आगराः आज हम आपको एक ऐसे मेले के बारे में बताने जा रहे हैं जिसमें कुंभ के बाद सबसे ज्यादा भीड़ जुटती है. हर साल यहां एक करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु पहुंच रहे हैं. इस मेले के नाम है मुड़िया है. गोवर्धन में लगने वाला यह मेला इस बार 17 से 21 जुलाई तक चलेगा. लाखों की भीड़ आने के कारण इसे लक्खी मेला भी कहा जाता है. इस बार भी रोडवेज और रेलवे ने इस मेले में उमड़ने वाले भक्तों के लिए खास इंतजाम किए हैं.
दरअसल, गोर्वर्धन के इस मेले का इतिहास चैतन्य महाप्रभु के शिष्य सनातन गोस्वामी से जुड़ा बताया जाता है. चैतन्य महाप्रभु से दीक्षा लेकर वह गोवर्धन में चक्लेश्वर मंदिर के पास रहने लगे. वह रोज गिरिराजजी की परिक्रमा करते थे. 464 वर्ष पूर्व आषाढ़ पूर्णिमा संवत 1615 पर उनका निधन होने पर शिष्यों ने सिर मुंडवाकर उनके ब्रह्मलीन पार्थिव शरीर की गिरिराज जी की परिक्रमा लगाई थी. इसमें बड़ी सख्या में भक्त शामिल हुए थे. इस वजह से इस मेले का नाम मुड़िया मेला पड़ गया. तबसे निरंतर हर वर्ष आषाढ़ पूर्णिमा पर बड़ी संख्या में लोग यहां जुटते हैं औऱ तीन दिनों तक गिरिराज जी परिक्रमा करते हैं. इस मेले की प्रसिद्धि बढ़ने के साथ हर वर्ष भक्तों की संख्या बढ़ती ही जा रही है. अब हर वर्ष करीब 1 करोड़ भक्त पहुंचते हैं. इसी के मद्देनजर रेलवे और रोडवेज की ओर से खास इंतजाम किए जा रहे हैं.
रेलवे ने किए ये इंतजाम
रेलवे की ओर से 16 से 23 जुलाई तक अतिरिक्त ट्रेनों का संचालन करने के साथ ही कई ट्रेनों का ठहराव बढ़ाया गया है. श्रद्धालुओं को आगरा, मथुरा, वृंदावन और गोवर्धन स्टेशन पर अतिरिक्त टिकट काउंटर खोले जा रहे हैं. जिससे श्रद्धालुओं को कोई परेशानी ना हो.
आगरा रेल मंडल के डीआरएम तेज प्रकाश अग्रवाल ने मुड़िया मेला महोत्सव को लेकर रेलवे अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ बीते दिनों बैठक की गई. जिसमें आगरा, मथुरा, गोर्वधन और वृंदावन के रेलवे स्टेशन पर सुरक्षा और काउड मैंनेजमेंट पर मंथन किया गया. मुड़िया मेला में आने वाले श्रद्धालुओं को स्टेशन पर कोई असुविधा ना हो. इसके साथ ही श्रद्धालुओं को बेहतर आवागमन की सुविधा भी मुहैया कराई जाए. इस पर भी मंथन हुआ.
कई ट्रेनों का ठहराव बढ़ेगा
डीआरएम तेज प्रकाश अग्रवाल ने बताया कि, मुड़िया मेला को लेकर मथुरा के तीनों प्रवेश द्वार पर अतिरिक्त टिकट काउंटर, गोवर्धन स्टेशन पर अतिरिक्त टिकट काउंटर खोले जाएंगे. द्वितीय प्रवेश (गोपाल नगर साइड) द्वार पर गोवर्धन जाने को बस लगाई जाएंगी. गोवर्धन से आने वाली बस तृतीय प्रवेश (धौली प्याऊ साइड) द्वार पर आएंगीं. यात्रियों को द्वितीय प्रवेश द्वार से गोवर्धन जाने को बाहर निकाला जाएगा. तृतीय द्वार से स्टेशन पर प्रवेश दिया जाएगा. इसके साथ ही रेलवे 16 से 23 जुलाई तक रेलवे की ओर से अतिरिक्त ट्रेनों का संचालन करने के साथ ही आगरा, मथुरा और गोवर्धन स्टेशन पर कई ट्रेनों का ठहराव बढ़ाया जाएगा.
