जयपुर. पक्षियों को बेहतर प्राकृतिक आवास देने के लिए जयपुर के मुहाना कंजर्वेशन रिजर्व को बर्ड्स के हैबिटेट के रूप डवलप किया जा रहा है. 244 हेक्टेयर क्षेत्र में वेटलैंड, वुडलैंड और ग्रासलैंड डवलप किया जा रहा है. मुहाना वेटलैंड क्षेत्र में विभिन्न प्रजातियों के पक्षी देखे जा रहे हैं. कई दुर्लभ प्रजातियां समेत करीब 139 प्रजाति के पक्षी अभी तक रिकॉर्ड किए जा चुके हैं. सोमवार को मुहाना वेटलैंड में पक्षी पर्व 2024 मनाया गया. वन एवं पर्यावरण मंत्री संजय शर्मा ने बतौर मुख्य अतिथि कार्यक्रम में शिरकत की.
डीएफओ संग्राम सिंह कटियार ने बताया कि मुहाना कंजर्वेशन रिजर्व का एरिया 244 हेक्टेयर है. मुहाना कंजर्वेशन रिजर्व को बर्ड्स के हैबिटेट के रूप में डवलप किया जा रहा है. जेडीए के सहयोग से कार्य किया जा रहा है. करीब 139 पक्षियों को आईडेंटिफाई कर लिया गया है. पक्षियों को बेहतर आवास देने के लिए काम किया जा रहा है. 75 हेक्टेयर में ग्रास लैंड डवलप किया जा रहा है. 100 हेक्टेयर में वेटलैंड डवलप किया जा रहा है. बाकी क्षेत्र में वुडलैंड डेवलप कर रहे हैं, यहां पर इकोसिस्टम डेवलप होगा. वेटलैंड, ग्रासलैंड और वुडलैंड के पक्षी अलग-अलग होते हैं. उन्होंने कहा कि सोमवार को पक्षी महोत्सव आयोजित किया गया है. आने वाले समय में मुहाना कंजर्वेशन रिजर्व बर्ड्स का बहुत बड़ा डेस्टिनेशन होगा.
घना पक्षी विहार की तरह किया जा रहा डवलप : डीएफओ संग्राम सिंह ने बताया कि अध्ययन के लिए बाहर से कुछ लोगों को बुलाया गया है. इस एरिया को जल्दी से जल्दी अच्छा डवलप करना चाहते हैं. भरतपुर के घना पक्षी विहार की तरह इसको डवलप किया जा रहा है. मुहाना कंजर्वेशन रिजर्व में बारिश के पानी को रोकने का प्रबंध किया जाएगा. नाले के पानी को एसटीपी के माध्यम से पूरे साल इसमें उपयोग लेने का प्लान तैयार किया जा रहा है.
डवलपिंग के लिए 8 करोड़ का बजट : मुहाना कंजर्वेशन रिजर्व को डवलप करने के लिए 8 करोड़ रुपए का बजट पास किया गया था. पक्षियों के माध्यम से दूर-दूर तक बीजों का प्रकीर्णन होता है, जितने ज्यादा पक्षी होंगे, उतना ही अच्छा हैबिटाट डवलप होगा. बीजों का प्रकीर्णन भी बढ़ेगा. स्कूल के बच्चे संरक्षक के कारक है. स्कूल के बच्चों को बुलाकर कंजर्वेशन रिजर्व का विजिट करवाया गया है. पक्षियों के बारे में जानकारी देकर संरक्षण के प्रति जागरूक किया गया है. इकोसिस्टम में पक्षियों की महत्वता के बारे में लोगों को जानकारी दी गई है.
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लोग नेचुरल हैबिटेट तैयार करें : डीएफओ संग्राम सिंह ने आमजन से अपील करते हुए कहा कि अपने घरों के आसपास जो भी खाली जगह पड़ी है, वहां वृक्षारोपण करें, जिससे पक्षियों को प्राकृतिक आवास मिल सके और उनका संरक्षण हो. सभी लोग अपने आसपास अच्छा नेचुरल हैबिटेट तैयार करें. अगर कोई पक्षी घायल मिलता है, तो वन विभाग को सूचना दें. क्षेत्रीय वन अधिकारी जनेश्वर चौधरी ने बताया कि करीब 244 हेक्टेयर वन भूमि में ग्रासलैंड, वेटलैंड और वुडलैंड डवलप किया जा रहा है. पास में नेवटा बांध है, जिससे पानी की उपलब्धता अच्छी है. यहां पर आने वाले पक्षियों का रिकॉर्ड तैयार किया जा रहा है. अभी तक 139 प्रजातियों के पक्षियों को रिकॉर्ड किया जा चुका है. पक्षियों के लिए तलाईया बनाई जाएगी. राजधानी जयपुर में बहुत बड़ा टूरिस्ट स्पॉट डवलप होगा. लोगों को रोजगार मिलेगा.
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पक्षी दिवस के अवसर पर विद्यार्थियों के लिए पक्षी थीम पर एक चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन किया गया. विजेता छात्रों को प्रशस्ति पत्र देकर पुरस्कृत किया गया. इस मौके पर वन मंत्री संजय शर्मा ने पक्षियों और वन्यजीवों के प्रति जागरूकता का संदेश दिया. मंत्री ने सभी छात्रों को अपने-अपने घर में एक-एक पौधा लगाने का संकल्प दिलाया. वन मंत्री संजय शर्मा ने कहा कि इस क्षेत्र को बेहतरीन पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा.
वन मंत्री ने वेटलैंड क्षेत्र का भ्रमण किया और विभिन्न प्रजातियों के पक्षियों को देखा. वन मंत्री ने कहा कि पक्षियों और पर्यटकों को अच्छा वातावरण मिलेगा. आने वाले समय में यह बहुत हरा भरा क्षेत्र होगा. वन एवं पर्यावरण मंत्री संजय शर्मा के साथ बगरू से भाजपा विधायक कैलाश वर्मा भी साथ मौजूद रहे. प्रधान मुख्य वन संरक्षक (हॉफ) मुनीश गर्ग, डीएफओ संग्राम सिंह कटियार, एसीएफ रघुवीर मीणा, क्षेत्रीय वन अधिकारी जनेश्वर चौधरी समेत वन विभाग के अधिकारी और कर्मचारी मौजूद रहे.