देवघर: 25 जुलाई से शुरू हुई मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना के रजिस्ट्रेशन करने का तारीख 3 अगस्त से शुरू हो चुका है. रजिस्ट्रेशन करवाने का अंतिम तिथि 10 अगस्त तक रखी गयी है. इसीलिए महिलाएं 3 अगस्त से ही शिविर में अपना रजिस्ट्रेशन करवाने पहुंचीं लेकिन शिविर में रजिस्ट्रेशन के लिए साइट नहीं खुल रहा है. जिस वजह से रजिस्ट्रेशन करवाने जा रहे हैं आवेदकों को वापस लौटना पड़ रहा है.
बायोमेट्रिक सिस्टम खुलने में हो रही परेशानी
देवघर में इस शिविर में पहुंची महिलाओं ने कहा कि वे सभी पिछले दो दिनों से केंद्रों पर आ रही हैं. केंद्र पर तैनात कर्मचारी उन्हें यह कह कर वापस कर दे रहे हैं कि बायोमेट्रिक सिस्टम ओपन नहीं हो रहा है. इसीलिए उनका फॉर्म नहीं भराया जा सकता.
उच्च अधिकारियों को साइट नहीं खुलने की दी गई जानकारी
केंद्र पर बैठे कर्मचारियों ने कहा कि साइट में गड़बड़ी होने की वजह से इस तरह की समस्या हो रही है. जिस प्रकार से पहले दिन साइट नहीं खुल रहा था उसी प्रकार से दूसरे दिन भी साइट नहीं खुल रहा है. ऑपरेटर राजेश कुमार और तरुण कुमार ने बताया कि उनके तरफ से उच्च अधिकारियों को सूचित कर दिया गया है ताकि केंद्रों पर पहुंच रही महिलाओं का रजिस्ट्रेशन समय पर हो सके.
महिलाओं ने जाहिर किया आक्रोश
कई महिलाओं ने आक्रोश जाहिर करते हुए कहा कि वह अपने घरों का काम धाम छोड़कर केंद्र पर पहुंच रही हैं. लेकिन उन्हें सर्वर डाउन होने का हवाला देकर वापस भेजा जा रहा है. फॉर्म जमा करवा कर सिर्फ झूठा आश्वासन दिया जा रहा है.
पूर्व मंत्री ने बताया चुनावी स्टंट
मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना की साइट नहीं खुलने को लेकर सियासत भी शुरू हो गई है. राज्य के पूर्व कृषि मंत्री सह भाजपा विधायक रणधीर सिंह ने कहा कि चुनाव से पूर्व बेरोजगारों को भत्ता देने की बात कही गई थी, वह अभी तक सरकार ने पूरा नहीं किया है. इससे उम्मीद लगाए जा सकता है कि जब वादा किया योजनाओं को धरातल पर नहीं लाया जा सका तो मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना का क्या हाल होगा? यह योजना सिर्फ चुनावी झुनझुना है. इससे महिलाओं को कोई लाभ नहीं मिल पाएगा, महिलाओं के विकास के लिए कोई सरकार काम करेगी तो वह भारतीय जनता पार्टी हो सकती है.
पाकुड़ में छात्रों पर हुए लाठीचार्ज को लेकर सरकार की निंदा
वहीं पूर्व मंत्री रणधीर सिंह ने पाकुड़ के हॉस्टल में छात्रों पर हुए लाठीचार्ज को लेकर भी राज्य सरकार की निंदा की है. उन्होंने कहा कि वह पाकुड़ जा रहे हैं, छात्रों से मिलने के बाद उनका हाल जानेंगे और उनके बेहतर भविष्य के लिए सरकार के समक्ष आवाज उठाएंगे.
बता दें कि मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना के अंतर्गत सभी महिलाओं को प्रतिमाह एक हजार रूपये पेंशन के रूप में मिलेगा. इस योजना से जोड़ने के लिए सरकार की तरफ से रजिस्ट्रेशन कराया जा रहा है. लेकिन विभागीय साइट नहीं खुलने के कारण महिलाओं का रजिस्ट्रेशन नहीं हो पा रहा है.