मुंगेर: बिहार के मुंगेर जिले के डीएम बुधवार को स्कूल निरीक्षण के दौरान शिक्षक की भूमिका में नजर आए. इस दौरान उन्होंने बच्चों को भी पढ़ाया. वहीं, पढ़ाने के क्रम में पता चला कि स्कूल के बच्चों की हिंदी काफी खराब है. जिसके बाद डीएम ने सहायक शिक्षक पर लापरवाही की बात कहते हुए उन्हें निलंबित कर दिया. साथ ही प्रधानाध्यापक को विभागीय कार्रवाई करने का निर्देश दिया है. इसके अलावा विद्यालय निरीक्षण नहीं करने के कारण बीईओ से स्पष्टीकरण भी पूछा.
शिक्षक बनकर स्कूल पहुंचे मुंगेर डीएम : दरअसल, बुधवार को जिलाधिकारी अवनीश कुमार सिंह ने कुतलुपुर पंचायत के राम सिंह टोला मध्य विद्यालय, कुतलुपुर का निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी शिक्षक की भूमिका में नजर आए. जिलाधिकारी ने बच्चों से पठन-पाठन की गहनता से जानकारी ली.
बच्चों ने नहीं दिया हिन्दी प्रश्नों का जवाब : वहीं, इस दौरान जिलाधिकारी ने पांचवी कक्षा के बच्चों से बारी-बारी से हिंदी पढ़ने को कहा. लेकिन पांचवी कक्षा का कोई भी छात्र ठीक से हिंदी का किताब नहीं पढ़ पाया. इस पर जिलाधिकारी ने हिंदी पढ़ाने वाले शिक्षक का वेतन रोकने का निर्देश दे दिया.
हिंदी टीचर पर की कार्रवाई : वहीं, इस दौरान जिलाधिकारी ने बच्चों से गणित विषय की भी जानकारी ली. लेकिन बच्चे सही सही जानकारी नहीं दे पा रहे थे. इस पर उन्होंने गहरी चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि गुरु भगवान स्वरूप होते है. इसी का पालन करते हुए बच्चों को तन्मयता के साथ शिक्षा दें.
विभागीय कार्रवाई का निर्देश : बता दें कि डीएम ने निरीक्षण के दौरान बच्चों द्वारा हिंदी के प्रश्नों का भी सही उत्तर नहीं देने पर सहायक शिक्षक ओम प्रकाश दास को निलंबित करने तथा विद्यालय के प्रधानाध्यापक रामा शंकर कोकिल की असंतोषजनक कार्यशैली पर स्पष्टीकरण पूछते हुए विभागीय कार्रवाई करने का निर्देश दिया.
"सभी शिक्षक इस बात का ख्याल रखें कि गुरु भगवान स्वरूप होते है. इसी का पालन करते हुए बच्चों को तन्मयता के साथ शिक्षा दें." - अवनीश कुमार सिंह, जिलाधिकारी, मुंगेर