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18 साल बाद मध्य प्रदेश में मानसून मेहरबान, जमकर बरसे बदरा, औसत से 15 प्रतिशत अधिक बारिश - IMD Weather Update MP

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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : 2 hours ago

Updated : 2 hours ago

साल 2024 में मध्य प्रदेश में बादल जमकर बरसे. रीवा को छोड़कर प्रदेश में सामान्य से अधिक बारिश हुई. 18 वर्षों में यह पहली बार है जब राज्य में औसत से अधिक बारिश दर्ज की गई है. मौसम वैज्ञानिक के मुताबिक, ''पश्चिमी और पूर्वी मध्य प्रदेश में 18 और 12 फीसदी अतिरिक्त बारिश हुई है.

IMD Weather Update MP
मध्य प्रदेश में औसत से अधिक हुई बारिश (ETV Bharat)

भोपाल, (पीटीआई): मध्य प्रदेश में 1 जून से 22 सितंबर तक 1063.3 मिमी बारिश हुई है, जो वार्षिक मानसून औसत से 15 प्रतिशत अधिक है. मौसम विभाग के अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि 18 वर्षों में यह पहली बार है जब राज्य में रीवा को छोड़कर सभी जिलों में औसत से अधिक बारिश दर्ज की गई है. अधिकारियों ने बताया कि राज्य में आमतौर पर 1 जून से 30 सितंबर तक 949.5 मिमी औसत वार्षिक वर्षा दर्ज की जाती है, लेकिन इस साल इस अवधि के दौरान 1063.3 मिमी बारिश हुई.

रीवा को छोड़ प्रदेश में सामान्य से अधिक बारिश
भारतीय मौसम विभाग के भोपाल केंद्र के मौसम विज्ञानी वीएस यादव ने बताया कि, ''बंगाल की खाड़ी के ऊपर बारिश लाने वाला सिस्टम बनने के कारण राज्य में मंगलवार से शुरू होने वाले लगभग तीन दिनों तक, विशेष रूप से दक्षिण-पूर्वी क्षेत्र में अधिक बारिश होने की उम्मीद है.'' आईएमडी के भोपाल कार्यालय के कार्यवाहक निदेशक डॉ. वेद प्रकाश सिंह ने बताया कि रीवा को छोड़कर सभी जिलों में 18 साल के अंतराल के बाद इस बार सामान्य से अधिक बारिश हुई है.

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तीन दिन देरी से पहुंचा मानसून
वीएस यादव ने बताया कि, ''रीवा में 1 जून से 22 सितंबर के बीच 963.8 मिमी औसत बारिश के मुकाबले 718.7 मिमी बारिश हुई, जो 25 फीसदी कम है. श्योपुर जिले में 657.3 मिमी औसत बारिश के मुकाबले 1320.2 मिमी बारिश हुई, जो सामान्य से 101 फीसदी अधिक है.'' यादव ने बताया कि, ''पश्चिमी और पूर्वी मध्य प्रदेश में क्रमश: 18 और 12 फीसदी अतिरिक्त बारिश हुई है. दक्षिण-पश्चिम मानसून तय समय से तीन दिन देरी से 21 जुलाई को मध्य प्रदेश पहुंचा. इस साल बारिश लाने वाला सिस्टम 30 मई को केरल और पूर्वोत्तर क्षेत्र में समय से पहले पहुंचा.''

भोपाल, (पीटीआई): मध्य प्रदेश में 1 जून से 22 सितंबर तक 1063.3 मिमी बारिश हुई है, जो वार्षिक मानसून औसत से 15 प्रतिशत अधिक है. मौसम विभाग के अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि 18 वर्षों में यह पहली बार है जब राज्य में रीवा को छोड़कर सभी जिलों में औसत से अधिक बारिश दर्ज की गई है. अधिकारियों ने बताया कि राज्य में आमतौर पर 1 जून से 30 सितंबर तक 949.5 मिमी औसत वार्षिक वर्षा दर्ज की जाती है, लेकिन इस साल इस अवधि के दौरान 1063.3 मिमी बारिश हुई.

रीवा को छोड़ प्रदेश में सामान्य से अधिक बारिश
भारतीय मौसम विभाग के भोपाल केंद्र के मौसम विज्ञानी वीएस यादव ने बताया कि, ''बंगाल की खाड़ी के ऊपर बारिश लाने वाला सिस्टम बनने के कारण राज्य में मंगलवार से शुरू होने वाले लगभग तीन दिनों तक, विशेष रूप से दक्षिण-पूर्वी क्षेत्र में अधिक बारिश होने की उम्मीद है.'' आईएमडी के भोपाल कार्यालय के कार्यवाहक निदेशक डॉ. वेद प्रकाश सिंह ने बताया कि रीवा को छोड़कर सभी जिलों में 18 साल के अंतराल के बाद इस बार सामान्य से अधिक बारिश हुई है.

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तीन दिन देरी से पहुंचा मानसून
वीएस यादव ने बताया कि, ''रीवा में 1 जून से 22 सितंबर के बीच 963.8 मिमी औसत बारिश के मुकाबले 718.7 मिमी बारिश हुई, जो 25 फीसदी कम है. श्योपुर जिले में 657.3 मिमी औसत बारिश के मुकाबले 1320.2 मिमी बारिश हुई, जो सामान्य से 101 फीसदी अधिक है.'' यादव ने बताया कि, ''पश्चिमी और पूर्वी मध्य प्रदेश में क्रमश: 18 और 12 फीसदी अतिरिक्त बारिश हुई है. दक्षिण-पश्चिम मानसून तय समय से तीन दिन देरी से 21 जुलाई को मध्य प्रदेश पहुंचा. इस साल बारिश लाने वाला सिस्टम 30 मई को केरल और पूर्वोत्तर क्षेत्र में समय से पहले पहुंचा.''

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