शिमला: हिमाचल में कांग्रेस संगठन और सरकार में तालमेल नजर नहीं आ रहा है. सरकार में संगठन के लोगों की तैनाती न होने पर कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह फिर से मुखर हो गई है. प्रतिभा सिंह ने संगठन के लोगों की सूची देने के बाद भी मुख्यमंत्री द्वारा पदों पर नियुक्ति न करने की बात कही है. प्रतिभा सिंह ने कहा कि विधानसभा चुनावों में सभी ने मेहनत की. जीत के बाद सभी को उम्मीद थी कि सरकार में उन्हें पूरा अधिमान (तरजीह) मिलेगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ.
प्रतिभा सिंह ने कहा कि "अपनी सरकार में जब कार्यकर्ताओं की अनदेखी होने लगे तो उनका मनोबल टूट जाता है. अगर वर्कर ही घर में बैठ गया तो लोकसभा चुनावों को जीतने में आएगी दिक्कत आएगी. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने सीएम सुक्खू को सलाह देते हुए कहा है कि संगठन के लोगों को नजरअंदाज न किया जाए. अगर वर्कर हताश होकर घर में बैठ गया तो आगामी लोकसभा चुनावों में जीत दर्ज करने में भी मुश्किल आएगी. कांग्रेस को सत्ता में लाने के लिए कार्यकर्ताओं ने दिन रात मेहनत की है. जिन्हें सरकार में तरजीह दिया जाना चाहिए. मुख्यमंत्री से कई बार इसको लेकर कहा भी गया है, जिसे गंभीरता से लेने की जरूरत है."
प्रतिभा सिंह ने कहा कि वे एक बार नहीं, बल्कि कई बार यह मामला मुख्यमंत्री के समक्ष उठा चुकी हैं. उन्होंने कई बार मांग की है कि सक्रिय कार्यकर्ताओं को पूरा मान सम्मान मिलना चाहिए. मुख्यमंत्री खुद कहते हैं कि वे संगठन से निकले हैं, ऐसे में वह कार्यकर्ताओं की भावनाओं को अच्छी तरह से समझ सकते हैं. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को ऐसे कार्यकर्ताओं की सूची भी दी थी जो संगठन में सालों से पूरी सक्रियता से कार्य कर रहे हैं.
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने कहा कि सोनिया गांधी और प्रियंका वाड्रा को ठीक लगे तो, उन्हें यहां से राज्यसभा भेजा जा सकता है. उनसे इसको लेकर चर्चा की जाएगी. मंगलवार को रिज पर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि देने को आयोजित कार्यक्रम के दौरान पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत में प्रतिभा सिंह ने यह बात कही. हिमाचल से प्रियंका वाड्रा और सोनिया गांधी को राज्यसभा भेजने की काफी चर्चाएं चली हुई है.
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