिजनों के खिलाफ प्रकरण दर्ज होने का झांसा देकर ठग अनजान नंबर से फोन कर कहते हैं "आपका बेटा एक संगीन अपराध में लिप्त है जिसे हमने गिरफ्तार कर लिया है. उसे छुड़ाना चाहते हो हमारे बताए अकाउंट में रुपये ट्रांसफर कर दो"
फोन आने पर किसी के एकाउंट में राशि ट्रांसफर न करें
इसके अलावा ये सायबर ठग विश्वास दिलाने के लिए बच्चे का नाम या उसकी व्यक्तिगत जानकारी भी बताते हैं और उसके से मिलती जुलती आवाज में किसी से बात भी करवाते हैं. इस दौरान हिदायत भी देते हैं कि अपने बेटे से संपर्क करने का प्रयास मत करना क्योंकि उसका फोन सर्विलेंस पर है. जबकि वास्तविकता में ऐसा कुछ नहीं होता है. पुलिस का कहना है कि इस प्रकार के कॉल आने पर धैर्य रखें और किसी अकाउंट में रुपए ट्रांसफर न करें.
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आनलाइन पार्टटाइम जॉब के नाम पर धोखाधड़ी
आनलाइन पार्टटाइम जॉब के नाम पर टास्क दिया जाता है, जिसको पूरा करने पर शुरुआत में कुछ रुपये भी आपको भेजे जाते हैं लेकिन बाद में लालच देकर लाखों रुपए ऐंठ लिए जाते हैं. कई बार आनलाइन किए गए काम में गलती होने से कंपनी को नुकसान होना बताकर पेनाल्टी के रूप में वसूली कर ली जाती है. क्रिप्टो करेंसी में निवेश कर प्रॉफिट दिलाने के नाम पर धोखाधड़ी आजकल खूब हो रही है. क्रिप्टो करेंसी में रकम दोगुना करने का लालच देकर निवेश करवाया जाता है. इसके अलावा अश्लील साइट सर्चिग के नाम पर भी ठगी हो रही हैं.