भोपाल। मध्य प्रदेश की ब्यूरोक्रेसी में मंगलवार को बड़ी सर्जरी हुई. आचार संहिता खत्म होने के बाद एमपी में दो वरिष्ठ अधिकारियों की नवीन पदस्थापना के आदेश जारी किए गए हैं. आईएएस संजय शुक्ला को वर्तमान पदस्थापना के साथ नई जिम्मेदरी देते हुए मुख्यमंत्री का प्रमुख सचिव बनाया गया है. वहीं आईएएस अधिकारी डॉ. राजेश राजौरा को अपर मुख्य सचिव का दायित्व सौंपा गया है.
संजय शुक्ला को अतिरिक्त प्रभार
बता दें कि संजय शुक्ला इसके पहले महिला एवं बाल विकास विभाग व योजना, आर्थिक एवं सांख्यिकी विभाग के प्रमुख सचिव रहे हैं. सीएम के प्रमुख सचिव बनने के साथ संजय कुमार शुक्ला के पास महिला बाल विकास विभाग व योजना, आर्थिक एवं सांख्यिकी विभाग की अतिरिक्त जिम्मेदारी भी रहेगी.
डॉ. राजेश राजौरा सीएम के अपर मुख्य सचिव
1990 बैच के आधिकारी डॉ. राजेश राजौरा को नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण में उपाध्यक्ष व जल संसाधन विभाग के अपर मुख्य सचिव की वर्तमान पद स्थापना के साथ मुख्यमंत्री का अपर मुख्य सचिव बनाया गया है. वे भी वर्तमान कार्य के साथ-साथ अपर मुख्य सचिव का दायित्व निभाएंगे. इसके अलावा 1994 बैच की वरिष्ठ आईएएस रश्मी अरुण को वर्तमान पदस्थापना के साथ अस्थाई रूप से आनंद विभाग का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है. इस संबंध में सामान्य प्रशासन विभाग ने आदेश जारी कर दिए हैं.
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सितंबर में पूरा रहा मुख्य सचिव का एक्सटेंशन
गौरतलब है कि वरिष्ठ आईएएस अधिकारी वीरा राणा मध्यप्रदेश शासन की मुख्य सचिव का पद संभाल रही हैं. उन्हें चुनाव से पहले 6 माह का एक्सटेंशन दिया गया था, जो सितंबर 2024 से पहले पूरा हो रहा है. वीरा राणा प्रदेश की दूसरी महिला मुख्य सचिव हैं. उनसे पहले 1960 बैच की आईएएस निर्मला बुच 1990 से लेकर 1992 तक एमपी की मुख्य सचिव रहीं हैं. वे मध्य प्रदेश में सुंदरलाल पटवा सरकार में पहली मुख्य सचिव थीं.