बारां: गत 22 अगस्त को इटावा थाना क्षेत्र के गांव मरझाना के पास पार्वती नदी में मिले बारां निवासी शाकिर शूरमा के शव के मामले में पुलिस ने हत्या का खुलासा करते हुए बुधवार को 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ की जा रही है.
जिला पुलिस अधीक्षक राजकुमार चौधरी ने बताया कि गत 20 अगस्त को फरियादी जाकिर हुसैन पुत्र अलाउद्दीन ने कोतवाली थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी की उसका पुत्र शाकिर सूरमा कोतवाली के किसी मामले में फरार चल रहा था. जिसे सरेंडर करने के लिए 18 अगस्त को घर बुलाया था. वो घर पहुंचा ही था की उसे इलू पुत्र अशरफ, अमजद दुआ पुत्र हनीफ, बिट्टू पुत्र रऊफ मंसूरी जरूरी काम बता कर साथ ले गए.
उनके साथ जाने के बाद जब जाकिर ने बेटे को फोन लगाया, तो फोन बंद आया. इस बाबत कोतवाली थाने में उक्त तीनों व्यक्तियों के खिलाफ अपहरण व हत्या का सन्देह जताते हुए रिर्पोट दी थी. पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर अपहृत व्यक्ति की तलाश शुरू की. इसके बाद शाकिर सूरमा का बिना सिर के शव इटावा थाना क्षेत्र के गांव मरझाना के पास पार्वती नदी में मिला. शव की शिनाख्त युवक के कपड़े व पुराने चोट के निशान के आधार पर की गई.
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मामले में पुलिस के द्वारा विभिन्न टीमों का गठन कर आरोपियों की तलाश शुरू की गई. जिसके बाद पुलिस ने चारों आरोपियों अमजद अली पुत्र मोहम्मद हनीफ, इलू पुत्र अशरफ अली, इरफान मंसूरी पुत्र अब्दुल रऊफ, इंसाफ अली, पुत्र शाबीर हुसैन को गिरफ्तार किया गया. पूछताछ में आरोपियों ने पैसे के लेनदेन को लेकर शाकिर सूरमा की हत्या करना कबूल किया है.
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ऐसे हुआ वारदात का खुलासा: शाकिर सूरमा आरोपियों से उनके द्वारा किए गए काम धंधे में हुए लाभ के रुपए मांगता था. रुपए नहीं देने पर इन्हें जान से मारने की धमकी देता था. इस बात की रंजिश आरोपी, शाकिर सूरमा से रखते थे. इसी के चलते चारों ने पहले माथना रोड पर शराब पार्टी की. उसके बाद उसे गाड़ी में बिठाकर कोयला की तरफ के गए और गाड़ी के अंदर ही उसका गला दबाकर हत्या कर कर दी. शव को बालुंदा के पास पार्वती नदी की पुलिया से नदी में फेंक दिया.