नालंदा: बिहार के नालंदा में पुरानी रंजिश में 5 वर्षीय मासूम का अपहरण कर निर्मम तरीके से हत्या कर दी गयी. मासूम का शव पातुआना गांव स्थित रेलवे ट्रैक किनारे दफना दिया गया था. जब लापता मासूम काफी देर तक घर नहीं पहुंचा तो परिजनों ने उसकी खोजबीन की. कोई सुराग नहीं मिला, जिसके बाद पीड़ित परिवार ने शक के आधार पर उस परिवार से जानकारी लेने गयी जिनसे पुरानी रंजिश चल रही थी. दूसरे पक्ष के सुनील यादव ने गाली गलौज करते हुए भागा दिया. उसके घर पर गोलीबारी भी की.
पुलिस की त्वरित कार्रवाईः पीड़ित परिवार ने थाने में गुमशुदगी की शिकायत दर्ज करायी. जिसके बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए सुनील यादव को हिरासत में ले लिया. उसके पास एक कट्टा, 14 जिंदा कारतूस व एक खोखा बरामद किया गया. सख्ती से पूछताछ की गयी तो उसने अपराध स्वीकार कर लिया. बताया कि विश्वकर्मा पूजा के दिन धर्मेंद्र यादव का 5 वर्षीय पुत्र आयुष कुमार गांव में खेल रहा था. उसने अपहरण कर लिया और मासूम की हत्या कर रेलवे ट्रैक के पास फेंक दिया.
घटना का कारणः धर्मेंद्र यादव और आरोपी सुनील यादव के बीच बीते फरवरी को दोनों के बच्चों के बीच मामूली बात को लेकर हुए विवाद में मारपीट हुई थी. जिस मामले में आरोपी सुनील यादव ने धर्मेंद्र यादव के साथ मारपीट कर उसका पैर तोड़ दिया था. जिस मामले में उसे जेल भेज दिया गया था. उसी मामले में कुछ दिन पहले ही बेल पर जेल से बाहर आया था. उसी खुन्नस में उसने धर्मेंद्र के बेटे आयुष की हत्या कर दी.
"सुनील कुमार को बिहार थाना की पुलिस ने कट्टा और कारतूस के साथ गिरफ्तार किया. लापता मासूम के बारे में जब उससे सख्ती से पूछताछ की गयी तो उसने बालक की हत्या कर शव को रेलवे ट्रैक के पास दफना देने की बात स्वीकार की. उसकी निशानदेही पर बालक का शव बरामद कर लिया गया है."- नुरुल हक, सदर डीएसपी
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