झाबुआ। मध्यप्रदेश में 5 फरवरी से बोर्ड परीक्षा प्रारंभ होने वाली हैं. इसमें झाबुआ जिले से कुल 20 हजार 231 विद्यार्थी सम्मिलित होंगे. जबकि पूरे प्रदेश के 16 लाख 80 हजार 587 विद्यार्थी परीक्षा देंगे. कई बार देखने में आया है कि विद्यार्थी तनाव में आकर आत्महत्या जैसा गलत कदम उठा लेते हैं. लिहाजा परीक्षा से पूर्व महिला व बाल विकास मंत्री निर्मला भूरिया ने बच्चों के नाम खुला पत्र ही लिखा है. मंत्री निर्मला भूरिया ने पत्र में कहा है कि आपकी बोर्ड परीक्षा प्रारंभ होने वाली हैं. परीक्षा है तो निश्चित तौर पर थोड़ा डर हर किसी के मन में रहता है. हमें इस डर पर ही काबू पाना है.
तनावमुक्त होकर दें एग्जाम
भूरिया ने पत्र में लिखा है कि आपको किसी से नहीं बल्कि अपने आपसे प्रतिस्पर्धा करनी चाहिए. माता-पिता से भी यही कहना है कि वे अपनी उम्मीदों का बोझ बच्चों पर न लादें. हर बच्चा अपने आपमें विशेष होता है और उनकी क्षमताएं अलग-अलग होती हैं. इसलिए उनसे परीक्षा के दौरान सकारात्मक संवाद कर प्रोत्साहित करें. उन्हें बताएं कि उनकी आपके जीवन में क्या अहमियत है. यदि ऐसा किया तो बच्चे पूरी तरह से तनावमुक्त होकर परीक्षा देंगे और परिणाम भी बेहतर आएगा. जीवन के हर मोड़ पर दबाव आता रहता है, लेकिन ये हम पर निर्भर करता है कि हम उस दबाव से किस तरह निपटते हैं.
ALSO READ: |
एग्जाम सेंटर में ये करें
कई बार ऐसा भी हो जाता है कि हमारी उम्मीदों के अनुरूप परिणाम नहीं मिलते, लेकिन उसका ये मतलब नहीं कि हम हार मान लें. यदि परीक्षा में किसी कारण से असफल भी हुए तो चिंता करने की जरूरत नहीं. मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादवसरकार ने रुक जाना नहीं योजना लागू कर रखी है. ऐसे में यदि कोई छात्र फेल भी हो गया तो उसे चिंता करने की जरूरत नहीं. छात्र को दोबारा परीक्षा देने का मौका मिलेगा. परीक्षा हॉल में हमेशा समय से पहले पहुंचें. गहरी सांस लीजिए. जब आपके हाथ में पेपर आएगा तो आपको तनाव महसूस नहीं होगा. क्वेश्वन पेपर को पढ़ लीजिए और उन्हें हल करने का समय तय कर लीजिए.