भोपाल। डॉग लवर्स की संस्था इक्वल जस्टिस फाउंडेशन की मांग है कि कुत्तों के लिए अभ्यारण्य बनवाया जाए. संस्था का मानना है कि अगर डॉग लवर्स का पॉजीटिव इस्तेमाल हो तो ये शहर की कानून व्यवस्था को सुधारने में सहायक हो सकते हैं. डॉग लवर्स की ये संस्था इक्वल जस्टिस फाउंडेशन इन मुद्दों को लेकर पूरे प्रदेश में कुत्तों के प्रति समाज को संवेदनशील बनाने जागरुकता अभियान चलाने की तैयारी में हैं.
कुत्तों का पॉजीटिव इस्तेमाल किया जाए
इक्वल जस्टिस फाउंडेशन मोहम्मद राहिल इकबाल का कहना है कि जब दूसरे जानवरों के लिए अभ्यारण्य है तो कुत्तों के लिए भी अभ्यारण्य होना चाहिए. संस्था की मांग है कि शहर में अलग-अलग जगह कुत्तों के नसबंदी और टीकाकरण कैम्प लगाए जाने चाहिए. इसमें डॉग लवर्स भी मदद कर सकते हैं. इकबाल का कहना है कि कुत्तों का पॉजीटिव इस्तेमाल किया जाए तो ये शहर की कानून व्यवस्था सुधारने में मदद कर सकते हैं. ये बिना वेतन के चौकीदार हैं, जो आपके इलाके की रात भर जागकर रखवाली करते हैं.
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डॉग लवर्स ने दिया धार्मिक मान्यता का हवाला
डॉग लवर्स बिंदू घाटपाण्डे का कहना है कि कुत्ते को लेकर धार्मिक मान्यता भी है. पहली रोटी अगर में गाय को निकलती है तो आखिरी रोटी कुत्ते के लिए निकाली जाती है. डॉग लवर्स को कुत्तों को खाना खिलाने से रोका जाता है. जोकि गैरकानूनी है. सुप्रीम कोर्ट और सरकार ने डॉग लवर्स को खाना खिलाने का अधिकार दिया है. किसी भी जानवर को मारना भगाना, जान से मारने की कोशइश करना ये पशु क्रूरता अधिनियम की धारा 11 एव भारतीय दंड संहिता की धारा 429 ( आईपीसी) के तहत दण्डनीय अपराध है. डॉग लवर्स का कहना है कि कुत्तों के लिए क्रिमिएशन ग्राउण्ड बनना चाहिए. संगठन आगामी दिनों में स्ट्रीट डॉग्स को लेकर शो की भी प्लानिंग कर रहा है.