Mp ka Mausam : मध्यप्रदेश में मौसम का मिजाज फिर बदलने जा रहा है. अगले 48 घंटों में प्रदेश के अधिकांश जिलों में कड़ाके की ठंड फिर पड़ने वाली है. खास बात ये है कि आने वाले दिनों में ठंड का डबल अटैक देखने को मिल सकता है. दरअसल, मौसम विभाग ने मध्यप्रदेश के कई जिलों में मावठा पड़ने के आसार जताए हैं. दिसंबर के मध्य में मावठा पड़ सकता है, जिससे कड़ाके की ठंड के साथ गलन का एहसास भी होने लगता है.
मावठा किसे कहते हैं?
आने वाले दिनों के मौसम का हाल जानने से पहले जान लें कि मावठा (mawtha) किसे कहते हैं, तो बता दें कि जब भी कड़ाके की ठंड के बीच तेज बारिश हो जाए, तो उसे मावठा या मावठे की बारिश कहते हैं. मावठे की बारिश होने से दिन का तापमान भी काफी ज्यादा गिर जाता है और गला देने वाली ठंड का एहसास होता है. मावठे के दौरान कई स्थानों पर बारिश के साथ ओलावृष्टि भी होती है, जिससे ठंड कई गुना बढ़ जाती है.
खत्म होगा फेंगल तूफान का असर
आईएमडी भोपाल के वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक वीएस यादव के मुताबिक, " चक्रवाती तूफान फेंगल के कारण अबतक पूरे प्रदेश में बादल छाए हुए थे, जिससे तापमान में बढ़ोत्तरी हुई थी लेकिन अगले 24 से 48 घंटों में फेंगल का असर खत्म हो जाएगा और बादल छटते ही तापमान तेजी से गिरेगा. उत्तरी हवाओं के तेज होने से मध्यप्रदेश में कड़ाके की ठंड की शुरुआत होगी. कई जिलों में बारिश होगी.''
नवंबर में था ठंड का ट्रेलर, पिक्चर अभी बाकी है
मौसम विभाग के मुताबिक उत्तरी हवाएं औसतन 8 से 12 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से बह रही हैं. वहीं उत्तरी भारत में बादलों से कई किलोमीटर ऊपर 268 से 280 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से जेट स्ट्रीम चल रही है. इसी जेट स्ट्रीम के असर से आने वाले दिनों में मध्यप्रदेश ही नहीं बल्कि देश के ज्यादातर राज्यों में भीषण ठंड पड़ेगी. ऐसे में कहा जा सकता है कि नवंबर में तो ठंड का ट्रेलर था, असली पिक्चर अभी बाकी है.
वेस्टर्न डिस्टर्बेंस दिखाएगा असर
मौसम विभाग ने ये भी कहा है कि वेस्टर्न डिस्टर्बेंस के सक्रिय होने से मध्यप्रदेश समेत देश के विभिन्न राज्यों का मौसम अचानक बदलेगा. रविवार और सोमवार को मध्यप्रदेश व उत्तरी राज्यों में जहां कड़ाके की सर्दी पड़ेगी, तो वहीं दक्षिण और नार्थ-ईस्ट के राज्यों में फिर बारिश हो सकती है.
तेजी से गिरेगा तापमान
बात करें प्रदेश के प्रमुख शहरों के तापमान की तो एक हफ्ते पहले तक जहां प्रदेश के अधिकांश जिलों का तापमान 10 डिग्री के नीचे आ गय था, फेंगल तूफान के असर से वो बढ़कर 15 डिग्री सेल्सियस या उससे ज्यादा पहुंच गया. शुक्रवार को भोपाल में 13, जबलपुर में 14, इंदौर में 11, उज्जैन में 15, मंडला में 14, पचमढ़ी में 16 और बालाघाट में 18 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से ज्यादा रहा. वहीं अगले 24 घंटों में बादलों के छटते ही यहां न्यूनतम तापमान में तेजी से गिरावट आएगी. माना जा रहा है कि नवंबर में जिस तरह ठंड ने अपने तेवर दिखाए थे, दिसंबर में उससे कई ज्यादा ठंड पड़ने वाली है. मध्यप्रदेश में ग्वालियर के सबसे ठंडे रहने की संभावना है.