Vande Bharat Express Trains: 2019 में देश को अपनी पहली सेमी-हाई-स्पीड ट्रेन वंदे भारत एक्सप्रेस मिली थी. 2019 में पीएम मोदी ने नई दिल्ली और वाराणसी के बीच पहली वंदे भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाई थी, जिसके बाद से पूरे देश में वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों का नेटवर्क बढ़ता चला गया. एमपी में भी ये भोपाल, जबलपुर, इंदौर व उज्जैन जैसे बड़े शहरों को कनेक्ट कर रही हैं. लेकिन एमपी को मिलने वाली और वंदे भारत ट्रेनों को लॉन्चिंग में कई कारणों से देरी हुई.
इस वजह से लॉन्चिंग में हुई देरी?
मध्यप्रदेश में जबलपुर-रानी कमलापति (भोपाल), भोपाल- उज्जैन-इंदौर, रानी कमलापति-नई दिल्ली और नई दिल्ली-खजुराहो के बीच वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन संचालित की जा रही हैं. वहीं एमपी को अपनी पहली स्लीपर वंदे भारत एक्सप्रेस के साथ इंदौर-जयपुर और जबलपुर-रायपुर वंदे भारत ट्रेनें मिलनी थीं, लेकिन लंबे समय से इन ट्रेनों को लॉन्च नहीं किया जा सका. दरअसल, एमपी में दिसंबर 2023 में हुए विधानसभा चुनावों के चलते लगी आचार संहिता और 2024 के लोकसभा चुनाव के चलते भी इन ट्रेनों को लॉन्च नहीं किया जा सका. इसके बाद केंद्र की नई सरकार का गठन और फिर पीएम मोदी के विदेश दौरे की वजह से भी इन ट्रेनों की लॉन्चिंग नहीं हुई होगी. माना जा रहा है कि अब रेलवे एमपी को जल्द ही सरप्राइज दे सकती है.
रेलवे ने सरप्राइज कर रखा है प्लान?
देश के विभिन्न राज्यों के साथ-साथ रेलवे मध्यप्रदेश को कई वंदे भारत ट्रेनों की सौगात देने वाला है. माना जा रहा है कि 23 जुलाई को केंद्र सरकार के बजट सत्र के बाद एमपी को कभी भी सरप्राइज के रूप में नई वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनें मिल सकती हैं. ऐसा इसलिए क्योंकि स्लीपर वंदे भारत एक्सप्रेस के साथ इंदौर-जयपुर और जबलपुर-रायपुर वंदे भारत ट्रेनें लंबे समय से प्रस्तावित हैं और इनके कोच भी बनकर तैयार हैं.
15 अगस्त को मोदी करेंगे लॉन्च?
कहा ये भी जा रहा है कि अगर बजट सत्र के तुरंत बाद इन नई वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों की लॉन्चिंग नहीं हुई, तो 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के मौके पर पीएम मोदी इन्हें लॉन्च करते हुए वर्चुअली हरी झंडी दिखा सकते हैं. अगर ऐसा हुआ तो ये मध्यप्रदेश के यात्रियों के लिए त्यौहार के सीजन में बड़ी राहत होगी.
शताब्दी को पीछे छोड़ चुकी वंदे भारत
एक दौर था जब रफ्तार और हाई क्लास ट्रैवलिंग के मामले में शताब्दी देश की प्रीमियम ट्रेनें कही जाती थीं. इसके बाद मेक इन इंडिया के तहत आई वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों ने शताब्दी को पीछे छोड़ते हुए एक अलग ही जगह बनाई है. वर्तमान में देश में कुल 51 वंदे भारत ट्रेनें चल रही हैं, जो इस प्रकार हैं.