भोपाल: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से अब बिहार, महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश की राजधानी पहुंचना आसान होने वाला है. दरअसल, रेलवे जल्द ही भोपाल से पटना, मुंबई और लखनऊ के लिए वंदे भारत स्लीपर ट्रेन चलाने जा रहा है. रेलवे के अधिकारियों के मुताबिक, " अभी नियमित ट्रेनों में भोपाल से पटना, मुंबई और लखनऊ जाने के लिए बहुत समय लगता है और भीड़भाड़ भी अधिक होती है. जबकि वंदे भारत में यात्री कम समय में अपने गंतव्य तक पहुंचेंगे. इस साल के अंत तक भोपाल से बिहार, उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र के लिए वंदे भारत स्लीपर की सुविधा शुरू होने जा रही है.''
पटना, मुंबई, लखनऊ के लिए इतने कोच वाली वंदे भारत
नई वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों में से एक में प्रीमियम सीटिंग कोच होगा, जबकि बाकी दोनों में एसी स्लीपर कोच होंगे. भोपाल और लखनऊ के बीच चलने वाली ट्रेन में सीटिंग कोच होगा, जबकि भोपाल और पटना के बीच एसी स्लीपर कोच वाली ट्रेन चलेगी. स्लीपर वंदे भारत ट्रेनों में 16 कोच होंगे. जबकि भोपाल-लखनऊ वंदे भारत में 8 कोच होंगे. अधिकारियों का कहना है कि वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनें पहले ही भारतीय रेलवे प्रणाली में क्रांति ला चुकी हैं, जो गति, आराम और सुरक्षा का अनूठा मिश्रण पेश करती हैं. इनमें स्वचालित दरवाजे, आग का पता लगाने और बुझाने की प्रणालियां और सीसीटीवी निगरानी जैसे उन्नत सुरक्षा उपाय भी हैं."
रैक मिलने के बाद पहले होगा ट्रायल
भोपाल रेल मंडल के सीनियर डीसीएम सौरभ कटारिया ने बताया, " रैक मिलते ही करीब एक हफ्ते तक ट्रायल किया जाएगा. ट्रायल पर चलाने के बाद ट्रेन के कोच अपडेट किए जाएंगे. कोच के मेंटेनेंस के लिए भी रानी कमलापति के डिपो में सिस्टम को अपडेट किया जाएगा. इसके लिए रेलवे बोर्ड के चेयरमैन सतीश कुमार रानी कमलापति के कोचिंग डिपो का निरीक्षण भी कर चुके हैं. बता दें कि इस ट्रेन के हर रैक में प्रोटेक्शन सिस्टम कवच लगाया गया है. ये करीब 25 प्रतिशत बिजली की बचत करने में मदद करेगा."
अभी ये है भोपाल से पटना, मुंबई और लखनउ के लिए ट्रेनों की स्थिति
भोपाल से पटना: भोपाल से पटना जाने के लिए कोई डायरेक्ट ट्रेन नहीं है. हालांकि, अगरतला साप्ताहिक फेस्टिवल स्पेशल, अहमदाबाद-पनवेल, इंदौर-पनवेल, वापी-दानापुर स्पेशल, रानी कमलापति-सहरसा साप्ताहिक स्पेशल जैसी 10 ट्रेन संचालित हैं. लेकिन इनमें भी सालभर वेटिंग होने की वजह से यात्री परेशान रहते हैं.
भोपाल से मुंबई: अभी मुंबई के लिए भोपाल रानी कमलापति रेलवे स्टेशन से चलाई जाने वाली लश्कर और एलटीटी एक्सप्रेस सिर्फ 2 ही साप्ताहिक ट्रेनें हैं. वहीं पंजाबमेल, मंगला, कुशीनगर, राजधानी, कामायनी, पुष्पक, तुलसी, गोरखपुर-एलटीटी समेत 20 से ज्यादा ट्रेनें इस रूट पर चलती हैं. लेकिन इन सभी में वेटिंग की वजह से यात्रियों की असुविधा का सामना करना पड़ता है.
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भोपाल से लखनऊ: भोपाल से लखनऊ को लिए भी फिलहाल कोई सीधी ट्रेन नहीं है. हफ्ते में 3 दिन भोपाल-प्रतापगढ़ एक्सप्रेस चलती है. इसके अलावा भोपाल-लखनऊ साप्ताहिक गरीब रथ एक्सप्रेस है. इसके साथ ही संत हिरदाराम नगर से सप्ताह में 2 दिन महाकाल सुपरफास्ट एक्सप्रेस है. साप्ताह में करीब 15 ऐसी ट्रेनें हैं, जो इनडायरेक्ट हैं, लेकिन अधिकतर ट्रेनों में सालभर वेटिंग बनी रहती है.