Who Will Be Next DGP Chief Secretary of MP: मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कार्यालय में सीनियर आईएएस अधिकारी राजेश राजौरा को अपर मुख्य सचिव बनाए जाने के बाद, अब उन्हें अगला मुख्य सचिव बनाये जाने के कयास लगाये जा रहे हैं. माना जा रहा है कि वीरा राणा के बाद एसीएस राजौरा को प्रदेश का अगला मुख्य सचिव बनाया जा सकता है. उधर, जल्द ही प्रदेश को नया डीजीपी भी मिल सकता है. इसके लिए भी कवायद शुरू हो गई है. प्रदेश में बड़े स्तर पर प्रशासनिक फेरबदल करने की तैयारी भी चल रही है.
राजेश राजौरा क्यों बने पहली पसंद
मध्यप्रदेश की मौजूदा मुख्य सचिव वीरा राणा को इकबाल सिंह बैस के बाद प्रदेश का मुख्य सचिव बनाया गया था. उनका कार्यकाल 31 मार्च तक था, लेकिन लोकसभा चुनाव को देखते हुए राज्य सरकार की अनुशंसा पर केन्द्र सरकार ने उनका कार्यकाल 6 माह के लिए बढ़ा दिया था, अभी 30 सितंबर तक उनका कार्यकाल है. इसके पहले प्रदेश में नए मुख्य सचिव की रेस शुरू हो गई है. इस रेस में सबसे आगे प्रदेश के सीनियर आईएएस अधिकारी राजेश राजौरा हैं. उन्हें हाल ही में मुख्यमंत्री कार्यालय में अपर मुख्य सचिव बनाया गया है. इसके साथ ही उनका अगला मुख्य सचिव बनाया जाना तय माना जा रहा है.
इसलिए तय है राजौरा का नाम
राजेश राजौरा मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की सबसे पसंदीदा अधिकारी हैं. मुख्यमंत्री द्वारा मुख्य सचिवों को संभागों की जिम्मेदारी सौंपी गई थी, तो उनमें राजौरा को उज्जैन संभाग का जिम्मा सौंपा था. उनकी प्रशासनिक क्षमता जबरदस्त है. लंबे समय से गृह विभाग की जिम्मेदारी संभाल रहे राजौरा इंदौर, उज्जैन, बालाघाट, धार आदि जिलों में जमीनी काम कर चुके हैं. हालांकि, मुख्य सचिव की रेस में 1989 बैच के आईएएस अधिकारी अनुराग जैन, 1989 बैच के आशीष उपाध्याय भी हैं। दोनों अधिकारी केन्द्र में प्रतिनियुक्ति पर हैं. इसके अलावा मोहम्मद सुलेमान, जेएन कंसोटिया, विनोद कुमार भी मुख्य सचिव की रेस में हैं.
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प्रदेश में नए डीजीपी की दौड़ भी शुरू
उधर, डीजीपी सुधीर सक्सेना इस नवंबर में रिटायर्ड होने जा रहे हैं. डीजीपी की रेस में प्रदेश के दो सीनियर पुलिस अधिकारियों अरविंद कुमार और अजय शर्मा का नाम सबसे आगे है. अरविंद कुमार 1988 बैच के अधिकारी हैं और फिलहाज डीजी होमगार्ड हैं, जबकि अजय शर्मा ईओडब्ल्यू के डीजी हैं. हालांकि नए डीजीपी में अभी 5 माह का वक्त है. फिलहाल समय से पहले डीजीपी बदले जाने को लेकर कोई संकेत दिखाई नहीं दे रहे हैं.
बड़े स्तर पर अधिकारियों को बदला जाएगा
उधर, लोकसभा चुनाव के बाद अब सरकार तेजी से काम में जुट गई है. जुलाई माह में मॉनसून सत्र की शुरूआत होने जा रही है. इसमें सरकार का पहला बजट भी पेश होगा. इसके पहले माना जा रहा है कि सरकार कई जिलों के कलेक्टर एसपी को बदल सकती है. इसके अलावा प्रशासनिक स्तर पर भी कई अधिकारियों को बदला जा सकता है. खासतौर से पिछले तीन सालों से पदस्थ कलेक्टरों को बदला जा सकता है. इसमें भिंड, मुरैना, सीहोर, सतना, रायसेन, छतरपुर कलेक्टर को बदला जा सकता है.