मुंगेर: रविवार की शाम पंजाब पुलिस बिहार के मुंगेर पहुंची. पंजाब की फैक्ट्री में 24 करोड़ की धोखाधड़ी मामले की जांच करने के लिए पंजाब पुलिस मुंगेर पहुंची थी. पुलिस ने तीन नामजद आरोपियों के घर और दुकान की जांच पड़ताल की. साथ ही परिजनों से पूछताछ की गई. पुलिस ने सभी को नोटिस देकर उक्त मामले में पंजाब पुलिस के समक्ष उपस्थित होने का निर्देश दिया है.
24 करोड़ की धोखाधड़ी का मुंगेर कनेक्शन: दरअसल, पंजाब राज्य के रूपनगर जिला स्थित काठगढ़ थाना में लगभग 24 करोड़ रुपए के गबन मामले को लेकर केस दर्ज किया गया था. उसी मामले में जांच करने पंजाब पुलिस की चार सदस्यीय टीम रविवार की शाम मुंगेर जिला के धरहरा थाना क्षेत्र अंतर्गत चौहान टोला पहुंची थी.
क्या है मामला?: वहीं पुलिस ने गबन मामले में तीनों आरोपियों के घर पर परिजनों से पूछताछ करते हुए कई जानकारियां इकठ्ठा की. मामले में पंजाब पुलिस ने नोटिस देकर आरोपियों को पंजाब पुलिस के समक्ष उपस्थित होने का निर्देश दिया है. जानकारी के अनुसार पंजाब राज्य के रूपनगर जिला के पक्काबाग निवासी अविनाश कुमार सिंह ने काठगढ़ थाना में आसमां एक्सपोर्ट इंडिया कंपनी में विश्वास पात्र कर्मचारियों पर लगभग 24 करोड़ की धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया था.
मालिक के साथ धोखाधड़ी कर रची साजिश: मामले में बिहार के मुंगेर जिला के धरहरा थाना क्षेत्र के रहने वाले दीपक कुमार,संतोष मिश्रा और मुन्ना कुमार सहित पश्चिम बंगाल के चार लोगों को नामजद आरोपी बनाया गया था. वहीं केस दर्ज होने के बाद जांच करने के लिए पंजाब पुलिस ने एसआइटी का गठन किया था. पंजाब के खन्ना जिला क्राइम ब्रांच के एएसआई गुरमेल सिंह ने बताया कि धरहरा के चौहान टोला निवासी दीपक कुमार,असमा एक्सपोर्ट इंडिया फैक्ट्री पंजाब में सीनियर एकाउंटेंट के पद पर कार्यरत था.
"दीपक ने अपने मालिक के साथ धोखाधड़ी की. अपने साथियों के साथ मिलकर करीब 24 करोड़ रुपए की हेराफेरी की थी. पैसों की हेराफेरी के बाद दीपक अपनी पत्नी के साथ उत्तर प्रदेश के मेरठ शहर में छिपा हुआ था, जिसे पंजाब पुलिस ने पहले ही गिरफ्तार कर लिया था. उससे पूछताछ के दौरान दीपक ने पुलिस को कई जानकारियां दी."- गुरमेल सिंह, एएसआई, खन्ना जिला क्राइम ब्रांच पंजाब
मालिक को करोड़ों का चूना: नामजद अभियुक्त दीपक और उसकी पत्नी को 26 दिसंबर 2023 को पंजाब पुलिस ने गिरफ्तार किया था. गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में दीपक ने बताया कि वह खुद पत्नी आरती देवी, मां उर्मिला देवी, अपने भाई विजय कुमार,बादल कुमार सिंह के नाम से धरहरा डाकघर और एसबीआई बैंक में पैसे जमा कराया था. इस मामले में दीपक के भाई विजय कुमार,बादल सिंह और उर्मिला देवी का नाम सामने आने के बाद तीनोंं को कई बार नोटिस भेज कर पंजाब पुलिस के समक्ष उपस्थित होने को कहा गया,लेकिन सभी आजतक पंजाब पुलिस के समक्ष उपस्थित नहीं हुए.
इसी मामले में रविवार की शाम ब्रह्मपुत्र मेल से पंजाब के खन्ना जिला क्राइम ब्रांच के सब इंस्पेक्टर जसविंदर सिंह,एएसआइ प्रमोद सिंह,एएसआइ गुरमेल सिंह व कांस्टेबल जगदीप सिंह कांड का अनंसुधान करने और नोटिस का तामिला कराने धरहरा पहुंचे थे.
ये भी पढ़ें -Aurangabad News: पूर्व पैक्स अध्यक्ष को न्यायालय ने सुनाई 2 साल कैद की सजा, डेढ़ करोड़ रुपये लौटाने का आदेश