अशोकननगर। मध्य प्रदेश में 18 जून से स्कूल खुल गए हैं. छुट्टियों के बाद बच्चे बहुत खुश होकर स्कूल पहुंचे. वहीं स्कूलों में तिलक लगाकर बच्चों का स्वागत किया गया. स्कूल चले अभियान के तहत प्रशासनिक अधिकारी भी स्कूल पहुंच कर निरीक्षण कर रहे हैं. साथ ही व्यवस्थाओं और पढ़ाई के स्तर की जांच कर रहे हैं. इसी क्रम में 'स्कूल चले हम अभियान' के तहत शासकीय स्कूलों में "भविष्य से भेंट" कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है. जिसमें जिले के सभी अधिकारी एक दिन स्कूल पहुंचकर बच्चों को शिक्षा एवं व्यवहारिक ज्ञान प्रदान करेंगे. जिसके माध्यम से बच्चों का आत्मविश्वास भी बढ़ेगा.
स्कूल पहुंचे कलेक्टर, बच्चों से कराए सवाल हल
बता दें कि भविष्य से भेंट कार्यक्रम के दौरान जिले के कलेक्टर सुभाष कुमार द्विवेदी हायर सेकेंडरी स्कूल क्रमांक एक पहुंचे. जहां उन्होंने नौवीं से 11वीं कक्षा के विद्यार्थियों को शिक्षा का पाठ पढ़ाया. इस दौरान उन्होंने ब्लैक बोर्ड पर फिजिक्स के सवाल बच्चों से हल करवाए. जिसमें कई विद्यार्थी सवाल को हल करने में सफल नहीं हो सके, लेकिन बच्चों की मेहनत को देखकर उन्होंने बच्चों की तारीफ की. साथ ही उन विद्यार्थियों को कलेक्टर द्विवेदी द्वारा उन सवालों को हल करने के साथ-साथ उनके फार्मूले भी सिखाए.
साथ ही उन्होंने स्कूल के शिक्षकों से विद्यार्थियों की शिक्षा गुणवत्ता पर ध्यान देने की बात कही. उन्होंने स्कूल प्रबंधन से यह भी कहा कि बच्चों को अच्छे से शिक्षा का ज्ञान दीजिए. मैं एक बार फिर से स्कूल का निरीक्षण करूंगा, तब मुझे बच्चों की शिक्षा गुणवत्ता में सुधार दिखना चाहिए. इसी के साथ उन्होंने अच्छा परफॉर्मेंस करने वाले बच्चों को पुरस्कृत भी किया.
एसपी भी पहुंचे स्कूल, बच्चों से किए सवाल
वहीं अशोकनगर से 7 किलोमीटर दूर शासकीय माध्यमिक विद्यालय अखाई कृष्णा में बच्चों को पढ़ाने के लिए एसपी विनीत कुमार जैन पहुंचे. जहां उन्होंने बच्चों को व्यवहारिक ज्ञान देते हुए मोटिवेट किया. इसके साथ ही उन्होंने बच्चों को बताया कि हमें अच्छा काम करने के लिए किसी से डरने की आवश्यकता नहीं. उसके साथ ही बच्चों को खूब मन लगाकर पढ़ाई करने की बात कही. इसके बाद एसपी ने बच्चों से कहा कि अब आपके मन में जो भी सवाल हैं, वह पूछ लीजिए? इसके बाद छठवीं क्लास की छात्रा ने एसपी से सवाल करते हुए कहा कि आपने एसपी बनने के लिए कितना परिश्रम किया? जिसके बाद एसपी ने जवाब देते हुए बताया कि मैं भोपाल में पढ़ाई कर यूपीएससी पास की. जिसके बाद में डीएसपी बना और 20 साल बाद मैं एसपी बना हूं, लेकिन अगर आप सीधे एसपी बनना चाहते हैं, तो आपको यूपीएससी की परीक्षा पास करना होगा.
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एसपी ने दिए बच्चों के सवालों के जवाब
जिसमें आपको केंद्रीय स्तर के सवालों और सामान्य ज्ञान की जानकारी होना अति आवश्यक है. वहीं उन्होंने बताया कि आप लड़की हैं इसलिए आपकी नौकरी लगना सामान्य प्रक्रिया है. अगर आप 10वीं पास करते हैं तो उसके बाद सामान्य तौर पर आरक्षक की परीक्षा पास कर पुलिस की नौकरी भी ज्वाइन कर सकते हैं.
इस अभियान के तहत जिले के कलेक्टर सुभाष कुमार द्विवेदी ने बताया कि 'यह अभियान जो शासन स्तर पर चलाया गया है यह काफी कारगर साबित होगा. इसके माध्यम से जब हम इस विद्यालय में पहुंचते हैं, तो स्कूल की व्यवस्था के साथ-साथ बच्चों की शैक्षणिक योग्यता की जानकारी भी हमें लगती है. इस तरह आप लगातार विद्यालय में पहुंचकर मॉनिटरिंग करेंगे. जिससे जिले में शिक्षा का स्तर बढ़ाया जा सके.