भोपाल: कॉर्पोरेट्स की तरह ही कांग्रेस में भी रिपोर्ट कार्ड का चलन तेज हो गया है. हाईकमान के सामने अपने नंबर बढ़ाने की कवायद कहा जाए क्या इसे. तो पांच दिन के मध्य प्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र के बाद नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने भी अपनी परफार्मेंस रिपोर्ट पेश की है. उमंग सिंघार ने बाकायदा एक एक दिन का ब्यौरा देकर ये बताया है कि, पांच दिन उन्होंने कैसे सदन के अंदर और बाहर जनता के मुद्दे उठाए और उमंग की अगुवाई में कांग्रेस विधायकों ने सरकार पर सवालों की बौछार करके उसे कटघरे में खड़ा किया.
उमंग सिंघार ने पांच दिन के विधानसभा सत्र में हर दिन का ब्यौरा दिया है. विधानसभा खत्म होने के बाद नेता प्रतिपक्ष ने बताया कि पांच दिन कब क्या किया.
मध्य प्रदेश विधानसभा में जनता के मुद्दों की दहाड़:
— Umang Singhar (@UmangSinghar) December 21, 2024
1. पहला दिन - किसान न्याय
2. दूसरा दिन - कर्ज लेती सरकार पर वार
3. तीसरा दिन - बेरोजगारों की बात
4. चौथा दिन - नल-जल घोटाले का विरोध
5. पांचवा दिन- अम्बेडकर के सम्मान में
विधानसभा में जवाबदारी से जनता से जुड़े मुद्दों को लेकर… pic.twitter.com/UJE7OpKeX6
पहला दिन, सड़क से सदन तक किसानों पर मांगा जवाब
विधानसभा सत्र के पहले दिन कांग्रेस पार्टी ने 'जवाब दो हिसाब दो' के साथ विधानसभा का घेराव किया था. नेता प्रतिपक्ष उमंग सिघार के मुताबिक, ''सदन में भी इसी दिन खाद की कमी का मुद्दा जोर शोर से उठाया गया. किसानों को खाद कब मिलेगी, जब सरकार ने इसका संतोषजनक उत्तर नहीं दिया तो उमंग सिंघार की अगुवाई में विधायकों ने सदन से वॉकआउट कर दिया.''
दूसरा दिन, कर्ज पर सरकार को घेरा, कांग्रेसी MLA ने थामा कटोरा
विधानसभा में शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन कर्ज के मुद्दे पर सरकार को घेरते हए गांधी प्रतिमा के सामने कटोरा लेकर प्रदर्शन किया. नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कहा कि, ''हमने सदन में लगातार कर्ज में डूबती जा रही सरकार का मुद्दा उठाया और बताया कि सरकार ने प्रदेश के हर नागरिक पर 52 हजार रुपए का कर्ज लाद दिया है.'' सिंघार ने आरोप लगाया कि, ''सरकार इतने आर्थिक संकट में है कि उसके पास ब्याज चुकाने की रकम का भी बंदोबस्त नहीं है.''
तीसरा दिन, बेरोजगारी पर बवाल चाय केतली प्रदर्शन
सदन में तीसरे दिन कांग्रेस ने बेरोजगारी को मुद्दा बनाया और उमंग सिंघार की अगुवाई में चाय की केटली और गिलास लेकर प्रदर्शन किया. उमंग सिघार ने कहा कि, ''एक तरह मोहन यादव सरकार ने वादा किया था कि दो लाख नौजवानों को नौकरी दी जाएगी. लेकिन यह वादा भी पूरा नहीं हुआ. सरकार ने संविदा शिक्षक, पुलिस, डॉक्टर सबकी भर्तियां रोक रखी हैं.
चौथा दिन, विकास कार्यों के लिए विधायकों ने छोड़ी पगार
चौथे दिन जल जीवन मिशन के घोटाले का आरोप लगाते हुए उमंग सिंघार ने गांधी प्रतिमा के नीचे नल और टोंटी लेकर प्रदर्शन किया. विकास कार्यों के लिए दी जाने वाली राशि में सरकार पर भेदभाव का आरोप लगाकर कांग्रेस विधायकों ने अपना वेतन ना लेने का फैसला किया. विधानसभा अध्यक्ष से अनुरोध किया कि उनका वेतन उनके विधानसभा क्षेत्र में विकास कार्यों पर खर्च किया जाए.
- मध्यप्रदेश विधानसभा के चौथे दिन 7 महत्वपूर्ण विधेयक पारित, खाद संकट को लेकर कांग्रेस ने किया बवाल
- विधानसभा में मौन व्रत पर क्यों बैठे विधायक कमलेश डोडियार, बोले-जो भी कहूंगा लिखकर कहूंगा
पांचवा दिन, कांग्रेस विधायकों ने दिखाई संविधान की किताब
सदन में पांचवें में बाबा साहेब अंबेडकरके दिल्ली में संसद से उठे मुद्दे पर उमंग सिंघार समेत कांग्रेस विधायकों ने संविधान की किताब लेकर प्रदर्शन किया. उमंग सिंघार ने कहा कि, ''बीजेपी संविधान और सविधान निर्माता का अपमान कर रही है. राहुल गांधी पर जबरन झूठा मामला दर्ज करवाया गया है.'' पांचवे दिन सिंघार ने सिंचाई परियोजना का भी मुद्दा उठाया.
सरकार से धार जिले की सिंचाई परियोजना के तहत इंदला डेम और खनिअम्बा डेम के बारे में पूछा और जानकारी मांगी कि 1 करोड़ 32 लाख और 93 लाख रुपये के लंबित प्रस्ताव पर सरकार का क्या रुख है. मंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल ने बताया कि, '' इन परियोजनाओं के लिए 1 करोड़ 32 लाख और 93 लाख रुपये की राशि तुरंत मंजूर की जाएगी.''