रोडवेज ने भी किए खास इंतजाम
उप्र राज्य सडक परिवहन निगम ने लक्खी मुड़िया मेला को लेकर 1000 बसों का संचालन करेगा. इससे यूपी और अन्य प्रदेशों से मुड़िया मेला के चलते मथुरा, वृंदावन और गौवर्धन पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को परेशानी ना हो. श्रद्धालुओं को बेहतर आवागमन की व्यवस्था में यूपी रोडवेज की ओर से 100 बसें रिजर्व में रखी जाएंगी.
दिन रात दौड़ेंगी एक हजार बसें
उप्र राज्य सडक परिवहन निगम ने गोवर्धन के प्रसिद्ध मुड़िया पूर्णिमा मेला को लेकर विशेष तैयारी की है. निगम के क्षेत्रीय प्रबंधक बीपी अग्रवाल ने बताया कि, निगम ने मेला क्षेत्र को 7 सेक्टर में बांटा गया है. श्रद्धालुओं को मथुरा और गोवर्धन तक पहुंचाने के लिए निगम की ओर से एक हजार से अधिक बसों का संचालन किया जाएगा. इसके साथ ही 100 बसों को रिजर्व में रहेंगी. मेले में 250 अधिकारियों एवं कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है.
निगम के क्षेत्रीय प्रबंधक बीपी अग्रवाल ने बताया कि, मुड़िया मेले में आगरा में आगरा परिक्षेत्र के अलग अलग डिपो की 250 रोडवेज बसें संचालित होगी. इसके साथ ही इटावा, अलीगढ़, गाजियाबाद, मेरठ, बरेली, मुरादाबाद परिक्षेत्र की बसों को संचालित किया जा रहा है. ट्रेन से आने वाले श्रद्धालुओं को मथुरा जंक्शन से बस से गोवर्धन पहुंचाने के लिए विशेष व्यवस्था रहेगी. मेले के दौरान जाम न लगे इसलिए मथुरा से गोवर्धन वाया अड़ीग मार्ग से बसों को संचालित किया जाएगा. जबकि, वापसी गोवर्धन से मथुरा वाया सौंख होकर बसें गुजरेंगी. रोडवेज ने मथुरा से गोवर्धन आने और जाने का किराया 50 रुपये रखा है.
ये होंगी अतिरिक्त व्यवस्थाएं
मुड़िया मेले में बसों के संचालन पर नजर रखने के लिए श्रीजी बाबा स्कूल, सौंख पर चेक पोस्ट बनाए हैं. इसके अलावा मथुरा और गोवर्धन बस स्टैंड समेत अन्य स्थानों पर कंट्रोल रूम बनाए जा रहे हैं. मार्ग में यदि बस खराब होती हैं तो उसे तकनीकी कर्मियों की टीम तुरंत ठीक करेगी. मेले में संचालित प्रत्येक बस पर सीरियल नंबर अंकित किए जाएंगे. जो क्षेत्रवार अलग-अलग रंग के होंगे. निगम की बसों की छत से जाल व सीढ़ी हटाई जाएगी. जिससे कोई परिक्रमार्थी छत पर बैठकर यात्रा न करें. चालक-परिचालकों का ब्रीथ एनालाइजर चेकिंग की जाएगी.
इन डिपो से आएंगी रोडवेज बसें
इटावा-150
अलीगढ़-150
गाजियाबाद-150
मेरठ-100
बरेली-100
मुरादाबाद-100
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