उज्जैन। महाकालेश्वर मंदिर में बड़ी संख्या में श्रद्धालु भीषण गर्मी में भी भगवान महाकाल के दर्शन के लिए आ रहे हैं. ऐसे में श्रद्धालुओं को भीषण तपन से बचाने के उपाय किए गए हैं. इस काम के लिए 10 कर्मचारी लगाए गए हैं, जो लगातार पूरे क्षेत्र में पानी का छिड़काव कर रहे हैं, ताकि नंगे पैर श्रद्धालुओं को तपन से बचाया जा सके. नंदी हॉल में बड़े कूलर लगाए गए हैं. सेंटर एसी चालू है. उज्जैन में पारा 44 डिग्री चल रहा है. दो दिन पहले पारा 45 डिग्री तक चला गया था.
उज्जैन में 7 साल बाद इतनी भीषण गर्मी
देश के अधिकांश हिस्सों में भीषण गर्मी पड़ रही है. गर्मी से बचने के लिए लोग तरह-तरह के जतन कर रहे हैं. उज्जैन में 7 साल बाद मई माह में पारा 45 डिग्री तक दर्ज किया गया है. इसके पहले सन् 2016 में पारा अधिकतम 45.5 डिग्री तक पहुंचा था. सन् 2010 में 21 मई को अधिक 46 डिग्री तापमान दर्ज किया गया था. इतनी भीषण गर्मी में भी कूलर व पंखे बेअसर साबित हो रहे हैं. भीषण गर्मी को देखते हुए श्रद्धालुओं के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए उज्जैन में सभी मंदिरों में ठंडा पीने का पानी रखा गया है.
ALSO READ: सूरज की तपिश ने लोगों को निचोड़ा, दिन का पारा 45 डिग्री तक पहुंचा, सड़कों पर छाया सन्नाटा फिलहाल हीटवेव से राहत नहीं, विदिशा में मरीजों की संख्या बढ़ी, गर्मी से राहत के लिए ये उपाय करें |
उज्जैन में पारे की चाल
- 19 मई-अधिकतम- 44.0 न्यूनतम- 28.5
- 20 मई-अधिकतम- 44.0 न्यूनतम- 28.2
- 21 मई-अधिकतम- 44.2 न्यूनतम- 28
- 22 मई-अधिकतम- 43.5 न्यूनतम- 28.2
- 23 मई-अधिकतम- 45. न्यूनतम- 28.8
- 24 मई-अधिकतम- 44.2 न्यूनतम- 30