भोपाल। मध्यप्रदेश के मौसम में अब एक बार फिर से बदलाव देखने को मिल रहा है. कल से सक्रिय हुए वेस्टन डिस्टरबेंस की वजह से प्रदेश में यह बदलाव आया है. आज रविवार को प्रदेश के भिंड, मुरैना, श्योपुर कला सहित ग्वालियर चम्बल संभाग के जिलों में बारिश, ओलावृष्टि और घने कोहरे की चेतावनी जारी की गई है. प्रदेश में वेस्टर्न डिस्टरबेंस की वजह से अगले 2 से 3 दिनों तक मौसम प्रभावित रहेगा. जिसकी वजह से एक बार फिर से दिन और रात के तापमान में तेजी से कमी आएगी. उसके बाद जब यह वेदर सिस्टम कमजोर पड़ेगा. तब तापमान में बढ़ोतरी दर्ज की जाएगी.
पश्चिमी विछोभ सक्रिय
मध्य प्रदेश मौसम विभाग के सीनियर साइंटिस्ट वेद प्रकाश सिंह ने बताया कि ''जैसा की मौसम में देखने को मिल रहा है कि एक पश्चिमी विछोभ सक्रिय हो रहा है. इसके असर से आगामी 24 48 घंटे में प्रदेश का उत्तरी हिस्सा जिसमें ग्वालियर चंबल संभाग, रीवा और सागर संभाग में कहीं-कहीं गरज चमक के साथ हल्की बारिश और कहीं-कहीं पर ओलावृष्टि होने की संभावना बन रही है. मौसम में अभी पाकिस्तान और ईरान के ऊपर काफी ज्यादा बादल छाए हुए हैं और यह बादल धीरे-धीरे राजस्थान के दक्षिण पश्चिमी हिस्से से होते हुए पूरे उत्तरी भारत को यह प्रभावित करने वाले हैं. इसी के चलते साउथ राजस्थान में एक साइक्लोनिक सिस्टम बन रहा है जिसको अरब सागर से नमी मिल रही है और इसके असर से उज्जैन संभाग के कुछ हिस्से, ग्वालियर चंबल और सागर संभाग के मौसम में इसका असर दिखाई देगा.''
कहीं बारिश तो कहीं कोहरा
अगले 24 से 48 घंटे में प्रदेश में श्योपुर कला, भिंड मुरैना में गरज चमक के साथ कहीं-कहीं बारिश देखने को मिलेगी. कहीं-कहीं पर वज्रपात और हल्की बारिश होने की संभावना है. वहीं ग्वालियर, दतिया, निवाड़ी, छतरपुर, दमोह, रीवा, मऊगंज आदि जगहों पर हल्के से मध्यम कोहरा देखने को मिल सकता है. ऐसे में विजिबिलिटी प्रभावित रहेगी. 200 मीटर के आसपास की विजिबिलिटी देखने को मिल सकती है. उसके साथ 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से हवा चलने की संभावना है.
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इस तरह रखें अपना ख्याल
मौसम विभाग में ओलावृष्टि व वज्रपात के समय के समय लोगों को सुरक्षित स्थान में रहने की सलाह दी है. मौसम विभाग के अनुसार, लोग उसे समय घर के अंदर रहें. खिड़की और दरवाजे बंद रखें. जहां तक हो सके यात्रा से बचें, सुरक्षित स्थानों पर ही आसरा ले पेड़ों के नीचे शरण न ले. इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के प्लग निकाल दें. किसानों को भी सलाह दी है कि इस समय किसी प्रकार के रासायनिक दवाओं का छिड़काव फसलों पर न करें.