इंदौर। भीषण गर्मी के दौरान बढ़ती बिजली की मांग और ओवरलोड ट्रांसफार्मर के साथ ही सब स्टेशनों को मेंटेन रखना बड़ी चुनौती है. पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी ने अब इंदौर समेत आसपास के इलाकों में पावर स्टेशनों के ग्रिड और ट्रांसफार्मर को जलने से बचाए रखने के लिए कूलर और पंखों का इंतजाम किया है. पश्चिमी मध्य प्रदेश के करीब 35 लाख उपभोक्ताओं को सुचारू और निर्वाध तरीके से जरूरत के अनुसार बिजली की आपूर्ति विद्युत ग्रिड और सबस्टेशन पर ही निर्भर है.
पीटीआर ट्रांसफार्मर का तापमान 90 डिग्री से ज्यादा नहीं
इन सब स्टेशनों पर लगाए गए पीटीआर ट्रांसफार्मर 90 डिग्री तापमान तक सामान्य रूप से आपूर्ति की क्षमता रखते हैं लेकिन वातावरण में तापमान बढ़ने के साथ ओवरलोड और अन्य कारणो से इनका तापमान 95 डिग्री से भी अधिक हो जाता है . इस कारण ग्रिड फेल होने का खतरा बन जाता है. हालांकि अपनी क्षमता के अनुसार यह सामान्य रूप से वातावरण के तापमान के साथ 95 डिग्री तक कार्य करने की क्षमता रखते हैं. लेकिन किसी भी स्थिति में इन्हें अधिकतम तापमान के लिहाज से ठंडा रखना जरूरी होता है.
सब स्टेशनों पर एग्जॉस्ट फैन और पंखे
इंदौर में स्थिति यह है कि शहर के उत्तरी क्षेत्र के करीब 35 सब स्टेशनों में से 30 सबस्टेशन पर कूलर के अलावा एग्जॉस्ट फैन और पंखे से ptr ट्रांसफार्मर को ठंडा किया जा रहा है. इसके अलावा सभी सब स्टेशनों पर दिन के अलावा रात में भी पूरी निगरानी की व्यवस्था की गई है. शहर के उत्तरी क्षेत्र के असिस्टेंट इंजीनियर मेंटेनेंस धर्मेंद्र पवार का कहना है इंदौर समेत आसपास के इलाकों में तापमान 43 डिग्री पार कर गया है. ऐसी स्थिति में सब स्टेशनों के ट्रांसफार्मर को भी ठंडा रखना जरूरी है. इसके लिए कूलर पंखे और एग्जॉस्ट फैन लगाए गए हैं जिनके जरिए ग्रेड का तापमान नियंत्रित रखा जा रहा है.
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इंदौर में लगातार बढ़ रही बिजली की खपत
इंदौर अंचल में बिजली की मांग के साथ खपत भी लगातार बढ़ रही है. बीते अप्रैल माह में ही इंदौर रीजन में 548 लाख यूनिट बिजली की मांग थी, जबकि यह बीते साल की तुलना में 9% से भी ज्यादा है. रितेश 4 महीने में ही स्थिति यह थी कि यहां चार नए ग्रेड बनाने पड़े हैं जिससे कि बिजली की मांग के अनुसार आपूर्ति की जा सके.